मध्यप्रदेश आईएनए न्यूज़: बियर की बोतल में निकली मरी हुई छिपकली,शिकायत करने पर सेल्समेन ने की बदतमीजी, आबकारी अधिकारी का बेतुका बयान- बोतल खरीदने से पहले देख लें ग्राहक।
आबकारी अधिकारी का बेतुका बयान- बोतल खरीदने से पहले देख लें ग्राहक,बोतल खुलने के बाद में नही होती जवाबदेही, फिर चाहे जान ही चली जाए किसी की....
- बियर बार से खरीदी बियर की बोतल में निकली मरी हुई छिपकली,शिकायत करने पर सेल्समेन ने की बदतमीजी ,उतर आया गाली गलौज पर,मामले में आबकारी अधिकारी का बेतुका बयान बोतल खरीदने से पहले देख लें ग्राहक,बोतल खुलने के बाद में नही होती जवाबदेही किसी की फिर चाहे जान ही चली जाए किसी की।
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के मुलताई की शराब दुकाने लगातार विवादों में बनी हुई है लेकिन इस बार तो पूरा आबकारी विभाग ही सन्देह के घेरे में आ गया है पहला सवाल जो दुकान मुलताई की है वो कामथ में कैसे संचालित हो रही है दूसरा कीमत से 30 रुपये अधिक में कैसे बेची जा रही है बियर तीसरा कैसे चलाये जा रहे है आहता बार और भी ऐसे कई मामले मुलताई शराब ठेकेदार के है फिर भी आबकारी विभाग आंखों पर पट्टी बांधे बैठा है आखिर क्यों सवाल तो बहुत है पर अभी इस ताजे मामले में बात कर लेते है जहाँ मुलताई की दुकान जो कि ग्राम पंचायत कामथ में संचालित हो रही है वहाँ फरियादी सचिन विश्वकर्मा निवासी महावीर वार्ड मुलताई हेवड्स की बियर लेने पहुँचा।
जहाँ उससे निर्धारित मूल्य से 30 रुपये ज्यादा लिए गए पक्का बिल मांगने पर बिल भी नही दिया गया उसके बाद सचिन दुकान के बाजू में अवैध रूप से संचालित आहते में बीयर पीने बैठा और गिलास में डालते ही मरी हुई छिपकली ग्लास में दिखाई दी इस मामले की शिकायत करने जब सचिन सेल्समैन के पास पहुंचा तो वह अपनी गलती मानने की जगह गाली गलौच पर उतारू हो गया तो फरियादी ने सेल्समैन द्वारा किये जा रहे अभद्र व्यवहार का वीडियो बनाया और छिपकली वाली बियर के गिलास की फ़ोटो खिंचकर फरियादी सचिन पुलिस थाने पहुँचा जहाँ सेल्समैन की शिकायत की इस मामले को लेकर जब हमारे द्वारा आबकारी अधिकारी अंशुमन चढार से संपर्क किया गया और इस मामले में कार्यवाही के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बिना हिचकिचाये ऑन कैमरा बेतुका बयान दे दिया की शराब खरीदने से पहले ग्राहक और सेल्समैन दोनों बोतल की जांच करे कही उसमे इस तरह कोई गलत चीज न हो।
इस बात से अर्थ तो यही निकलता है कि शराब कंपनियों की पैकेजिंग और गुणवत्ता पर साहब को ही भरोसा नही है तो आमजनता की बात तो दूर।और तो और साहब का कहना है कि मुझे कोई शिकायत नही मिली । मीडिया के माध्यम से हमे जानकारी मिली है । हमने निदेश दिए है कि आगे से ध्यान रखे ।
सवाल यहाँ ये है कि इस तरह की लापरवाही से किसी की जान भी चली जाए तो साहब ठेकेदार को संरक्षण देने का ही काम करेंगे । अब देखना यह है कि जिला कलेक्टर मामले में संज्ञान लेकर क्या कोई कड़ी कार्यवाही करते है या आबकारी अधिकारी अपनी मनमानी जिले में यूं ही जारी रखेंगे ।
शशांक सोनकपुरिया, बैतूल मध्यप्रदेश
What's Your Reaction?