डौली माहौर ने मलिन वस्तियों पहुंच घर-घर बांटे दीपक और दी पांच दिवसीय दिवाली पर्व की शुभकामनायें, स्वदेशी वस्तुओं को प्रयोग में लाने की अपील का भी किया लोगों ने स्वागत।
हाथरस। जिस प्रकार दीपक और बाती का साथ होता है उसी प्रकार जनता और सेवक का साथ सात्विकता का संचार करती है। यहाँ सेवक से मसलन जनसेवक (जनप्रतिनिधि) से है। सही मायने में सेवक शब्द की सोच का सही अर्थ माननीय प्रधान मंत्री जी ने सत्ता में रहकर सेवा धर्म निभाते हुए दिया है।
यह उद्गार ब्रज क्षेत्र मंत्री (पूर्व चेयरमैन) डौली माहौर व समर्पित भाजपा नेता बासुदेव माहौर एडवोकेट ने बृहस्पतिवार को सेवा बस्तियों नगला बेलन शाह, नगला ओकानिया, किला गेट आदि में पहुँच कर घर-घर में स्वदेशी मिट्टी से बने दीपकों एवं रुई की बाती का वितरण किया।
सुबह-सुबह जब दीपक विक्रेता से हजारों की संख्या दीपक खरीदे तो उनके चेहरे एक अलग ही चमक थी अर्थात सुबह-सुबह हुई अच्छी बौहनी से उनका परिवार खुश था। दूसरी ओर जिन घरों दीपक पहुंचे थे वहाँ पर भी दिवाली के आगवन की एक अच्छे सकुन को लेकर चेहरों पर खुशियाँ थी।
सभी को पाँच दिवसी दीपावली महापर्व (धन्वन्तरि पूजन, नरक चौदस, दीपावली पूजन, गोवर्धन पूजा और भैयादूज) की शुभकामनायें दीं और वंदन किया।
इस दौरान वस्तियों के वाशिंदों से जो प्रेम और सौहार्द मिला वह ऐसे था जैसे ‘दिया और बाती’। इस दौरान श्रीमती डौली माहौर द्वारा स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की अपील का सभी दिल से स्वागत किया।
इस अवसर पर डौली के साथ नानक चंद माहौर, मोबीन खान, रोहित मेहर, सुरेश चंद कुशवाहा, कन्हैया लाल, दीपक माहौर आदि लोग प्रमुख रूप से साथ थे।