Pilibhit: वैज्ञानिकों ने एकत्र किए गोमती उद्गम की झील एवं नदी किनारे नलों और पोखरों के जल के नमूने

आदि गंगा मां गोमती नदी का उद्गम माधोटांडा के गोमत सरोवर के प्राकृतिक भूगर्भ जल स्रोतों से हुआ है जिसे फुल्हर झील भी कहा है।

Sep 25, 2024 - 21:50
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Pilibhit: वैज्ञानिकों ने एकत्र किए गोमती उद्गम की झील एवं नदी किनारे नलों और पोखरों के जल के नमूने

Pilibhit News INA.

राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रूड़की के वैज्ञानिकों की टीम ने गोमती उद्गम तीर्थ स्थल माधोटांडा पहुंच कर  गोमती नदी के प्राकृतिक जल स्रोतों, जल की गुणवत्ता, वाटर लेवल आदि के लिए नदी के उद्गम झील सहित नदी किनारे नलों के जल के नमूने जांच के लिए एकत्र किए। गोमती भक्तों में नदी की अविरल धारा की उम्मीद जगी। आदि गंगा मां गोमती नदी का उद्गम माधोटांडा के गोमत सरोवर के प्राकृतिक भूगर्भ जल स्रोतों से हुआ है जिसे फुल्हर झील भी कहा है। नदी के उद्गम पर कई प्राकृतिक भूगर्भ जल स्रोत अवरुद्ध हो चुके हैं जिससे पौराणिक काल में सदानीरा के रूप में बहने वाली गोमती नदी की अविरल धारा प्रभावित हो गई और नदी अपने पुनरुद्धार के लिए सिसकने लगी।

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जिसको लेकर गोमती भक्तों ने शासन प्रशासन से गुहार लगा कर प्राकृतिक जल स्रोतों को संचालित करवाने एवं नदी को अविरल प्रवाह मिल सके प्रयास किए। फलस्वरूप गोमती नदी के उद्गम स्थल की पवित्र झील के प्राकृतिक जल स्रोतों को  पुनः से संचालित  के लिए रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर लखनऊ के वैज्ञानिक एवं राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रूड़की के वैज्ञानिकों ने जनपद में पहुंच कर गोमती नदी पर काम किया। मंगलवार को एक बार फिर से राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रूड़की के वैज्ञानिक अनुपम त्यागी और नितिन सैनी ने दो दिन लगातार गोमती नदी के उद्गम झील, नदी के तट पर स्थित इंडिया मार्का हैंडपंपों एवं नदी किनारे पोखरों के जल के नमूने जांच के लिए एकत्र किए।

रिपोर्ट: कुँवर निर्भय सिंह, आईएनए पीलीभीत- उत्तर प्रदेश

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