Kanpur Metro: कॉरिडोर-2 के 4.10 किमी लंबे अंडरग्राउंड सेक्शन पर टनल निर्माण कार्य जल्द होगा आरंभ।
रावतपुर स्टेशन के निकट लॉन्चिंग शाफ्ट में टीबीएम मशीन के सभी हिस्सों को लोअर करने की प्रक्रिया हुई पूरी ...

कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के अंतर्गत कॉरिडोर-2 (सीएसए से बर्रा-8) के अंडरग्राउंड सेक्शन में टनल निर्माण कार्य जल्द आरंभ हो सकता है। संपूर्ण परियोजना की पांचवी और कॉरिडोर-2 की पहली टीबीएम मशीन के सभी हिस्से रावतपुर स्थित लॉन्चिंग शाफ्ट में लोअर यानी जमीन के नीचे उतारे जा चुके हैं। इन हिस्सों की लोअरिंग के बाद अब टीबीएम मशीन के सभी भागों और घटकों के असेंबलिंग की प्रक्रिया और इनीशियल ड्राइव की तैयारियां चल रहीं हैं।
कॉरिडोर-2 के अंतर्गत रावतपुर एलिवेटेड स्टेशन से जुड़कर बन रहा अंडरग्राउंड स्टेशन, कानपुर मेट्रो के दोनों कॉरिडोर को जोड़ने वाला अहम स्टेशन है। यहां इसी साल 1 अप्रैल से डी-वॉल डालने का कार्य शुरू किया गया था। टॉप-डाउन प्रणाली से बन रहे इस स्टेशन पर निर्माण कार्य के साथ-साथ अब कानपुर मेट्रो के पांचवे टीबीएम मशीन के सभी हिस्सों को लॉन्चिंग शाफ्ट में उतारने या लोअर करने की प्रक्रिया भी पूरी की जा चुकी है। लगभग 15 मीटर गहरे शाफ्ट में ‘अप-लाइन‘ पर मशीन के हिस्सों को उतारने की प्रक्रिया 2 अक्टूबर से आरंभ हुई थी। सबसे पहले इस मशीन के लगभग 120 टन वजनी ’फ्रंट शील्ड’ को उतारा या लोअर किया गया, जिसके बाद एक- एक करके कटरहेड, मिडिल शील्ड, टेल शील्ड, स्क्रू कन्वेयर आदि हिस्से उतारे गए।
टीबीएम मशीन के सभी भागों को लोअर करने के बाद इन्हें यांत्रिक घटकों, तारों आदि से जोड़ा जा रहा है। शाफ्ट के अंदर ‘डाउनलाइन‘ पर छठे टीबीएम मशीन को भी लोअर करने की प्रक्रिया जल्द आरंभ की जाएगी। दोनों टीबीएम मशीनें एक-दूसरे से कुछ दिनों के अंतराल पर सबसे पहले रावतपुर से कंपनी बाग चौराहे की दिशा में आगे बढेंगी और कॉरिडोर-2 डिपो रैंप तक लगभग 650 मीटर लंबे टनल का निर्माण करेंगी। उक्त सेक्शन के टनल निर्माण के लिए रिंग सेग्मेंट की ढलाई 12 अगस्त 2024 से मकड़ीखेड़ा स्थित कास्टिंग यार्ड में पहले ही आरंभ हो चुकी है। इन रिंग सेग्मेंट्स की सहायता से ही टीबीएम मशीन टनल के अंदर गोल रिंगनुमा संरचना तैयार करती है, जिसपर बाद में ट्रैक निर्माण और मेट्रो ट्रेन का संचालन होता है।
कॉरिडोर-2 के अंडरग्राउंड सेक्शन की कुल लंबाई लगभग 4.10 किमी है। सीएसए से बर्रा-8 की दिशा में जाने वाली ट्रेन विश्वविद्यालय के निकट स्थित निर्माणाधीन कॉरिडोर-2 डिपो रैंप से अंडरग्राउंड टनल में प्रवेश करेंगी और रावतपुर, काकादेव व डबल पुलिया स्टेशन होते हुए रैंप से बाहर निकलकर विजयनगर चौराहा, शास्त्री चौक और बर्रा-7 होते हुए बर्रा-8 तक पहुंचेंगी।
विदित हो कि पूर्व में कानपुर मेट्रो रेल परियोजना की पहली दो टीबीएम मशीन ’नाना’ और ’तात्या’ ने लगभग 4 किमी लंबे चुन्नीगंज-नयागंज अंडरग्राउंड सेक्शन के टनलिंग का कार्य किया था। तीसरी और चौथी टीबीएम मशीन, ‘आजाद‘ और ‘विद्यार्थी‘ नयागंज से कानपुर सेंट्रल तक टनल निर्माण करने के बाद वर्तमान में स्वदेशी कॉटन मिल/श्याम पैलेस सिनेमा के निकट स्थित रैंप एरिया से कानपुर सेंट्रल तक टनल निर्माण कर रहीं हैं।
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बता दें कि लगभग 24 किमी लंबे कॉरिडोर-1 (आईआईटी-नौबस्ता) के अंतर्गत कानपुर मेट्रो की यात्री सेवाएं 9 किमी लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर (आईआईटी-मोतीझील) पर चल रहीं हैं। कॉरिडोर-1 के चुन्नीगंज से लेकर नौबस्ता तक बैलेंस सेक्शन और लगभग 8.60 किमी लंबे कॉरिडोर-2 (सीएसए-बर्रा 8) का सिविल निर्माण कार्य तेजी से बढ़ रहा है।
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