अब तक 3 विद्यार्थियों की मौत, संस्थान के मालिक, सीईओ गिरफ्तार

- छात्रों ने नारेबाजी के साथ किया प्रदर्शन, मृत छात्रों के लिए शोक सभा आयोजित
- बिल्डिंग के बेसमेंट में स्टोर की थी अनुमति, चलाई जा रही थी लाइब्रेरी
- छात्रों की मौत के बाद जागा विभाग, 13 अन्य सेंटर सील
- दिल्ली की सड़कों से लोकसभा तक पहुंचा छात्रों की मौत का मुद्दा, नेताओं ने की निंदा
नई दिल्ली।
ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में शनिवार देर रात जलभराव से दो छात्राओं और एक छात्र की डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को संस्थान के मालिक व सीईओ अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों बिल्डिंग मैनेजमेंट व निगम कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। सभी के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या समेत विभिन्न धाराएं लगाई गई हैं। साथ ही पुलिस ने कोचिंग सेंटर को सील कर दिया है। कोचिंग सेंटर का संचालक गिरफ्तार हो गया है। पुलिस उनको भी गिरफ्तारी करेगी जिनकी इस हादसे में लापरवाही सामने आएगी। गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। इन्हीं धाराओं में बिल्डिंग मैनेजमेंट, ड्रेनेज सिस्टम का रखरखाव करने वाले नगर निगम कर्मियों और अन्य के विरुद्ध भी केस दर्ज किया गया है। कोचिंग सेंटर को सील कर दिया गया है। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। शनिवार शाम हुए इस हादसे में मरने वाली एक छात्रा तान्या की पहचान उसी समय हो गई थी। वह मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली थी। उसके पिता तेलंगाना में इंजीनियर हैं। रविवार को दो अन्य की पहचान उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर की श्रेया यादव व केरल के एर्नाकुलम के नेविन डाल्विन के रूप में हुई। ये तीनों राजेंद्र नगर में ही अलग-अलग पीजी में रहते थे। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों छात्राओं के शव स्वजन को सौंप दिए गए। नेविन के स्वजन अभी दिल्ली नहीं पहुंचे हैं।
शनिवार शाम तेज वर्षा से सड़क पर करीब पांच फीट तक पानी भर गया था। तब कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में करीब 35 छात्र पढ़ रहे थे। शाम करीब सात बजे सड़क पर कुछ बड़े वाहनों के यूटर्न लेने पर पानी के प्रेशर से बेसमेंट की सीढि़यों पर लगे कांच का दरवाजा टूट गया, जिससे तेज बहाव के साथ चंद मिनटों में वहां पानी भर गया। आनन-फानन छात्र बाहर निकलने लगे। शॉर्ट सर्किट से बिजली भी चली गई। दो छात्राएं और एक छात्र अंदर ही फंसे रह गए और उनकी मौत हो गई। कोचिंग सेंटर संचालकों ने स्थिति को पहले खुद संभालने का प्रयास किया और जब हालात बिगड़ गए तब जाकर पुलिस व दमकलकर्मियों को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचने पर शनिवार को ही गुरुग्राम के सेक्टर-48 में रहने वाले कोचिंग सेंटर मालिक अभिषेक गुप्ता और गाजियाबाद के वसुंधरा में रहने वाले कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को बुलाया था और उन्हें हिरासत में ले लिया था। रविवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव ने बताया कि रविवार को एफएसएल की टीम ने कोचिंग सेंटर से सुबूत जुटाकर जांच के लिए लैब भेज दिए। पोस्टमॉर्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में तीनों के पानी में डूबने से मौत की पुष्टि हुई है। अपने साथियों की मौत से आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने रविवार को बड़ी संख्या में ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस स्टडी सर्किल के सामने जमा होकर विरोध प्रदर्शन किया। इन लोगों ने सरकार, पुलिस और नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों के गुस्से को देखते हुए बड़ी संख्या में अर्धसैनिक और पुलिस बल तैनात रहा। उत्तरी रेंज के दोनों जिले के सभी एसीपी और इंस्पेक्टरों को भी मौके पर बुला लिया गया।
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कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल किराये की बिल्डिंग में चल रहा है। वर्ष 2021 में यह बिल्डिंग बनी है, जिसके चार मालिक हैं। इनमें सरबजीत, तेजिंदर, हरविंदर व परमिंदर शामिल हैं। हादसे में लापरवाही को लेकर इनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार, फायर विभाग व नगर निगम ने बिल्डिंग के बेसमेंट में केवल स्टोर बनाने की अनुमति दी थी, लेकिन यहां लाइब्रेरी संचालित की जा रही थी। हर बार की तरह घटना के होने का इंतजार करने के बाद निगम ने अपनी खाल बचाने के लिए कार्रवाई की है। निगम के अनुसार 13 कोचिंग सेंटर्स को सील किया गया है। यह कोचिंग सेंटर या तो बेसमेंट में चल रहे थे या फिर इनकी लाइब्रेरी या क्लासेस बेसमेंट में थीं।
नेता विपक्ष राहुल गांधी ने की निंदा...
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने तीन छात्रों की मौत पर गहरी संवेदना के साथ आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि आम लोग हर स्तर पर संस्थाओं की गैर-जिम्मेदारी की कीमत चुका रहे हैं। देश की राजधानी के प्रमुख इलाके में पानी निकासी की बेहद खस्ताहाली के चलते युवा सपनों की हुई मौत पर चौतरफा उभरते आक्रोश के सुरों से सुर मिलाते हुए कांग्रेस ने असमय काल के गाल में समा गए छात्रों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए जवाबदेही तय करने की यह मांग की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट में कहा, 'दिल्ली की एक बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण प्रतियोगी छात्रों की मृत्यु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले बारिश के दौरान बिजली का करंट लगने से एक छात्र की मृत्यु हुई थी। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी भावपूर्ण संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। बुनियादी ढांचे का ऐसे ध्वस्त होना सिस्टम की संयुक्त असफलता है। असुरक्षित निर्माण, लचर टाऊन प्लानिंग और हर स्तर पर संस्थाओं की गैर-जवाबदेही की कीमत आम नागरिक अपना जीवन गंवा कर चुका रहा है। सुरक्षित और सुविधाजनक जीवन हर नागरिक का अधिकार और सरकारों का दायित्व है।
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मल्लिकार्जुन खरगे ने इसे आपराधिक लापरवाही करार दिया..
कांग्रेस अध्यक्ष तथा राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने डूबने से छात्रों की हुई मौत को सरकार और प्रशासन की आपराधिक लापरवाही करार दिया। शोक-संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जाहिर करते हुए एक्स पर पोस्ट में खरगे ने कहा, 'इससे पहले पटेल नगर में जलभराव के कारण करंट लग जाने से एक अन्य यूपीएससी प्रतियोगी छात्रों की जान चली गई। पिछले कुछ दिनों में आठ लोगों की करंट लगने से मौत हुई है। राजधानी की शासन व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए खरगे ने कहा, 'दिल्ली को कांग्रेस ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर का शहर बनाया था मगर आज भारत की राजधानी उदासीनता का दंश झेल रही है। आए दिन हादसे होते रहते हैं। देश की राजधानी में इस तरह का हादसा होना हम सभी के लिए अत्यंत चिंता की बात है। हमें हमारी राजधानी को बेहतर बनाना होगा ताकि हमारे नागरिक सुरक्षित रहें और यहां रहने व आनेवालों को ये भरोसा हो कि देश की राजधानी में उनकी उपेक्षा नहीं होगी।'
प्रियंका गांधी ने छात्रों की मांग का समर्थन किया...
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस घटना के खिलाफ विरोध और गुस्से का इजहार कर रहे छात्रों के एक वीडियो को एक्स पर पोस्ट करते हुए छात्रों की मांग का समर्थन किया। प्रियंका ने कहा, 'दिल्ली की एक कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मृत्यु की घटना हृदयविदारक है। दिवंगत आत्माओं एवं शोकाकुल परिजनों के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती हूं। हाल ही में पटेल नगर में एक छात्र की करंट लगने से मौत हो गई थी। यह लापरवाही और अव्यवस्था की पराकाष्ठा है कि जो बच्चे दूर-दूर से यहां अपने सपने पूरे करने के लिए आते हैं, उनकी ¨जदगी भी उनसे छिन रही है।' प्रियंका ने कहा, 'यह आपराधिक और गैर-जिम्मेदाराना है। इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और सबसे जरूरी है कि जिन इलाकों में प्रतियोगी छात्र रहते हैं वहां से हर वो निर्माण, हर गतिविधि जो अवैध और जानलेवा है, उसे दुरुस्त करना चाहिए।' कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने भी इस पर आक्रोश जताते हुए कहा कि छात्रों की मौत किसी प्राकृतिक आपदा के कारण नहीं बल्कि अधिकारियों के लालच और उदासीनता के कारण हुई है और इसके लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
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टूट गये सपने, कहां गए अपने?
राजेंद्र यादव और शांति देवी की आंखों में बेटी श्रेया को आईएएस बनते देखने का सपना और उम्मीद टूट दोनों गई। श्रेया का परिवार उत्तर प्रदेश में आंबेडकरनगर जिले के हासिमपुर बरसावां गांव में रहता है। पिता राजेंद्र यादव किसानी के साथ डेयरी का संचालन करते हैं। गृहणी माता के अलावा बड़ा भाई अभिषेक उर्फ अंकुर मास कम्युनिकेशन कर नौकरी की तलाश कर रहा है। दूसरा छोटा भाई अवनीश उर्फ पिंटू यादव कक्षा सात में पढ़ता है। बेटी के हौसलों को देखते हुए मध्यमवर्गीय परिवार ने उसे दिल्ली में आईएएस की तैयारी के लिए भेजा था। ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव आईएएस में कोचिंग से लौटने के बाद श्रेया अपनी मां को प्रतिदिन मोबाइल पर हालचाल बतातीं थीं। वहीं गाजियाबाद में श्रेया के छोटे चाचा व सपा प्रवक्ता धर्मेंद्र यादव परिवार संग रहते हैं। हालांकि, श्रेया दिल्ली में ही किराये पर रहती थीं।
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