गर्भवती महिला को खटिया पर लिटाकर ले गए परिजन, दम तोड़ रहीं 'विकास योजनाएं'

बैतूल-मध्य प्रदेश।
जिले के शाहपुर ब्लॉक मुख्यालय शाहपुर से सटे लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत मोखा माल छतरीबढ़ में गर्भवती महिला को खटिया पर डालकर 108 वहां तक पहुंचाया ग्राम पंचायत मोखामाल के ग्राम छितरीबड़ में एक महिला को प्रसव के लिए शाहपुर शासकीय अस्पताल ले जाने के लिए खटिया पर डालकर एंबुलेंस 108 तक ले जाना पड़ा। यह घटना भाजपा के विकास के दावों की पोल खोलती है, जहां जिले के पांच विधायक और एक सांसद होने के बावजूद यह स्थिति बनी हुई है।
गांव में पक्की सड़क न होने के कारण पहले भी कई बार माताओं और बच्चों को जान गंवानी पड़ी है।
यह घटना भाजपा सरकार के विकास के खोखले वादों का सच सामने लाती है। बैतूल जिले में भाजपा के पांच विधायक और एक सांसद हैं, जो कि वर्तमान में मोदी सरकार में कैबिनेट राज्य मंत्री बनाए गए हैं। बावजूद इसके गांव की सड़कें अब तक नहीं बन सकी हैं। सरकार जहां एक ओर विकास के ढोल पीट रही है, वहीं दूसरी ओर बैतूल जिले में विकास की यह तस्वीर सरकार को उनके झूठे विकास का आईना दिखा रही है।
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इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा किया है कि क्या सच में विकास का लाभ गांवों तक पहुंच पा रहा है? क्या सरकारी योजनाएं और वादे सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गए हैं? यह घटना सरकार के दावों और वास्तविकता के बीच की खाई को स्पष्ट रूप से दिखाती है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में इस प्रकार की मुसीबतें उत्पन्न होना आम बात हो गई है इस वीडियो के माध्यम से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार के सारे दावे कितने सही है प्राप्त जानकारी के अनुसार इस ग्राम के ग्राम वासियों द्वारा अपनी समस्याओं को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों एवं शासन प्रशासन को अवगत कराया है परंतु हालत जस के तस बने हुए हैं। ऐसी समस्याओं को लेकर ना ही शासन प्रशासन सजग है बल्कि जनप्रतिनिधियों का ध्यान भी ग्रामीणों की जीवंत समस्याओं की ओर नहीं जा रहा है यह स्थिति सरकार के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि विकास के वास्तविक मायने क्या होते हैं और आम जनता को इन सुविधाओं से वंचित नहीं रहना चाहिए ।
रिपोर्ट शशांक सोनकपुरिया
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