Kolkata Murder Case: ममता बनर्जी हुईं भावुक, भाजपा और कांग्रेस ने बनाया ममता सरकार को घेरने का प्लान

CBI नए एंगल से कर रही केस की जांच, पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का फोन खोलेगा सारे राज
कोलकाता।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बुधवार को पार्टी की छात्र शाखा 'तृणमूल छात्र परिषद' के स्थापना दिवस को उस महिला ट्रेनी डॉक्टर को समर्पित किया है। यह वही डॉक्टर हैं जिसका इस महीने की शुरुआत में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बलात्कार और हत्या कर दी गई थी। ममता बनर्जी ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि वह 'बहुत दुखी' हैं। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने इस बात पर जोर दिया कि छात्रों और युवाओं की सामाजिक भूमिका बहुत बड़ी है। उन्होंने कहा कि समाज और संस्कृति को जागृत रखते हुए नए दिन का सपना दिखाना और नए दिन के उज्ज्वल संकल्पों से सभी को प्रेरित करना विद्यार्थी समाज का काम है। आज मेरी उन सभी से अपील है कि इस प्रयास में प्रोत्साहित हों और प्रतिबद्ध रहें। मेरे प्यारे विद्यार्थियों, अच्छे रहें, स्वस्थ रहें और उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रतिबद्ध रहें।' ममता बनर्जी ने बंगाली में एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'आज तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर मैं इसे अपनी बहन को समर्पित कर रही हूं, जिसकी कुछ दिन पहले आरजी कर अस्पताल में दुखद मौत हो गई थी। हम अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और उस घटना के लिए तत्काल समाधान की मांग करते हैं। हमारी संवेदनाएं सभी उम्र की उन महिलाओं के साथ हैं जो अमानवीय घटनाओं की शिकार हुई हैं।
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हम बहुत दुखी हैं।' इस घटना को लेकर ममता बनर्जी कड़ी आलोचनाओं के घेरे में हैं। इस मामले पर आक्रोश जता रहे छात्र, डॉक्टर और भाजपा नेता उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। उधर सीबीआई 9 अगस्त की सुबह सेमिनार कक्ष में ट्रेनी डॉक्टर का शव मिलने के तुरंत बाद किए गए मोबाइल फोन कॉल्स को ट्रैक कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि घोष द्वारा किए गए या प्राप्त किए गए फोन कॉल्स को ट्रैक करके, जांच अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उन कॉल्स के दौरान बातचीत के दौरान वास्तव में क्या हुआ था। बता दें कि सीबीआई के अधिकारियों ने पहले ही घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट किया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कोलकाता पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक अनूप हलदर तथा मामले के एकमात्र आरोपी संजय रॉय के करीबी सहयोगी पर भी यही परीक्षण करने के लिए कोलकाता की एक निचली अदालत से अनुमति मांगी है। कई अधिकारियों का कहना है कि शायद ये हत्या इसलिए हुई क्योंकि उसे अस्पताल से जुड़ी कुछ भयानक सच्चाइयों के बारे में पता चल गया था। सीबीआई आर.जी. कर में वित्तीय अनियमितताओं की समानांतर जांच भी कर रही है, जब डॉ. घोष प्रिंसिपल थे। अब सीबीआई की दो जांच टीमें समानांतर जांच कर रही हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या दोनों मामलों के बीच कोई संबंध है।
दूसरी तरफ पुलिस द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के बाद भाजपा ने मंजूरी के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। हालांकि, अदालत ने कहा है कि धरना प्रदर्शन में 1 हजार से अधिक लोग नहीं होने चाहिए। इसी तरह, हाई कोर्ट ने अनुभवी कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और उनकी पार्टी के सहयोगी आशुतोष चट्टोपाध्याय की याचिका को मंजूरी दे दी, जिसमें इस जघन्य अपराध के विरोध में गुरुवार को कॉलेज स्क्वायर से श्यामबाजार तक विरोध रैली निकालने की अनुमति मांगी गई थी। कोलकाता दुष्कर्म-हत्याकांड के विरोध में गुरुवार को कांग्रेस की ओर से पहली विरोध रैली निकाली जाएगी। हालांकि अधीर रंजन इस मामले पर शुरुआत से ही काफी मुखर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस की राज्य इकाई आज तक सक्रिय रूप से सड़कों पर नहीं उतरी है।
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इससे पहले कलकत्ता हाई कोर्ट ने अदालत के एक वकील संजय दास द्वारा दायर एक जनहित याचिका (पीआईएल) को खारिज कर दिया था, जिसमें पश्चिम बंगाल में बीजेपी द्वारा बुलाए गए 12 घंटे के आम हड़ताल का विरोध किया गया था। मुख्य न्यायाधीश टी.एस. शिवगणनम और न्यायमूर्ति हिरण्मय भट्टाचार्य की खंडपीठ ने याचिकाकर्ता पर 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है। भाजपा ने 'नबन्ना अभिजन' (बंगाल सचिवालय तक मार्च) रैली में भाग लेने वालों पर पुलिस कार्रवाई के विरोध में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। हाई कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा और कांग्रेस नेतृत्व ने कहा, 'यह एक आम बात हो गई है कि विपक्षी दलों द्वारा किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम के लिए पुलिस की अनुमति नहीं दी जाएगी। पार्टियां अदालत का रुख करती हैं जिसके बाद इसकी अनुमति दी जाती है।' दोनों दलों के नेतृत्व ने दावा किया कि ममता सरकार में विपक्षी दलों के लिए न्यूनतम सम्मान की कमी है।
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