Mussoorie News: डीएलएफ फाउंडेशन मसूरी ने महिला समूह को स्वरोजगार से जोड़ने की करी पहल।
पहाड़ों की रानी मसूरी में डीएलएफ फाउंडेशन ने महिला सशक्तिकरण और स्वरोजगार के तहत दोना पत्तल बनाने की मशीन मसूरी के मजदूर....
रिपोर्टर सुनील सोनकर
पहाड़ों की रानी मसूरी में डीएलएफ फाउंडेशन ने महिला सशक्तिकरण और स्वरोजगार के तहत दोना पत्तल बनाने की मशीन मसूरी के मजदूर विधवा महिला के समुह को भेंट की। मसूरी के झूलाघर स्थित आयोजित कार्यक्रम में डीएलएफ फाउंडेशन के जनरल मैनेजर रिटायर्ड कर्नल अनिल थापा द्वारा दोना पत्तल मशीन का शुभारंभ किया गया और महिलाओं को भेंट की गई। इस मौके पर मसूरी के पूर्व पालिका अध्यक्ष ओपी उनियाल, मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने डीएलएफ फाउंडेशन के द्वारा किये जा रहे समाजिक कार्यो की सहराहना करते हुए कहा कि डीएलएफ फाउंडेशन द्वारा लगाातर मसूरी में गरीब लोगो की मदद करने के साथ बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराये जाने को लेकर उप जिला चिकित्यालय में सीटी स्केन मषीन दी गई वही महिलाओं को रोजगार से जोडने को दोना पत्तल मषीन दी गई है जो कि एक सहरानीय कार्य है। उन्होने मसूरी में गरीब और निम्न वर्ग के लोगों के लिए हाउसिंग स्कीम लाने की मांग की है।
डीएलएफ फाउंडेशन के जनरल मैनेजर रिटायर्ड कर्नल अनिल थापा ने कहा कि मसूरी के विधवा महिलाओं का एक समूह बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाए जाने को लेकर दोना पत्तल मशीन के साथ सिलाई मशीन भेंट के साथ कच्चा माल दिया गया है। जिससे महिलाएं स्वावलंबी और आर्थिक रूप से मजबूत हो सके। उन्होंने कहा कि अगर यह सफल रहा तो और भी मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि वह महिलाओं के लिए कार्य करने को प्रोत्साहित कर रहे हैं ताकि वह अपना स्वरोजगार कर सके और अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत कर सके।
मसूरी व्यापार मंडल के महामंत्री जगजीत कुकरेजा ने कहा कि डीएलएफ फाउंडेशन लगातार मसूरी में ,सेवा कार्य कर रहा है उन्होंने कहा कि कोविद में डीएलएफ ने 20 लाख का राशन बांटा, करोड़ों रुपए की मशीन उप जिला चिकित्सालय और कम्युनिटी अस्पताल में दी वहीं ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों को लगातार मदद की जा रही है।
मसूरी मजदूर संघ के अध्यक्ष रंजीत चौहान ने डीएलएफ फाउंडेशन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि डीएलएफ फाउंडेशन द्वारा समय-समय पर मजदूर और निर्मल वर्ग के लोगों की हर संभव मदद की जाती रही है वहीं महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए उनके द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत काम किया जा रहा है जो एक सराहनीय कदम है।
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