हरदोई। सामाजिक संस्था अवध फाउंडेशन द्वारा स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद हिंदी भाषा को आधिकारिक भाषा के रूप में स्थापित होने पर हिंदी सप्ताह के अन्तर्गत संस्था द्वारा कवि सम्मेलन शिवशक्ति मैरिज लॉन, सांडी चुंगी, हरदोई में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि निरमा देवी जी व विशिष्ट अतिथि के रूप में जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा अलका गुप्ता रही जिन्होंने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए बताया कि ऐसे कार्यक्रम जिले में निरंतर होने चाहिए कवि सम्मेलन की संयोजकता अवरेंद्र अवस्थी फौजी जी द्वारा की गई हास्य व्यंग्य कवि अवरेंद्र अवस्थी फौजी जी की पंक्तियां (मैडम खेल रही पब्जी) ने सबका मन मोह लिया।
मुख्य रूप से कविगण में हास्य कवि अजीत शुक्ल जी की कुछ पंक्तियो जैसे (शहर की हवा क्या लगी अब गाँव नही छूते। दौलत आ गई तो गरीबों के पाँव नहीं छूते।। जरा सी शोहरत पर फूलने वाले लोग हाथ मिलाते हैं अब , पांव नहीं छूते।) सबका मन जीत लिया।
पवन प्रगीत जी की पंतिया (मन कबीरा को पढ़के जाना है। एक हीरा को पढ़के जाना है। प्यार तो त्याग तप समर्पण है, हमने मीरा को पढ़के जाना है।) जी की पंतियो को सबने बहुत सराहा,
तथा कवि राजेश बाबू अवस्थी जी कवि गीतेश दीक्षित जी, कवित्री आकांछा गुप्ता जी, अनमोल शुक्ला, अर्पित दीक्षित कवियों ने सबका मन कवि सम्मेलन के प्रति उत्साह से भर दिया।
संस्था के संस्थापक सुधीर श्रीवास्तव जी द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे संस्था संचालक वैभव श्रीवास्तव, आयोजक संजीव श्रीवास्तव, सह आयोजक अंशुल श्रीवास्तव, यश शुक्ला, अर्जुन, आकाश, अभिकेश आदि लोगो ने किया कार्यक्रम में विशेष सहयोग धीरज मिश्रा जी का रहा।