लेटर वाक्स मे पत्रो की जगह पडी मिली खाली बोतले, लेटर वाक्स पर ही पान मसाला खाकर थूकते डाक कर्मी।
शाहाबाद\हरदोई। सामान्य जनमानस तक मोबाइल की पहुंच हो जाने से भले ही डाक से भेजे जाने बाले पत्रो की संख्या मे कमी आई लेकिन इसके बावजूद अभी भी सरकारी संस्थान से लेकर सामान्य नागरिक भी साधारण डाक के माध्यम से पत्र भेजते है तमाम पत्र पत्रिकाये, आधार कार्ड, सामान्य सूचनायें आदि साधारण डाक से ही भेजे जाते है लेकिन इन पत्रो को भेजने का कोई विधिक प्रमाण न होने के चलते डाक कर्मी इन पत्रो के प्रेषण तथा वितरण मे इतनी घोर लापरवाही करते है जिससे नैतिकता के सारे मापदंड तो धूलधूसरित होते ही साथ ही एक सरकारी कर्मचारी के अपने दायित्वो के प्रति लापरवाही का अद्वितीय उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।
नगर मे पहले कई प्रमुख स्थानो पर लेटर वाक्स लगे रहते थे जिनमे समीपवर्ती लोग पत्र डाला करते थे तथा पोस्टमैन भी निर्धारित समय पर पत्र निकालकर उनको गन्तव्य तक पहुंचाने मे अपने दायित्व का निर्वहन करते थे। लेकिन मोबाइल के आने से जैसे जैसे साधारण पत्रो का प्रचलन कम हुआ बैसे बैसै नगर के प्रमुख स्थानो से लेटर वाक्स गायब हो गये लेकिन नगर के मोहल्ला चौक स्थित डाकघर मे दीवार मे ही बना लेटर वाक्स साधारण डाक भेजने बालो के लिए एक आशा की किरण है लेकिन डाक कर्मियो ने इस लेटर वाक्स को कूडादान तथा पीकदान बना डाला ।
इस लेटर वाक्स को खोलने के स्थान पर डाक कर्मी पान मसाला खाकर थूकने का काम करते है जिसके चलते वहां पर फर्श तक पान मसाले के रंग की हो गयी है। लेटर वाक्स मे पत्रो की जगह अब खाली बोतले तथा मकडी का जाला लगा दिखाई पडता है। इस अव्यवस्था से अनजान व्यक्ति जब इस लेटर बाक्स मे पत्र डाल जाता है तब वह पत्र गंतव्य तक पहुंचने के स्थान पर कूडे मे पडकर फेंक दिया जाता है तथा पत्र भेजने बाला उस पत्र के उत्तर की प्रतीक्षा करता रह जाता है।
डाक कर्मियो की इस लापरवाही से जनसामान्य को कितनी परेशानियो एवं झंझावातो का सामना करना पडता है यह कोई भुक्त भोगी ही बता सकता है। साधारण डाक से आने बाले आधार कार्ड लोगो के घरो तक नही पहुंच पाते जिसके चलते उन्हे इधर उधर भटकना पडता है तथा काफी समस्यो का सामना करना पडता है। तमाम लोगो ने बताया कि उन्हे संस्थान से भेजी जाने बाली पत्रिकाये अब प्राप्त नही होती जबकि प्रकाशन केन्द्र से बराबर भेजी जाती है।
डाकघर मे कार्यरत पोस्टमास्टर राजेश कुमार से जब पूंछा गया कि लेटर वाक्स खुला क्यो पडा है इसके जबाब मे उन्होने कहा कि पोस्टमैन ने खोलकर अभी डाक निकाली होगी लेकिन जब उसमे खाली बोतले पडी होने तथा थूक के निशान तथा गंदगी के विषय मे पूंछा गया तब वह कोई सटीक जबाब न देकर यह कहकर बात टाल गये कि सफाई कर्मी की लापरवाही है।



