वीडियो कॉल पर कोतवाल से बोले ! चार्ज छोड़ दो, आप सस्पेंड कर दिए गए हो?
सोरोंजी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती ने गांव के ही दो लोगों पर लगाया था दुष्कर्म का आरोप, एसपी के समक्ष पहुंच पीड़िता ने बयान किया दर्द, बोली इंस्पेक्टर साहब ने आरोपियों को बचाने के लिए मामूली धाराओं में दर्ज की है रिपोर्ट, शिकायत के बाद एसपी सौरभ दीक्षित ने लापरवाही के आरोप में इंस्पेक्टर को किया सस्पेंड।
कासगंज। रामराज वाले उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक बार फिर से शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है, यहां की रहने वाली एक युवती ने गांव के ही दो आरोपितों पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है।
आरोप है कि पीड़िता ने अपने साथ हुई वारदात की तहरीर स्थानीय थाने पर दी लेकिन पुलिस ने आरोपियों को बचाने के उद्देश्य से पीड़िता की तहरीर बदलवा दी और मामूली धाराओं में मामला पंजीकृत कर लिया तथा आरोपियों का शांति भंग की धाराओं में चालान कर दिया जिसके बाद उन्हें एसडीएम न्यायालय से जमानत मिल गई।
पुलिस थाने से कोई कार्रवाई न होते देख पीड़िता ने कासगंज एसपी के समक्ष अपना दर्द बयां किया जिसके बाद एसपी सौरभ दीक्षित ने लापरवाही के आरोप में इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया तथा पीड़िता के प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं।
आपको बता दें कि सुरक्षा आपकी, संकल्प हमारा” मोटो के साथ यूपी पुलिस अक्सर सवालों के घेरे में रहती है, आम जनता के इन रक्षकों पर कभी पीड़ित को प्रताड़ित करने का आरोप लगता है तो कभी मामले को दबाने को लेकर सवाल उठते हैं?
अपराध या विवाद में कानून का सही ढंग से पालन हो रहा है या नहीं , इससे शायद यूपी पुलिस को कोई फर्क नहीं पड़ता, तभी तो कई बार प्रयागराज हाईकोर्ट यूपी पुलिस को फटकार चुका है लेकिन यूपी पुलिस ने शायद ठान लिया है कि कुछ भी करो साहब हम नहीं सुधरेंगे”।
दरअसल यूपी के कासगंज जिले के सोरोंजी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती शुक्रवार को एसपी कार्यालय पर पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित से मिलने पहुंची, पीड़िता का आरोप था कि वह अपने खेत पर जा रही थी तभी गांव के ही दो नामजद आरोपी अजनेश तथा विजनेश पुत्रगण रमेश ने उसके साथ दुष्कर्म किया तथा विरोध करने पर पीड़िता की मारपीट की और जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए।
अपने साथ हुई घटना की जानकारी पीड़िता ने अपने परिजनों को दी जिसके बाद परिजनों ने सोरों जी कोतवाली में नामजद आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी, आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों का पक्ष लेते हुए दुष्कर्म की घटना की तहरीर को बदलवाकर महज मारपीट की घटना में रिपोर्ट दर्ज कर ली तथा दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर शांति भंग की धाराओं में चालान कर दिया इसके बाद उन्हें एसडीएम कोर्ट से जमानत मिल गई।
आरोपियों के खिलाफ समुचित कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने आज शुक्रवार को कासगंज एसपी सौरभ दीक्षित को शिकायती पत्र सौंप कर न्याय की गुहार लगाई, जिस समय पीड़िता एसपी से मिलने पहुंची उस समय वे गूगल मीट से सभी थाना प्रभारी और क्षेत्राधिकारियों से जुड़े हुए थे तथा जनसुनवाई कर रहे थे।
पीड़िता का दुखड़ा सुनकर एसपी सौरभ दीक्षित ने कोतवाली सोरोंजी के निरीक्षक (अपराध) सत्य प्रकाश से मामले की जानकारी मांगी तथा लापरवाही प्रतीत होने पर गूगल मीट पर ही नाराजगी जताते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया तथा अबिलम्ब चार्ज छोड़ने के निर्देश दिए।
उनके स्थान पर वीरेंद्र गिरी को निरीक्षक (अपराध) बनाया गया है, एसपी सौरभ दीक्षित ने पीड़िता की शिकायत पर गंभीरता दिखाते हुए निरीक्षक (अपराध) वीरेंद्र गिरी को तत्काल जांच कर वैधानिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, एसपी के आदेश के बाद पुलिस मामले की जांच करने में जुट गई है।