फिलिस्तीनी बच्चे देवबंद लाए जाने की खबरें केवल अफवाह
देवबंद: हमास के हमले के बाद इस्राइल द्वारा फिलिस्तीन पर की जा रही बमबारी में हजारों निर्दोष लोग अपनी जान गवा चुके हैं और अनगिनत बच्चे बेघर हो गए हैं।इन्हीं यतीम बच्चों को धार्मिक नगरी देवबंद लाने को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर अफवाहें फैल रही हैं।
जिसे सच मानकर बहुत लोग फिलिस्तीनी बच्चों को गोद लेने के लिए देवबंद का रुख करने लगे हैं।जिसके चलते दारुल उलूम ने प्रेस नोट जारी कर अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है।
बीते कई दिनों से सोशल मीडिया पर यह अफवाह जमकर फेल रही है कि इस्राइल फिलिस्तीन युद्ध में यतीन और बेघर हुए बच्चों को इस्लामी तालीम के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम देवबंद लाया गया है जहां से उन बच्चों को इच्छुक लोगों गोद दिया जा रहा है।यह अफवाह सोशल मीडिया पर इस कदर वायरल हो रही है कि दारुल उलूम देवबंद के जिम्मेदारों के पास लगातार विभिन्न स्थानों से इस संबंध में फोन आ रहे हैं।
इतना ही नहीं जिन लोगों के देवबंद में रिश्तेदार या परिचित रहते हैं वह बाकायदा यहां पहुंच रहे हैं।लगातार बढ़ रही अफवाहों पर पूर्ण विराम लगाने के लिए दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने बाकायदा मीडिया में ब्यान जारी किया है।कहा कि सोशल मीडिया पर घूम रही फिलिस्तीनी बच्चों को देवबंद लाने और उनकी बेहतर परवरिश के लिए इच्छुक लोगों को गोद देने की खबरें कोरी अफवाह और शरारत हैं। उन्होंने लोगों से समझदारी से काम लेने और ऐसी अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।