भारत के पहले एस्ट्रो टूरिज्म कैम्पेन - ‘नक्षत्र सभा’ का मसूरी के जार्ज एवरेस्ट में हुआ शुभारंभ।
उत्तराखंड टूरिज़्म डेवलपमेंट बोर्ड ने भारत की अग्रणी एस्ट्रो टूरिज़्म कंपनी स्टारस्केप्स के साथ मिलकर ‘नक्षत्र सभा’ का शुभारंभ किया है। यह देश का पहला वार्षिक कैम्पेन है जिसकी शुरुआत मसूरी जार्ज एवरेस्ट में हुई जिसका एस्ट्रो टूरिज़्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है।
नक्षत्र सभा एस्ट्रो टूरिज़्म का संपूर्ण अनुभव दिला रही है। जिसमें स्टारगेजिंग के अलावा स्पेशल सोलर ऑब्ज़रवेशन, एस्ट्रोफोटोग्राफी प्रतियोगिताएं, खुले आसमान पर सितारों तले कैम्पिंग जैसी कई रोचक गतिविधियां शामिल हैं। नक्षत्र सभा 2025 के मध्य तक जारी रहेगी, इस दौरान उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में कई अनुभवात्मक इवेंट्स आयोजित किए जाएंगे।
इसके अंतर्गत राज्य के उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, नैनीताल, चमोली जिलों में डार्क स्काई की संभावना वाली कई साइटों पर एक्सपर्ट्स के साथ सेमीनार और वेबीनार भी आयोजित किए जाएंगे। इसके माध्यम से, दुनियाभर के एस्ट्रोनॉमी के शौकीनों, एडवेंचर प्रेमियों और ट्रैवलर्स को ब्रह्मांड के सौंदर्य के दर्शन करने को मिल रहा है। इस कैम्पेन के माध्यम से स्थानीय लोगों को प्रोफेशनल ट्रेनिंग तथा स्किल डेवलपमेंट के अवसर भी दिए जा रहे है जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सपोर्ट मिलेगा।
साथ ही, यह पहल समूचे उत्तराखंड में डार्क स्काई को सुरक्षित करने, डार्क स्काई कंज़र्वेशन प्रयासों को प्रोत्साहन देने के लिए एंबैसडर तैयार करने पर भी ज़ोर देगी। इसके तहत् राज्य के लिए डार्क स्काई प्रीज़र्वेशन पॉलिसी बनायी जाएगी जिसे अगले सालभर के दौरान पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। स्टारस्केप्स स्थानीय समुदायों के अलावा ट्रैवल एवं टूरिज़्म पार्टनर्स के साथ भी सक्रियतापूर्वक सहयोग करेगी। इसके अलावा, होमस्टे कम्युनिटी को भी ट्रेनिंग और सपोर्ट प्रदान किया जाएगा ताकि इन प्रयासों को सफलतापूर्वक लागू किया जा सके।
सूरत पंत डारेक्टर मार्कटिंग उत्तराखंड र्प्यटन विकास परिशद ने कहा कि , “नक्षत्र सभा के लॉन्च के साथ, हमारा उद्देश्य उत्तराखंड को भारत में एस्ट्रो-टूरिज़्म में अग्रणी स्थान दिलाना है। स्टारस्केप्स के साथ की गई यह अनूठी पहल राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य को ही बढ़ावा देने तक सीमित नहीं है, बल्कि डार्क स्काई को सुरक्षित बनाए रखने और हमारे समुदायों के बीच रात्रिकालीन आसमान को अधिक सराहने का मौका भी देगी। नक्षत्र सभा उत्तराखंड को स्टारगेजिंग के शौकीनों के लिए आदर्श डेस्टिनेशन के तौर पर प्रमोट करने के अलावा हमारी सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के लिए सस्टेनेबल टूरिज़्म संबंधी हमारे प्रयासों को भी मजबूत बनाएगी। हम दुनियाभर से आने वाले विजिटर्स को उत्तराखंड का जादुई अनुभव दिलाने के लिए उत्सुक हैं।”
रामाशीष रे, फाउंडर, स्टारस्केप्स का कहना है, “उत्तराखंड टूरिज़्म डेवलपमेंट बोर्ड के साथ हम अपने साझा उद्देश्य और अथक समर्पण के आधार पर मिलकर काम कर रहे हैं। पूरे राज्य में एस्ट्रोनॉमी कैम्प के आयोजन से लेकर हमारे एक्सपीरियेंस सेंटर और ऑब्ज़र्वेटरी के जरिए स्टारगेजिंग प्रमोशन के हमारे प्रयासों को काफी शानदार रिस्पॉन्स मिले हैं। इस सफल पार्टनरशिप का ही नतीजा है कि हमने हर साल आयोजित किए जाने वाले अपने अनूठे एस्ट्रो टूरिज़्म कैम्पेन - ‘नक्षत्र सभा’ को पेश किया है। ‘नक्षत्र सभा’ के जरिए हम उत्तराखंड को प्रीमियम एस्ट्रो टूरिज़्म डेस्टिनेशन के तौर पर स्थापित करने के साथ-साथ ज़मीनी स्तर पर दक्षताओं तथा समुदायों को भी तैयार कर रहे हैं जिनकी इसमें हिस्सेदारी भी होगी।”
नक्षत्र सभा के अंतर्गत आयोजित प्रमुख गतिविधियां इस प्रकार हैं
● स्पेशल इंस्ट्रूमेंट्स की मदद से स्टारगेजिंगरू प्रतिभागियों को कई तरह के विशिष्ट उपकरण और प्रशिक्षित गाइड्स की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी, जिनकी मदद से वे स्टार्गेजिंग कर सकते हैं और अन्य नक्षत्रों को भी देख सकेंगे।
● एस्ट्रो टूरिज्म संबंधी एक्सपर्ट टॉक ट्रैवल इंडस्ट्री और एकेडमिया के दिग्गजों द्वारा रोचक सेशन का आयोजन किया जाएगा जिनके माध्यम से ब्रह्मांड के रहस्यों और आश्चर्यों के बारे में जानकारी मिलेगी।
● एस्ट्रोफोटोग्राफी कन्टेस्टः एक रोचक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा जो प्रतिभागियों को रात्रिकालीन आकाश के अप्रतिम सौंदर्य को कैमरे में समेटने के उनके कौशलों को प्रदर्शित करने का अवसर देगी, साथ ही उनके लिए आकर्षक पुरस्कार भी हैं।
● स्पेशल सोलर ऑब्ज़र्वेशनरू सूर्य की पीक एक्टिविटी तथा एक्टिव आदित्य मिशन को ध्यान में रखते हुए, नक्षत्र सभा स्पेशल सोलर टेलीस्कोप भी उपलब्ध करा रही है, जिनकी मदद से प्रतिभागियों को आब्ज़र्वेशन और एक्सप्लोरेशन के अवसर मिलेंगे।
● डार्क स्काई पॉलिसीः एस्ट्रो टूरिज़्म वास्तव में, लोकल कम्युनिटी के लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद है और साथ ही, रात के डार्क स्काइ को भी सुरक्षित रखता है। यह कैम्पेन जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ, वालन्टियर्स तथा डार्क स्काई एम्बैसडर्स को इस संबंध में प्रशिक्षित करेगा।
इस मौके पर डाॉ दीपांकर बैनर्जी, डायरेक्टर, एरीज़ (आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्ज़रवेशनल साइंसेज़), डॉ प्रभास पांडेस, प्रोफेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय, आकाश सिन्हा, असिस्टेंट प्रोफेसर ऑफ प्रेक्टिस, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, शिव नाडर यूनीवर्स्टी, डॉ टीवी वेंकटेश्वरन, विज्ञान प्रसार तथा रामाशीष रे, फाउंडर, स्टारस्केप्स की उपस्थिति में किया गया
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