सीएम योगी ने की अयोध्या में मंत्री मंडल की बैठक, जानें अयोध्या का 9 नवंबर से कनेक्शन
सीएम योगी की अध्यक्षता में आज अयोध्या में मंत्रिमंडल की बैठक हुई की गई है। बता दें कि राम नगरी में योगी कैबिनेट की यह पहली बैठक थी।
इससे पहले सीएम योगी ने पूरी कैबिनेट के साथ अयोध्या में रामलला के दर्शन किए थे। साथ ही मंदिर निर्माण कार्य का जायजा लिया था। हालांकि यह बैठक अन्य बैठकों से थोड़ा भिन्न था।

रामकथा संग्रहालय में हुई योगी कैबिनेट बैठक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के सूचना के मुताबिक योगी आदित्यनाथ दीपोत्सव की तैयारियों का जायजा भी लिया। यूपी सरकार के मंत्री मध्य प्रदेश और राजस्थान में बीजेपी प्रत्याशी का चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
चुनाव प्रचार में जुटे मंत्रियों को भी कैबिनेट की बैठक में शमिल होने का निर्देश दिया गया था। गौरतलब है कि वर्ष 2019 में कुंभ मेला के दौरान प्रयागराज में भी मंत्रिपरिषद की बैठक की गयी थी। इसके बाद यह बैठक इस बार अयोध्या में आयोजित किया गया है।

इस बार 24 लाख दीपों से जगमगाएगा अयोध्या
इस बार अयोध्या को कुल 24 लाख दीपों से सजाया जाएगा। अयोध्या के घाट इस साल 11 नवंबर को दीपोत्सव है। इस बार अयोध्या के 51 घाटों पर लगभग 24 लाख दीये जलाए जायेंगे। इस मेगा इवेंट को सफल बनाने के लिए 25,000 वॉलंटियर्स शामिल होंगे।
गिनीज बुक में दर्ज करने की तैयारी
इस दीपोत्सव को छठवीं बार गिनीज बुक में दर्ज करने की तैयारी में सभी वालंटियर्स जुटेंगे। इसके लिए अयोध्या के घाटों पर 14*14 के 12,500 ब्लॉक बनाए जाएंगे, जिसमें 24 लाख दीये बिछाए जाएंगे। आयोजन में करीब एक लाख लीटर तेल का इस्तेमाल होगा। इस बार इसकी सुरक्षा व्यथा भी और दुरुस्त कर दिया गया है ।
योगी कैबिनेट के विस्तार पर हुई चर्चा
यूपी के सियासी गलियारों में लोकसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चा हुई है । यही वजह है कि कयास लगाए जा रहे हैं कि एक बार फिर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान मंत्रिमंडल का हिस्सा हो सकते हैं।
दरअसल, मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की थी। जिसके बाद से माना जा रहा है कि दिवाली से पहले 10 नवंबर तक योगी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। हालांकि इसपर अभी बीजेपी की तरफ से कोई भी जानकारी नहीं मिल पाई है।

इस लिए चुनी गई 9 नवंबर की तारीख
अयोध्या में योगी कैबिनेट की बैठक आयोजित करने के लिए खासतौर पर 9 नवंबर की तारीख चुनी गई है। क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने 9 नवंबर 2019 में इसी तारीख को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाला फैसला सुनाया था। इसके अलावा 9 नवंबर 1989 को ही विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में राम मंदिर की पहली आधारशिला रखी थी। यही वजह है कि योगी सरकार आज का ही दिन का चुनाव किया है।