किसानों को दी गयी श्री अन्न व पराली प्रबंधन की जानकारी।
हरदोई। जनपद में द मिलियन फार्मर्स स्कूल (किसान पाठशाला)ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठीयों का आयोजन छठवे दिवस मे जनपद की 154 ग्राम पंचायतों में किया गया। किसान पाठशालाओ मे कृषको को श्रीअन्न फसलो के बारे मे जानकारी देते हुये बताया कि श्रीअन्न के अन्तर्गत ज्वार, बाजरा, रागी, सावां एवं कोदो आदि फसले शामिल है।
इन फसलो को कम पानी और कम खाद एवं उर्वरक की आवश्यकता होने से इन फसलो की लागत कम आती है वर्तमान मे बाजार मे श्रीअन्न की मांग बढने से अच्छे दाम प्राप्त हो रहे है। कृषक उत्पादक संगठन (FPO) के बारे मे बताया कि किसान भाई (FPO) बनाकर सामूहिक रुप से उच्च तकनीकी की खेती कर सकते है और संगठित रुप से अपना उत्पाद बाजार मे बेच कर अच्छा दाम प्राप्त कर सकते है।
पराली प्रबन्धन के सम्बन्ध मे चर्चा करते हुये बताया कि किसान भाई अपने खेतो मे पराली मे आग कतापि न लगाये पराली को खेत मे वेस्ट डीकम्पोजर का घोल बनाकर छिडकाव करे जिससे पराली खाद मे परिवर्तित हो जाती है। सुपर सीडर के माध्यम से गेहूँ की सीधी बुवाई करे जिसमे पराली छोटे-छोटे टुकडो मे कटने के उपरान्त खेत मे ही सडकर खाद में परिवर्तित हो जाती है।
इसके अलावा किसान भाई अपने नजदीकी गौशाला मे पराली दो खाद लो योजना के अन्तर्गत दो ट्राली पराली देकर एक ट्राली गोबर की खाद प्राप्त कर सकते है। खरीफ फसलों के आच्छादन, उत्पादकता एवं उत्पादन बढाने के लिए उन्नतशील तकनीकी के बारे में जानकारी दी गयी।
कृषि विभाग के कर्मचारियो द्वारा किसान पाठशालाओं मे कृषि विभाग, गन्ना, पशुपालन, उद्यान, मत्स्य विभाग में संचालित योजनाओं की जानकारी दी गयी। जनपद मे आज छठवे दिवस मे लगभग 14670 कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
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