कानपुर। नगर निगम के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों/शिक्षिकाओं की समस्याओं को लेकर शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमण्डल शिवाजी मूर्ति मोतीझील से पैदल मार्च कर आयुक्त कार्यालय तक पहुंचे तथा मुख्यमंत्री व नगर विकास मंत्री को सम्बोधित समस्याओं का ज्ञापन दिया।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरिश्चन्द्र दीक्षित ने एक विज्ञप्ति में दी हैं विज्ञप्ति के अनुसार नगर निगम के शिक्षकों / शिक्षिकाओं की लम्बे अर्से से लम्बित रखी जा रही समस्याओं का समाधान न होने के कारण संगठन को आन्दोलन का निर्णय लेना पड़ा है। समस्याओं में प्रमुख रूप से नगर निगम काकादेव की शिक्षिका को विद्यालय से बाहर कर देना,13 शिक्षिकाओं को सातवें वेतन आयोग का भुगतान न करना,7 इण्टर कालेजों के स्नातक वेतनक्रम के शिक्षकों को चयन वेतनमान स्वीकृत न करना, स्नातक वेतनक्रम के शिक्षक / शिक्षिकाओं की पदोन्नतियां न करने, 7 प्रधानाचार्यो को उनके पद के अनुरूप प्रधानाचार्य का वेतन निर्धारण न करना, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य दुर्गेश नन्दिनी को पेंशन भुगतान न करना नगर निगम में एक-एक प्रधानाचार्य को अनियमित रूप से कई विद्यालयों का कार्यभार दिया गया है।
जिससे समस्या उत्पन्न हो रही हैं! नगर निगम का एक क्लर्क राजेश कुमार गौड़ इन समस्याओं का उत्पादक है। जिसे पुनः शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। संगठन की मांग है कि इन्हें शिक्षा विभाग से अलग रखा जायें इन्होनें अकारण व अनावश्यक रूप से नगर विकास विभाग लखनऊ को पत्राचार करके उत्तर की प्रत्याशा बताकर समस्याओं को लम्बित रखा गया है।
प्रतिनिधिमण्डल में हरिश्चन्द्र दीक्षित के अलावा मानवेन्द्र दत्त पाण्डेय संयोजक नगर निगम, मुन्नी देवी शुक्ला संयोजिका नगर निगम छाया सिंह, दुर्गेश नन्दिनी, विक्रम सिंह, अनिल कुमार शर्मा, राजीव शुक्ला, अखिलेश पाण्डेय, पंकज वर्मा, अफजाल अहमद, आदि शामिल हुए।