अयोध्या न्यूज़: रामनगरी में 29 जुलाई से चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित हो जाएगा।
- राममंदिर निर्माण के बाद पहला सावन मेला ,भीड़ का दबाव बढ़ने की संभावना
- कावड़ियों की भीड़ के चलते हाईवे की एक लेन सुरक्षित करने का इंतजाम
रिपोर्ट - देव बक्श वर्मा
अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की धर्म नगरी अयोध्या में एक तरफ जहां सावन के महीने में सावन झूला का पर्व चलता है लाखों लाख की संख्या में राम भक्त अयोध्या पहुंचकर भगवान राम के झूलोंत्सव का आनंद उठाते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सराबोर हो जाते हैं वहीं दूसरी तरफ हर हर बम बम के आवाज से अयोध्या गूंज मन हो जाती है।
सरयू के सलिल धारा में स्नान करके राम भक्त और शिव भक्त नागेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक पूजन अर्चन करते हैं और हनुमानगढ़ी कनक भवन राम जन्म भूमि का दर्शन करते हैं और अपने मनोकामना की पूर्ति के लिए भगवान से कामना करते हैं । सावन में अयोध्या आने वाले कावंड़ियों व श्रद्धालुओं का पहला पड़ाव सरयू तट होता है। वे यहां स्नान, पूजन कर राम की पैड़ी परिसर स्थित श्री नागेश्वरनाथ मंदिर में भोले के दर्शन करते हैं।
सावन मास का शुभारंभ 22 जुलाई से हो रहा है। इसी के साथ ही रामनगरी में कावड़ मेला का भी शुभारंभ होगा। रामनगरी में कावड़ियां श्रद्धालुओं की भीड़ 28 जुलाई के बाद से बढ़नी शुरू हो जाएगी। इसको देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व भीड़ नियंत्रण का खाका तैयार कर लिया गया है। रामनगरी में 29 जुलाई से चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित हो जाएगा। बाहरी जिलों के वाहनों को हाईवे पर डायवर्ट किया जाएगा।
सावन झूलनोत्सव का शुभारंभ सात अगस्त से होगा। मेले में 15 से 20 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसको देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर हो गया है। राममंदिर निर्माण के बाद यह पहला सावन मेला है, ऐसे में भीड़ का दबाव बढ़ने की संभावना है। सावन झूलनोत्सव से पहले कावड़ियों का आवागमन शुरू हो जाता है। ऐसे में करीब 20 दिनों तक अयोध्या में भीड़ रहेगी। पुलिस प्रशासन के समक्ष सुरक्षा इंतजामों के साथ ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करना भी चुनौती होगी। विशेषकर अयोध्या से बस्ती, गोंडा व फैजाबाद हाईवे, जहां प्रतिदिन लाखों वाहन गुजरते हैं। इन्हीं रास्तों से ही कावड़ियों का दल भी गुजरेगा। ऐसे में ट्रैफिक नियंत्रण व सुचारु आवागमन दोनों प्रशासन के लिए चुनौती होगा। वहीं मुख्य पर्व पर जहां अयोध्या में प्रवेश प्रतिबंधित तो गोंडा, बस्ती, गोरखपुर, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर व बाराबंकी से आने वाले कावड़ियों की भीड़ के चलते पुलिस प्रशासन हाईवे की एक लेन सुरक्षित करने का इंतजाम कर रहा है।
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सावन में अयोध्या आने वाले कावंड़ियों व श्रद्धालुओं का पहला पड़ाव सरयू तट होता है। वे यहां स्नान, पूजन कर राम की पैड़ी परिसर स्थित श्री नागेश्वरनाथ मंदिर में भोले के दर्शन करते हैं। भीड़ का सबसे ज्यादा दवाब इसी नयाघाट क्षेत्र में होता है। ऐसे में यहां भीड़ नियंत्रण और पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध करना प्रशासन की सबसे बड़ी चुनौती होगी। इसके अलावा हनुमानगढ़ी, कनक भवन व श्रीराम जन्मभूमि पर भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा होता है। ऐसे में यहां तक पहुंचने के लिए नया घाट से लेकर श्रीराम अस्पताल तक का मुख्य मार्ग समेत उपरोक्त तीनों धार्मिक स्थल पर भीड़ नियंत्रित करना भी आसान नहीं होगा।
बाहरी जनपद से अयोध्या की तरफ यातायात डायवर्जन
- गोरखपुर से आने वाले वाहनों को कौड़ीराम, बडहलगंज, दोहरीघाट, जीयनपुर, आजमगढ़ से पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे की ओर भेजा जाएगा।
- गोरखपुर-संतकबीरनगर-बस्ती से आने वाले वाहनों को कलवारी, टांडा , अकबरपुर, दोस्तपुर से पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे की ओर भेजा जाएगा।
- गोरखपुर-संतकबीरनगर-बासी-मेहदावल डुमरियागंज-उतरौला बलरामपुर,गोंडा से आने वाले वाहन जरवल रोड तिराहा से वापस आकर बहराइच की ओर जाकर टिकोरा मोड़ से चहलारी घाट रोड होते हुए सिधौली-सीतापुर-लखनऊ मार्ग की ओर भेजा जाएंगे।
- बलरामपुर, बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती, से अयोध्या होकर लखनऊ जाने वाले वाहनों को टिकोरा मोड़ से चहलारी घाट रोड होते हुए सिधौली, सीतापुर-लखनऊ मार्ग की ओर भेजा जाएगा।
- जनपद कानपुर की तरफ से आने वाले वाहनों को कानपुर, उन्नाव, मौरावां, मोहनलालगंज, गोसाईगंज, चांद सराय से पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर की ओर भेजे जाएगा।
- आगरा एक्सप्रेस-वे से आने वाले वाहनों को मोहान, जुनैबगंज से मोहनलालगंज से गोसाईगंज से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर की ओर भेजा जाएगा।
- सीतापुर, शाहजहाँपुर, से आने वाले वाहनों को आईआईएम रोड दुबग्गा से आलमबाग, नहरिया से शहीदपथ होते हुए अहीमामऊ से होते हुए पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे की ओर भेजा जाएगा।
- सुल्तानुपर से आने वाले वाहनों को कूड़ेभार से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से भेजा जाएगा।
- रायबरेली से आने वाले वाहनों को हलियापुर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से भेजा जाएगा।
- आजमगढ़, अंबेडकरनगर से आने वाले वाहनों को अंबेडकरनगर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से भेजा जाएगा
- बाराबंकी की ओर से आने वाले वाहनों को भिटरिया रामसनेही घाट से हैदरगढ़ से पूर्वांचल एक्प्रेस-वे की ओर भेजा जाएगा।
- जनपद बस्ती की ओर से आने वाले वाहनों को लोलपुर से नवाबगंज गोंडा की ओर भेजा जाएगा।
- गोंडा की ओर से नवाबगंज से आने वाले वाहनों को लकड़मंडी से लोलपुर से बस्ती की ओर भेजा जाएगा।
नोट-सभी डायवर्जन आवश्यक सेवाओं को छोड़कर लागू रहेगा।
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