Kolkata Rape Case: जूनियर डॉक्टरों ने ठुकराई ममता बनर्जी की अपील, बंगाल बंद के बीच आया CM ममता का मैसेज

कोलकाता।
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर से पूरे देश में आक्रोश है। कोलकाता हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने इस मामले में पश्चिम बंगाल सरकार की मशीनरी को असफल बताया। साथ ही देशभर में इस घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला। इस बीच भाजपा लगातार ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग कर रही है। यह मुद्दा अब इतना गरमा चुका है कि इस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बयान दिया है। साथ ही भाजपा और टीएमसी के नेता अब एक दूसरे को धमकी देने तक उतर चुके हैं। ममता बनर्जी के बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "दीदी, आपकी हिम्मत कैसे हुई असम को धमकाने की? हमें लाल आंखें मत दिखाइए। आपकी असफलता की राजनीति से भारत को जलाने की कोशिश भी मत कीजिए। आपको विभाजनकारी भाषा बोलना शोभा नहीं देता।" ममता बनर्जी के बयान को लेकर पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने लिखा, "सीएम ममता बनर्जी की हाल ही में देश विरोधी टिप्पणियां, जिससे पूरे राज्य में आशांति की आशंका है, यह बेहद चिंताजनक है। यह नेतृत्व नहीं, हिंसा को बढ़ावा देना है।" इस बीच सीएम ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि 31 अगस्त को टीएमसी रेप केस को लेकर राज्य के हर ब्लॉक में प्रदर्शन करेगी। इस मामले पर बोलते हुए ममता बनर्जी ने मंच से संबोधन देते हुए कहा कि बंगाल में अगर आग लगाने की कोशिश की तो ये आग हर जगह लगेगी।
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उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को लग रहा है कि यह बांग्लादेश है। मुझे बांग्लादेश पसंद है। वहां के लोग हमारी तरह बात करते हैं। ये याद रखिएगा कि बांग्लादेश एक अलग देश है। याद रखिए अगर बंगाल में आग लगाएंगे तो असम भी चुप नहीं बैठेगा। यह आग असम में लगेगी, नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में लगेगी, ओडिशा, बिहार भी नहीं थमेगा और दिल्ली भी शांत नहीं बैठेगा। आपकी कुर्सी हिला कर रख देंगे। उधर कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले पर जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन लगातार जारी है। अब जूनियर डॉक्टरों सीएम ममता बनर्जी की अपील को खारिज कर दिया है और काम पर लौटने से साफ इनकार कर दिया है। कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों का प्रदर्शन लगातार जारी है। बुधवार को जूनियर डॉक्टरों ने सीएम ममता बनर्जी की उस अपील को साफ ठुकरा दिया है जिसमें उनसे काम पर लौटने की अपील की गई थी।
डॉक्टरों के फोरम ने अपनी मांगों को लेकर कोलकाता के उत्तरी भाग में श्यामबाजार इलाके में एक रैली निकाली है। पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फोरम के सदस्य ने कहा है कि हमें यह जानकर खुशी हुई कि मुख्यमंत्री हमारे मुद्दे का समर्थन कर रही हैं। हम काम पर लौटना चाहते हैं लेकिन अभी यह संभव नहीं है क्योंकि हमारी मांगें तक पूरी नहीं हुई हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने TMC छात्र परिषद की रैली में कहा था कि मैं शुरू से ही डॉक्टरों के प्रति सहानुभूति रखती आ रही हूं, क्योंकि वे अपने सहयोगी के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। हमने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि घटना को इतने दिन बीत चुके हैं। हम आपका दर्द समझते हैं। लेकिन, कृपया अब काम पर वापस लौट आइए, क्योंकि मरीज बेहद परेशान हैं। पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फोरम के एक सदस्य ने कहा है कि जब तक आरजी कर अस्पताल की पीड़िता महिला डॉक्टर को न्याय मिलने समेत उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे आंदोलन वापस नहीं लेंगे।
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जूनियर डॉक्टर्स आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष को स्वास्थ्य सेवाओं से निलंबित करने तथा कोलकाता पुलिस आयुक्त के खिलाफ भी ऐसी ही कार्रवाई की मांग की है। कोलकाता में मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता के इस्तीफे की मांग को लेकर राज्य सचिवालय ‘नबान्न’ तक मार्च किया गया। इस दौरान मार्च में हिस्सा ले रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने जबरदस्त एक्शन लिया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। हालात को काबू में करने के लिए लाठी चार्ज भी किया गया। बीजेपी ने प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई के विरोध में बंद बुलाया है। अलीद्वारपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया है। इस्तीफे की मांग और बंगाल बंद के बीच सीएम ममता ने कहा, "आज मैं तृणमूल छात्र परिषद का स्थापना दिवस हमारी उस बहन को समर्पित कर रही हूं, जिनकी कुछ दिनों पहले आरजी कर अस्पताल में दुखद मृत्यु पर हमने शोक व्यक्त किया था। उस बहन के परिवार के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना है, जिसे क्रूरतापूर्वक यातना देकर मार डाला गया। हम जल्द से जल्द न्याय देने की मांग कर रहे हैं। ममता ने आगे कहा, "हम भारत की उन सभी महिलाओं के लिए न्याय की मांग करते हैं। जो इस तरह के अमानवीय कृत्यों का शिकार हुई हैं। छात्रों को कहना चाहती हूं कि युवाओं की बड़ी सामाजिक भूमिका होती है। समाज और संस्कृति को जागृत रखना छात्र समाज का काम है।
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