लखीमपुर खीरी न्यूज़: सीएम योगी ने किया बाढ़ का हवाई सर्वे, पीड़ितों में बांटी राहत सामग्री।
- आपदा के इस समय मे सरकार पूरी तत्परता व प्रतिबद्धता से आपके साथ खड़ी : सीएम
लखीमपुर खीरी जिले के बाढ़ के इलाकों का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को हवाई सर्वे किया। शारदा नगर कॉलोनी मैदान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सरकार और प्रशासन पूरी संवेदनशीलता से युद्ध स्तर पर बचाव एवं राहत कार्य में लगा है। सीएम ने कहा कि प्रदेश के हरेक नागरिक का जीवन हमारे लिए अमूल्य है। हम आश्वस्त करते हैं कि आपदा के इस समय मे सरकार पूरी तत्परता व प्रतिबद्धता से आपके से खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नदी और तटबंध के बीच बसे लोग यदि सहमति देंगे तो उन्हें सुरक्षित स्थान पर बसाएंगे। पूर्व में जिले में विकसित की गई आवास मॉडल कॉलोनी की भांति कॉलोनी विकसित कर उनके जीवन को सुगम बनायेगे।
बाढ़ के चलते जिनके मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उसके लिए भी सरकार 1.20 लाख रुपये तक अनुमन्य धनराशि देगी। यदि किसी का मकान कटान के चलते नदी में विलीन हो गया है तो सरकार उसे न केवल आवास के लिए भूमि का पट्टा देगी, बल्कि उसके लिए सीएम आवास योजना से आवास की भी व्यवस्था की जाएगी। जब तक आवास की व्यवस्था नहीं होती तब तक ऐसे लोगों को सरकार की तरफ से संचालित शरणालयों में जगह दी जाएगी। सीएम ने कहा कि किसी भी सूरत में किसी को बेघर नहीं रहने देंगे। सरकार लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों में काम कर रही है। जनप्रतिनिधि प्रशासन आपस में सामंजस्य बनाकर लगातार काम कर रहे हैं। जिम्मेदार अफसर लगातार दौरा कर रहे हैं और पीड़ितों को जरूरी चीजे मुहैया करा रहे हैं।
बाढ़ पीड़ितों में बांटी राहत सामग्री, खिले चेहरे
बुधवार को पीलीभीत, लखीमपुर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर निकले सीएम योगी बुधवार दोपहर शारदा नगर पहुंचे। उन्होंने यहां पीड़ितों के बीच पहुंचकर उनका दुख-दर्द साझा कर उन्हें राहत सामग्री प्रदान बांटी। 'हर समय सरकार उनके साथ' होने के भरोसे के साथ अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी को तनिक भी परेशानी नहीं होनी चाहिए। यहां उन्होंने क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और राहत सामग्री का वितरण किया।
फसल मुआवजा के लिए अभी से सर्वेक्षण
सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों के बर्बाद फसलों की क्षतिपूर्ति का भी आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसलें बाढ़ के पानी में डूब गई हैं, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए अभी से सर्वेक्षण भी शुरू करा दिया गया है। ऐसी व्यवस्था बनाई गई है कि सभी प्रभावित किसानों को समय से फसल मुआवजा मिल जाए।
आपदा से मृत्यु के साथ पशु हानि पर भी आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी की मृत्यु अत्यंत दुखदाई होती है। फिर भी आपदा में किसी की मृत्यु होने पर संबंधित के परिवार को चार लाख रुपये तत्काल आर्थिक सहायता देने का निर्देश प्रशासन को दिया गया है। सांप या अन्य हिंसक जहरीले जानवर के हमले में मृत्य पर भी यह मदद दी जाएगी। बाढ़ के चलते किसी किसान या बटाईदार की मृत्यु पर उसे तत्काल मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना के तहत पांच लाख रुपये की बीमा से आच्छादित करने का निर्देश प्रशासन को दिया गया है। इसी तरह यदि किसी व्यक्ति के पालतू पशु (गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी आदि) की बाढ़ के चलते मृत्यु हो जाती है तो उसके लिए भी सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन घरों में बाढ़ या बारिश का पानी घुस गया है, उन परिवारों के भोजन पैकेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पशुओं का भी सरकार को खयाल है। प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं को भूसे चारे का संकट न हो, इसके लिए भी प्रशासन को निर्देशित किया।
सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ के समय सांप व अन्य जहरीले जंतुओं तथा कुत्तों के द्वारा काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में एंटी रेबीज वैक्सिन व एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध रहे। बीमारियों की आशंका को देखते हुए ऐसे क्षेत्रों में ओआरएस के पैकेट बांटने के निर्देश दिए ताकि लोगों को इन बीमारियों से होने वाले डिहाइड्रेशन से बचाया जा सके। साथ ही पेयजल को शुद्ध रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग को क्लोरीन टैबलेट बांटने को कहा गया है।
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पर्याप्त मात्रा में हो रहा खाद्यान्न वितरण, बाढ़ से जीतेंगे लड़ाई, बाढ़ की आशंका को देखते हुए एनडीआरएफ
एसडीआरएफ व पीएसी की फ्लड यूनिट को पहले से ही सक्रिय कर दिया गया था। पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था के साथ राहत सामग्री का पर्याप्त इंतज़ाम है, जो भी बाढ़ की चपेट में आया उन्हें पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री दी जा रही है। हर राशन सामग्री किट में लाई ( धान की ) 05 किग्रा, भूना चना 02 किग्रा, गुण (प्लास्टिक पैक में) 01 किग्रा, बिस्कुट 10 पैकेट (50 ग्राम प्रति पैकेट ), मचिस 01 पैकेट (06 पीस प्रति पैकेट ),मोमबत्ती मोटी 50 ग्राम प्रति पैकेट 01 पैकेट, नहाने के साबुन 02 (75 ग्राम प्रति पीस),जरीकेन 01 (20 लीटर), तिरपाल 01 (12X10) वर्गफिट, मोटाई 110 GSM, आटा और चावल 10-10 किग्रा, अरहर दाल 02 कि०ग्रा०, आलू 10 किग्रा, हल्दी 200 ग्राम, मिर्च 100 ग्राम, सब्जी मसाला 200 ग्राम, सरसों का तेल एक लीटर, नमक आयोडाइज्ड एक किग्रा दी जा रही है। सीएम ने कहा कि हम शीघ्र ही बाढ़ की स्थिति पर नियंत्रण प्राप्त कर लेंगे।
बैठक में विधायक योगेश वर्मा, मंजू त्यागी, अमन गिरी, सौरभ सिंह सोनू, विनोद शंकर अवस्थी, रोमी साहनी, शशांक वर्मा, एमएलसी अनूप गुप्ता, जिला अध्यक्ष सुनील सिंह, मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब, एडीजी जॉन लखनऊ एसबी शिरोडकर, आईजी रेंज लखनऊ प्रशांत कुमार, डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी गणेश प्रसाद साहा, सीडीओ अभिषेक कुमार, एडीएम संजय सिंह, सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
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