Kanpur News: लाल लाजपतराय के निर्वाण दिवस पर प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि कार्यक्रम।
कानपुर। लाला लाजपतराय विकास समिति द्वारा आयोजित भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन के यशस्वी महानायक लाल लाजपतराय के निर्वाण दिवस पर लालपत नगर कानपुर में उनकी प्रतिमा पर माल्र्यापण व पुष्पांजलि कार्यकम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे पं० भूधर नारायण मिश्र, पूर्व विधायक ने अपने सम्बोधन में कहा कि ब्रिटिश हुकूमत द्वारा लागू साइमन कमीशन के विरोध में उग्र आन्दोलन करने तक नेतृत्व लालाजी ने किया।
ब्रिटिश हुकूमत की पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया और लालाजी की छाती पर लाठियां बरसाई। वह बेहोश हो गये और उसी वर्ष 17 नवम्बर को उनका देहान्त हो गया। उसके बाद आन्दोलन और उग्र होता गया। अन्त में 1947 में भारत आजाद हुआ। कार्यक्रम में पधारे महानगर कांग्रेस कमेटी दक्षिण के अध्यक्ष हरीकिशन भारती ने भी स्वतंत्रता आन्दोलन में लालाजी की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संयोजन व संचालन दीपक धवन ने किया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से ए.के. द्विवेदी, डा० प्रभात मिश्र, कृष्ण मोहन सोनकर,अम्बरीश सक्सेना, स० सुरिन्दर पाल सिंह काके, विजय श्रीवास्तव दद्दू, राकेश यादव, अशोक कुमार आनन्द, गोपाल बाजपेयी, अमनदीप सिंह गम्भीर पार्षद ने आये हुए लोगों का आभार प्रकट किया। एवं उत्तर प्रदेश चन्द्रशेखर आजाद जनकल्याण समिति द्वारा प्रख्यात स्वाधीनता सेनानी मूर्धन्य पत्रकार शहीद लाला लाजपत राय के बलिदान पर पुष्पांजलि सभा प्रतिमा स्थल लाजपत नगर तिराहा में सर्वेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित की गयी।
शहीद लाला की आदमकद प्रतिमा की सफाई कर माल्यार्पण किया गया। श्रद्धांजलि सभा में बोलते हुए पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्र ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर लाला को स्वाधीनता संग्राम का महान सेनानी, उच्च कोटि का नेता और एक सच्चा देशभक्त बताया। उन्होंने जीवन पर्यन्त देश को क्रूर अंग्रेजी सम्राज्यवाद से आजाद कराने के लिए मन वचन कर्म तीनों से देश व देश के बाहर जाकर जुझारू संघर्ष किया और साईमन कमीशन गो बैक का नारा बुलंद करते हुए अंग्रेजी हुकुमत की लाठियों का शिकार हो गये।
जिससे सारा देश व्याकुल हो उठा था। कार्यक्रम में राकेंद्र मोहन तिवारी, तिलक चंद्र, देव नारायण शुक्ला, अरविंद शर्मा, अजय अग्निहोत्री, ए. के. द्विवेदी, पार्षद अमनदीप सिंह लबी, कमरुद्दीन आदि थे। स्वतंत्रता सेनानी के पुत्र विष्णु दत्त दीक्षित को सम्मानित किया गया।