कोलकाता रेप मर्डर केस: पुलिस कमिश्नर के नाम पर रजिस्टर मिली मुख्य आरोपी की बाइक

कोलकाता। अपडेट
कोलकाता रेप मर्डर केस को लेकर देश के लोगों में काफी आक्रोश है। केन्द्रीय एजेंसी द्वारा मामले में जाँच की जा रही है और पूंछतांछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। इस मामले में नये मोड़ भी आते रहे हैं इसी बीच जानकारी में आया है कि जिस बाइक से इस केस का मुख्यारोपी घूमता था वो बाइक पुलिस कमिश्नर के नाम पर पंजीकृत है। सनद हो कि कोलकाता के आरजी कर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्याकांड की जांच सीबीआई कर रही है। इस बीच जानकारी मिली है कि मुख्य आरोपी जिस बाइक से घूमता था वह कोलकाता पुलिस कमिश्नर के नाम पर पंजीकृत है। भाजपा के बंगाल प्रभारी अमित मालवीय ने इस मामले में कई सवाल उठाए हैं। आरजी कर मामले में गिरफ्तार सिविक वालंटियर की बाइक पुलिस ने पहले ही जब्त कर ली थी। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर जब सीबीआई ने जांच अपने हाथ में ली तो बाइक उन्हें सौंप दी गई है। कोलकाता पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में दावा किया कि कुछ लोग इस बाइक को लेकर इंटरनेट मीडिया पर 'भ्रम' पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
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पुलिस ने कहा है कि कोलकाता पुलिस के उपयोग के लिए आधिकारिक वाहनों को पहले आधिकारिक तौर पर पुलिस आयुक्त के नाम पर पंजीकृत किया जाता है। इसके बाद वाहनों को उपयोग के लिए अलग-अलग विभागों को सौंप दिया जाता है। चूंकि वह एक सिविक वालंटियर था, इसलिए उसने जिस बाइक का इस्तेमाल किया वह भी कोलकाता पुलिस आयुक्त के नाम पर पंजीकृत थी। सूत्रों के जरिए घटना से पहले आरजी कर हॉस्पिटल का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। फुटेज में सिविक वालंटियर हाथ में हेलमेट लटकाए आरजी कर अस्पताल के गलियारे में टहलता नजर आ रहा है। आरोपित की बाइक अब सीबीआई की जांच के दायरे में है। निवासियों, पड़ोसियों और आरोपितो के परिचितों ने दावा किया है कि सिविक वालंटियर 'केपी' (कोलकाता पुलिस) लिखी बाइक पर घूमता था।
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सीबीआई के एक सूत्र के मुताबिक, आरोपित ने दुष्कर्म और हत्या की घटना से एक दिन पहले से लेकर घटना वाले दिन सुबह तक चार बार आरजी कर अस्पताल पहुंचा था। एक बार वह एक अन्य सिविक वालंटियर 'मित्र' के साथ गया था। उस 'दोस्त' के एक परिचित को आरजी ने भर्ती कराया था। वह अपने एक दोस्त को देखने के बहाने उसके साथ अस्पताल में दाखिल हुआ। पुलिस के मुताबिक, कोलकाता पुलिस द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी आधिकारिक वाहन पुलिस आयुक्त के नाम पर पंजीकृत हैं। सूत्रों के मुताबिक, जिस दिन आरजी कर हास्पिटल में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या की घटना हुई, उसी दिन आरोपित को बाइक चलाते हुए पकड़ा गया था।
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