विश्व प्रसिद्ध दरगाह साबिर साहब का सालाना उर्स बड़ी धूम धाम के साथ मनाया जा रहा है उर्स में देश ही नहीं विदेशों से भी लाखों जायरीन दरगाह पहुंचे हैं। आज उर्स में कुल शरीफ की रस्म अदा की गई जिसमें दरगाह के सज्जादानशी शाह मंज़र एजाज़ साबरी ने कुल शरीफ की रस्म अदा कराई इस दौरान बाहर से पहुंचे कव्वालों ने साबिर साहब की शान में एक से बढ़कर एक कलाम पेश किए।
इस दौरान दरगाह के सज्जादा नशीन शाह मंज़र एजाज़ साबरी उर्फ़ अलीशाह मियां ने देश की अमन और तरक्की के साथ साथ देश के आपसी सौहार्द की दुआएं भी कराईं। अलीशाह मियां की दुआओं के वक्त लोग काफी भावुक नजर आए जिस वक्त दुआ हो रही थी उस समय दरगाह का नजारा ही अलग था।
हजारों की भीड़ में या साबिर हक साबिर की गूंज सुनाई दे रही थी।अलीशा मियां ने जहां दुआओं में मुल्क की खुशहाली और तरक्की पर ध्यान दिया वहीं तमाम जायरीनों और सभी दरगाह के सेवकों के लिए विशेष दुआएं कराई। सज्जादा नशीन ने अपनी दुआओं में कहा या साबिर जो लोग आपके दरबार में अपनी मन्नत मुरादें लेकर पहुंचे हैं।
उनको निराश और मायूस ना लौटाना सज्जादे साहब की दुआ में वह दर्द था जिसे सुनकर हर कोई अपने आंसू नहीं रोक पाया। इस दौरान सभी जायरीनों ने दरगाह पर चादर चढ़ाई और देश की अमन सलामती की दुआएं मांगी। इस बार हजारों की संख्या में जायरीन कलियर शरीफ दरगाह पहुंचे हैं।इस बार दरगाह प्रबंधन और प्रशासन ने भी उर्स को लेकर बेहतर इंतजाम किए हैं।
गौरतलब है की इस बार दरगाह उर्स में विदेशों से भी जायरीन बड़ी संख्या में पहुंचे हैं। प्रसिद्ध शायर अफजल मंगलौरी ने बताया की साबिर साहब का 755वा सालाना उर्स बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है आज कुल शरीफ के बाद कल गुसलशरीफ की रस्म अदा की जाएगी। जिसमें लाखों जायरीन शिरकत करेंगे।उन्होंने कहा की वक्फ बोर्ड और प्रशासन की मेहनत से उर्स काफी सफल रहा।
आरिफ नियाज़ी