Agra News: कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में बही काव्य की धार, देश के सुप्रसिद्ध कवियों ने समा बांधा
प्रोफेसर ओमपाल सिंह निडर पूर्व सांसद राष्ट्रीय कवि फिरोजाबाद, डॉ.अंगद सिंह धारिया कवि गीतकार(संचालन एवं सूत्रधार), कवि शीलेन्द्र बशिष्ठ, कवि परमानन्द शर्मा, कवि राम राहुल हास्य सम्राट टूंडला...
Agra News INA.
ताज लिटरेचर क्लब द्वारा रविवार को कार्यालय ताज लिटरेचर क्लब बेलनगंज पर दोपहर 3:00 बजे से कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में देश के कई शहरों से सुप्रसिद्ध कवियों ने भाग लिया एवं बेहतरीन रचनाएं प्रस्तुत करके श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया। पहले सत्र में कवि सम्मेलन और दूसरे सत्र में आगरा में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले आगरा वासियों को सम्मानित किया गया। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रोफेसर ओमपाल सिंह निडर पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय कवि, विशिष्ट अतिथि अंगद धारिया , संस्था के संस्थापक इं राजकुमार शर्मा, अध्यक्ष महेश चंद्र शर्मा, वरदान शर्मा द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया गया।
प्रोफेसर ओमपाल सिंह निडर पूर्व सांसद राष्ट्रीय कवि फिरोजाबाद, डॉ.अंगद सिंह धारिया कवि गीतकार(संचालन एवं सूत्रधार), कवि शीलेन्द्र बशिष्ठ, कवि परमानन्द शर्मा, कवि राम राहुल हास्य सम्राट टूंडला, कवि राकेश निर्मल गजलकार, कवि प्रॉन्जल प्रताप सिंह गीतकार, कवयित्री अनुपमा दीक्षित, रेखा लड्ढा, कवि सुखप्रीत सिंह 'सुखी, सत्येंद्र तोमर, नीरज जैन एव संस्था के कवियों' द्वारा काव्य पाठ किया गया। ताज लिटरेचर क्लब की संस्थापिका भावना वरदान शर्मा ने स्वागत उद्बोधन द्वारा अतिथियों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा संस्था आगरा में विगत 10 वर्षों से लगातार साहित्य कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। और देशभर के कवियों को आमंत्रित करती रही है। संस्था लेखकों के लिए एक सशक्त मंच है जिसका उद्देश्य हिंदी साहित्य को बढ़ावा देना है। प्रोफेसर ओमपाल सिंह निडर ने ओजस्वी कविता
उठो साथियों निज धर्म बिक ना जाए
यही आरजू है मेरी कवि गणों से की
सब कुछ बिके पर कलम बिक न जाए
व सुखप्रीत सिहं सुखी ने
जुर्म का सर पैरों से दबाना पड़ता है
शौर्य दुश्मनों को दिखाना पड़ता है
हर सर होता नहीं पगड़ी के काबिल
पगड़ी के लिए सर कटाना पडता है
श्री राम राहुल टूंडला हास्य कवि ने
फल वैसा ही मिलेगा, जैसा बीज डाला जाएगा
बुजुर्गों को जैसे पालोगे तुम्हें भी पाला जाएगा।
मां बाप को वृद्ध आश्रम भेजने वालों
एक दिन तुम्हें भी घर से निकल जाए
सुनाकर श्रोताओं में उत्साह का संचार कर दिया।
कार्यक्रम के संचालक और सूत्रधार कवि अंगद धारिया ने एक के बाद एक कविताएं प्रस्तुत कर श्रोताओं को झूमने को मजबूर कर दिया।
इस क्रम में उन्होंने
घर की कमियां छुपाती हैं ये बेटियाँ।
हमको जीना सिखातीं हैं ये बेटियाँ।
मान मर्यादा नीति का संकल्प ले।
दोनों कुल को निभातीं हैं ये बेटियाँ।
पक्तियों को प्रस्तुत कर सभी को भाव-विभोर कर दिया।
संस्था द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए वरिष्ठ पत्रकार ब्रज खंडेलवाल, फिल्म डायरेक्टर सूरज तिवारी, सिविल सोसायटी आगरा के संस्थापक अनिल शर्मा, शैलेंद्र कुमार शर्मा, बृजवानी रेडियो आर जे राखी त्यागी एवं आनंद राय मनीषा सिंह_को साहित्य शिल्पी सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कुवर संजीव सिंह, सुरेश शर्मा, बृजेश अग्रवाल, अलका शर्मा नाट्रांजलि ,गौरव शर्मा, राकेश लवानिया, टोनी फासटर, संजय गुप्त आदि उपस्थित रहे।
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