सियासी उठापठक के बीच दिल्ली में बीजेपी की अहम बैठक, जानें किस विषय पर हुई चर्चा

यूपी की बैठक में दोनों डिप्टी सीएम के उपस्थित न रहने के मामले को अनुशासनहीनता बताया
नई दिल्ली।
दिल्ली स्थित मुख्यालय में मुख्यमंत्री परिषद की अहम बैठक हुई है। उत्तर प्रदेश की राजनीतिक उठापटक के बीच दिल्ली में बीजेपी दिग्गजों ने यूपी की बैठक में दोनों डिप्टी सीएम के उपस्थित न रहने के मामले को अनुशासनहीनता बताया है। यूपी में लोकसभा चुनाव के बाद मिली करारी हार के बाद वहां सियासी उठापटक चल रही है। उसके बाद शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री सीएम योगी और राज्य के दोनों डिप्टी सीएम भी बैठक में शामिल होने दिल्ली पहुंचे। इस बैठक में राज्यों के मुख्यमंत्री अपने काम का हिसाब-किताब दिया। उन्हें पार्टी की ओर से एक फॉर्मेट दिया गया, जिसमें अपने कार्यकाल की उपलब्धियां बताने को कहा गया। साथ ही उन योजनाओं को भी बताने को कहा गया, जिसे वह अब तक लागू नहीं कर पाए हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी भी इस बीच उपस्थित थे। बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर भी बात की गई।
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यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक ने भी यूपी के विभिन्न मुद्दों पर बात की। सभी राज्यों से कहा गया कि वे एक दूसरे की बेस्ट प्रैक्टिस के मॉडल को लागू करें। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की सभी योजनाओं के 100 प्रतिशत सैचुरेशन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए मिशन मोड में कार्य करने के लिए कहा। बीजेपी मुख्यालय पर शुरू हुई दो दिवसीय मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में एनडीए शासित कुल 16 राज्यों के 13 मुख्यमंत्री और 15 डिप्टी सीएम शामिल हुए। महाराष्ट्र, बिहार और नागालैंड में बीजेपी का मुख्यमंत्री न होने के चलते इन तीन राज्यों के डिप्टी सीएम ने बैठक में हिस्सा लिया। इस बैठक में कहा गया कि केंद्र और राज्य एक दूसरे के पूरक बनकर, बेहतर तालमेल से कैसे संघीय ढांचे को मजबूती प्रदान करें। इसके अलावा राज्य सरकारों को कार्य में क्या दिक्कत आ रही है? केंद्र कैसे मदद करे? इस पर भी मंथन हुआ। मोदी ने मुख्यमंत्रियों के सामने केंद्र सरकार का रोड मैप भी पेश किया। मुख्यमंत्रियों ने अपने राज्यों की बेहतरीन योजनाओं के बारे में जानकारी दी। बैठक का उद्देश्य केंद्र-राज्य पार्टी समन्वय को बढ़ावा देना और समग्र पार्टी रणनीति को मजबूत करना भी था।
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