मध्यप्रदेश न्यूज़: नही चला लाडली बहनाओ वाला जादू, पुरुषों ने पलट दी बाजी, मतदान में पुरुषों का प्रतिशत रहा ज्यादा, नहीं रिझा पाए महिलाओं को
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में 17 नवम्बर को मतदाताओं में सुबह से ही मतदान की उत्सुकता थी। इस बार का चुनाव पिछले चुनाव की तुलना में अत्यधिक रोमांचक जो था। कही प्रत्याशियों में सीधी भिड़ंत तो कही त्रिकोणीय मुकाबला। उम्मीद की जा रही थी कि महिलाओ का वोटिंग परसेंटेज पुरुषो से अधिक होगा पर बैतूल में कुल 81.80 प्रतिशत मतदान में महिलाओ का पुरुषो की तुलना में मतदान का प्रतिशत कम होना चौकाने वाला रहा है।
शिवराज सरकार की लाडली बहना योजना और केंद्र की उज्ज्वला योजना के तोड़ रूप में कमलनाथ का 1500 रूपये महिलाओ को देने का वादा भी बैतूल की महिलाओ को मतदान केंद्र नहीं पहुंचा पाया। हालांकि पिछले चुनावों की तुलना में बैतूल में इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ा है जो मतदाता की जागरूकता का परिचय भी दे रहा है।
जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र घोड़ाडोंगरी, भैसदेही, मुलताई, बैतूल और आमला में कुल मतदान प्रतिशत में महिला और पुरुष मतदाता के जो आंकड़े सामने आए है उनमें पांचों विधानसभा में महिला मतदाता की संख्या पुरुषो की तुलना में कम है। घोड़ाडोंगरी में महिला और पुरुष मतदाताओं की तुलना में 294 महिलाओ के मत कम है। इसी तरह भैसदेही में 4151 बैतूल 4032 मुल्ताई 5407 आमला 3315 वोटो का बड़ा अंतर बयां कर रहा है कि तमाम योजनाएं और वादे भी महिला वोटर्स को साधने में असफल हो गए।
वैसे जानकारों की माने तो जिन महिलाओं को लाडली बहना योजना का लाभ नहीं मिला, संभवत: वे नाराजगी के कारण मतदान करने नहीं पहुंची। जिसकी वजह से पुरुषों के अनुपात में महिलाओ का मतदान प्रतिशत कम है।
रिपोर्ट- शशांक सोनकपुरिया, ब्यूरो बैतूल