Baitul News: 2000 रु. देकर भाभी ने करवा दी थी देवर की हत्या, शराब पीने के बहाने बुलाकर बेल्ट से गला घोंटकर की हत्या
आरोपियों नेशराब के बहाने बुलाकर गला घोटकर शव को जला दिया था और महाराष्ट्र चले गए थे। पुलिस ने घटना के 6 महीने बाद इस अंधेकत्ल का खुलासा किया

शव को पेट्रोल डालकर जलाने के बाद हो गए थे फरार आरोपी, पुलिस ने अंधे कत्ल का किया खुलासा
Baitul News INA.
रिपोर्ट: शशांक सोनकपुरिया, बैतूल- मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के बैतूल में 6 माह पूर्व हुई हत्या का खुलासा कोतवाली पुलिस द्वारा किया गया है। कोतवाली हुए अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि 6 माह पूर्व हुए हत्याकांड को मास्टरमाइंड मृतक की भाभी ही थी। दरअसल भाभी ने अपने देवर की भाई से 2000 देकर हत्या करवा दी थी। आरोपियों नेशराब के बहाने बुलाकर गला घोटकर शव को जला दिया था और महाराष्ट्र चले गए थे। पुलिस ने घटना के 6 महीने बाद इस अंधेकत्ल का खुलासा किया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वही हत्या की साजिश रचने वाली भाभी फरार बताई जा रही है।
कोतवाली पुलिस ने प्रेस वार्ता में बताया कि 27 अप्रैल को थाना क्षेत्र के मलियाढाना में श्यामा उइके के खेत में एक अधजला शव मिला था, जिसकी उम्र लगभग 30 वर्ष थी। पुलिस ने हत्या और हत्या के साक्ष्य मिटाने का प्रकरण दर्ज कर हत्यारे की तलाश शुरू कर दी थी। शव की शिनाख्त के लिए पुलिस जांच कर रही थी। जांच के दौरान झल्लार थाना क्षेत्र के ग्राम गाड़ागोहान से 25 अप्रैल को शंकर दहीकर के गायब होने की सूचना मिली। इस पर पुलिस ने परिवार के लोगों से संपर्क किया और तस्वीर दिखाई। तब परिवार ने पहचान करने से इनकार कर दिया। इसके बाद डीएनए रिपोर्ट के आधार पर मृतक की पहचान हो पाई।
कोतवाली टीआई देवकरण डहेरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक शंकर दहीकर का उसकी भाभी मनीता के साथ विवाद होता था। मनीता ने अपने भाई संदीप दहीकर को शंकर की हत्या के लिए उकसाया। 25 अप्रैल को संदीप दहीकर जब निलेश चौहान के साथ गाड़ागोहान में एक शादी में आया तो उन्होंने शंकर को शराब पीने के लिए बुलाया।
शालिनी परस्ते ( एसडीओपी बैतूल)
दोनों ने शंकर को साथ ले जाकर बेल्ट से गला घोट दिया। इसके बाद पेट्रोल डालकर शंकर के शव को जला दिया। घटना के बाद दोनों आरोपी महाराष्ट्र भाग गए। पुलिस ने महाराष्ट्र जाकर दोनों आरोपी संदीप दहीकर 20 वर्ष एवं नीलेश चौहान 20 वर्ष दोनों निवासी निवासी बर्रा कास्या थाना झल्लार को 19 अक्टूबर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। जबकि इस मामले में मुख्य षड्यंत्रकारी मनीता दहीकर फरार है।
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