पंजाब न्यूज़: शंभू और खनौरी बार्डर पर आंदोलन के समर्थन में आये किसान, 250 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित
सुबह 7 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक ट्रेन और बस यातायात पूरी तरह से बंद रहा। पंजाब से बसें व ट्रेनें आईं न गईं। पंजाब बंद की वजह से 250 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित रहीं। उत्तर रेलवे की 221 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 157 को रद कर दिया गया। जबकि सौ से ज्यादा बसें ठप रहीं। उ...

By INA News Punjab.
पंजाब के किसानों के आंदोलन की वजह से करीब दस हजार यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हिसार में पत्नी की अस्थियां हरिद्वार में विर्सजित करने जा रहे श्री गंगानगर के रहने वाले रामचंद्र ने बताया कि बच्चों सहित परिवार के आठ सदस्यों के साथ रात में ही आ गया था। पता चला कि आगे ट्रेन नहीं जाएगी। ऐसे न जाने कितने यात्री थे जो किसी न किसी काम की वजह से ट्रेन के इंतजार में बैठे थे। लेकिन यातायात बंद होने से ठंड में उन्हें परेशान होना पड़ा। शंभू और खनौरी बार्डर पर चल रहे आंदोलन के समर्थन में सोमवार को किसानों ने पंजाब बंद रखा।पंजाब में 200 जगह सड़कें जाम हैं। जालंधर-दिल्ली नेशनल हाईवे और अमृतसर-दिल्ली हवाई पर किसान बैठे हुए हैं। मोहाली में एयरपोर्ट रोड ब्लॉक कर दिया गया है। कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पंजाब के मोहाली जिले में लगभग 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए है। सुबह 7 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक ट्रेन और बस यातायात पूरी तरह से बंद रहा। पंजाब से बसें व ट्रेनें आईं न गईं। पंजाब बंद की वजह से 250 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित रहीं। उत्तर रेलवे की 221 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 157 को रद कर दिया गया। जबकि सौ से ज्यादा बसें ठप रहीं। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार गाड़ी संख्या 04576 लुधियाना-हिसार स्पेशल रद्द रही। वहीं, हिसार से लुधियाना जाने वाली गाड़ी नंबर 04575 रद्द रही। इसके अलावा किसान एक्सप्रेस, फिरोजपुर अगरतला गाड़ी भी नहीं पहुंची थी।
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बसों को वापस बुलाया सिरसर में पंजाब के मानसा, बठिंडा, बरनाला, फाजिल्का, चंडीगढ़, पटियाला, कपूरथला से आने वाली बसें पूरी तरह से बंद रही। पंजाब के अलग-अलग डिपो से करीब 40 बसें सिरसा नहीं पहुंचीं। सुबह प्रथम रूट के तहत एक बस चंडीगढ़ के लिए अवश्य रवाना हुई थी, लेकिन यह बस भी टोहाना से वापस आ गई है। हालांकि शाम चार बजे के बाद बसें चलीं। पंजाब के साथ-साथ जम्मू जाने वाली बसों को भी नहीं भेजा गया। अंबाला से 13, पानीपत से चार, करनाल से 10, जींद से आठ बसें, कैथल से 15, कुरुक्षेत्र से 16 बसें नहीं भेजी गईं। इस बंद का एसजीपीसी समेत कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने भी समर्थन किया है। एक किसान नेता का कहना है कि पंजाब बंद के दौरान इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी। इसके अलावा किसी शादी समारोह में जाने वाले व्यक्ति व परिवार को नहीं रोका जाएगा। पंजाब में सर्दी की छुट्टी के चलते पहले ही स्कूल बंद है। पंजाब यूनिवर्सिटी ने बंद के चलते परीक्षाओं को सोमवार की जगह मंगलवार को कराने का फैसला लिया है।
इससे यात्रियों को अपने कार्यक्रम रद करने पड़े। संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने सोमवार सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक पंजाब बंद रखा था। इससे यातायात पूरी तरह से बंद रहा। अधिक सर्दी में दूर दराज से आए लोग अपने बच्चों के साथ ट्रेन व बसों के इंतजार में हिसार रेलवे स्टेशन व बस अड्डा पर कंपकंपाते नजर आए। लेकिन यहां उन्हें मायूसी हाथ लगी।
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