राममंदिर न्यूज़: रामदरबार की मूर्तियां 15 जनवरी तक पहुंचेगी अयोध्या, बड़ौदा ग्रामीण बैंक ने दिया 1.51 लाख रुपये का दान
एक म्यूरल की लंबाई सात फीट व चौड़ाई छह फीट है। इनके निर्माण में पांच शिल्पकार लगे हुए हैं। परकोटे का संपूर्ण काम अक्तूबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। राम मंदिर निर्माण के लिए बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष आरके सिंह ने 1.51 लाख रुपये का दान दिया है...
अयोध्या राम मंदिर निर्माण...
सप्तमंडपम के सात मंदिरों की सात मूर्तियां व परकोटे के छह मंदिरों की छह मूर्तियां भी जयपुर में ही बन रही हैं। ये सभी मूर्तियां जनवरी तक बनकर तैयार हो जाएंगी। राममंदिर के दूसरे तल पर स्थापित होने वाले रामदरबार की मूर्तियां 15 जनवरी तक बनकर अयोध्या पहुंच जाएंगी।
इन मूर्तियों का निर्माण राजस्थान के जयपुर में हो रहा है। राम दरबार में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुहन व हनुमान की मूर्तियां एक साथ रहेंगी। यह मूर्ति 15 जनवरी तक बनकर अयोध्या पहुंच जाएगी। नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि राममंदिर के 800 मीटर लंबे परकोटे में कांस्य के 90 भित्तिचित्र बनाए जा रहे हैं। इनमें से 11 म्यूरल यानी भित्ति चित्र बनकर तैयार हो चुके हैं।
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एक म्यूरल की लंबाई सात फीट व चौड़ाई छह फीट है। इनके निर्माण में पांच शिल्पकार लगे हुए हैं। परकोटे का संपूर्ण काम अक्तूबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। राम मंदिर निर्माण के लिए बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष आरके सिंह ने 1.51 लाख रुपये का दान दिया है।
सर्किट हाउस में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र को उन्होंने 1.51 लाख रुपये का चेक प्रदान किया। उन्होंने कहा कि राममंदिर निर्माण से सदियों की कल्पना साकार हो रही है। राममंदिर में जिन 20 अर्चकों को प्रशिक्षण दिया गया था, उनकी नियुक्ति पर भी बैठक में चर्चा हुई। इन अर्चकों के लिए नई नियमावली भी बनाई गई है। इन अर्चकों को छह माह का प्रशिक्षण दिया गया है।
इन्हें प्रमाण पत्र भी दिया जा चुका है। जो अर्चक नियमावली को स्वीकार करेंगे उन्हें मंदिर की सेवाओं में लेना प्रारंभ कर दिया जाएगा। राममंदिर समेत परिसर के सभी 18 मंदिरों में इन अर्चकों को पूजा-पाठ के लिए लगाया जाएगा। मंदिर निर्माण की तय समय सीमा के अनुसार शिखर निर्माण मार्च 2025 तक, मंदिर समेत सप्तमंडपम अप्रैल 2025 तक, शेषावतार मंदिर अगस्त 2025 तक, परकोटा अक्तूबर 2025 तक पूरा होने की सम्भावना है।
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि राममंदिर में चार प्रवेश द्वार बनने हैं, जिसका डिजाइन तैयार है। राजकीय निर्माण निगम ये द्वार बना रहा है। उत्तरी गेट पर कार्य शुरू हो चुका है। 11 नंबर गेट का भी कार्य जल्द शुरू किए जाने की तैयारी है, उसके बाद गेट नंबर तीन और गेट नंबर 10 भी बनाए जाएंगे। जून 2025 तक चारों प्रवेश द्वार बनकर तैयार हो जाएंगे। ये प्रवेश द्वार भी वंशी पहाड़पुर के लाल पत्थरों से बनाए जाएंगे। राम दरबार की मूर्ति का परीक्षण आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा पूरा कर चुके हैं, मूर्तियां संतोषजनक पाई गई हैं। संगमरमर के पत्थर पर मूर्तियों को आकार देने का काम चल रहा है। विख्यात शिल्पकार वासुदेव कामत राम दरबार को आकार दे रहे हैं।
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