हापुड़ न्यूज़: रामा अस्पताल पर कार्यवाही पर पुलिस अधीक्षक व अपर पुलिस अधीक्षक का तबादला।
आईएनए न्यूज़ डेस्क हापुड़
हापुड़ पुलिस अधीक्षक को रामा अस्पताल पर कार्यवाही करने का खामियाजा भुगतना पड़ा है। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर पिलखुवा पुलिस रामा अस्पताल के डायरेक्टर को गिरफ्तार करने गई थी। मामले ने तूल पकड़ा तो बात शासन तक पहुंची जिसमें हापुड़ पुलिस अधीक्षक वी अपर पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया गया। मिली जानकारी अनुसार एक मरीज का रामा अस्पताल में इलाज चल रहा था।
जिसमें अस्पताल कोताही बरत रहा था। जिसको लेकर मरीज के तीमारदार ने 112 पर काल करके पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई को लेकर लखनऊ फीडबैक भेजने की बात कही। जिसमें अस्पताल डायरेक्टर भड़क गए। उन्होंने पुलिस वो मरीज के तीमारदार को अपने सुरक्षा कर्मी बुलवाकर बाहर निकाल दिया। पुलिस से बदसलूकी की जानकारी मिलने पर कोतवाली प्रभारी ने डायरेक्टर से बात की तो दोनों में नोंक झोंक हो गईं।
जिसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी गई। पुलिस अधीक्षक ने राम अस्पताल के डायरेक्टर की गिरफ्तारी के आदेश दिए आनन फानन में अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार अग्रवाल क्षेत्राधिकारी स्तुति सिंह पुलिस फोर्स के साथ रामा अस्पताल पहुंचे भारी तादाद में पुलिस फोर्स को देख डायरेक्टर ने लखनऊ फोन घुमा दिया लखनऊ से कार्रवाई के तौर पर एडीजी डीके ठाकुर आईजी अनिकेत झा भी हापुड़ पहुंच गए। आनन फानन में पुलिस को वापस आने के आदेश पारित किए गए।
तत्पश्चात मंगलवार रात्रि को ही पुलिस अधीक्षक हापुड़ अभिषेक वर्मा व अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार अग्रवाल का तबादला कर दिया गया जिन्हें प्रतीक्षारत रखा गया है। पुलिस अधीक्षक हापुड़ के पद पर गाजियाबाद से ज्ञानंजय सिंह को पुलिस अधीक्षक हापुड़ बनाया गया है। वहीं विनीत भटनागर को हापुड़ का अपर पुलिस अधीक्षक बनाया गया है।
क्या है महिला मरीज का मामला
बिजनौर के चांदपुर निवासी जुबैदा की कमर के निचले हिस्से ने कुछ दिन पहले काम करना बंद कर दिया था। 25 जून को बेटे जावेद ने उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। जांच में डॉक्टरों ने रीढ़ की हड्डी के पास ट्यूमर बताया। 13 दिन पहले ऑपरेशन करके ट्यूमर को निकाला था।
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जावेद ने बताया- ऑपरेशन के बावजूद मां के शरीर से खून बहना बंद नहीं हुआ था। डॉक्टर 15 यूनिट खून चढ़ा चुके थे। मां के स्वास्थ्य में कोई सुधार ना होने पर मैंने डॉक्टरों से मां की सभी रिपोर्ट देने को कहा तो अस्पताल रिपोर्ट देने और मरीज को डिस्चार्ज करने में आनाकानी करने लगा। इसके बाद डायल-112 को सूचना दी गई थी। मां अभी मेडिकल कॉलेज में ही भर्ती है उन्हें जल्द डिस्चार्ज करवाएंगे।
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