अजब-गजब: दूल्हा-दुल्हन ने हेलमेट पहनाकर की सगाई, अब तक 1000 से अधिक लोगों को हेलमेट बांटकर कर चुके हैं जागरूक

गाई के रश्म में अंगूठी पहनाने का रिवाज है लेकिन जारवाही तहसील के डोंगरगढ़ में एक अनोखी सगाई हुई। सगाई के कार्यक्रम में युवती और युवक ने एक दूसरे को हेलमेट पहनाकर रश्म को पूरा किया। वहीं इस सगाई चर्चा...

Nov 27, 2024 - 23:36
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अजब-गजब: दूल्हा-दुल्हन ने हेलमेट पहनाकर की सगाई, अब तक 1000 से अधिक लोगों को हेलमेट बांटकर कर चुके हैं जागरूक

By INA News Chhattisgarh.

राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ ब्लॉक के ग्राम जरवाही में एक अनोखी सगाई देखने को मिली, जहां एक नवयुगल जोड़े ने अगूठी के साथ एक-दूसरे को हेलमेट पहनाकर सड़क सुरक्षा का संदेश दिया। यह पहल लोगों को सड़क हादसों से बचने और हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।

वैसे तो सगाई के रश्म में अंगूठी पहनाने का रिवाज है लेकिन जारवाही तहसील के डोंगरगढ़ में एक अनोखी सगाई हुई। सगाई के कार्यक्रम में युवती और युवक ने एक दूसरे को हेलमेट पहनाकर रश्म को पूरा किया। वहीं इस सगाई चर्चा पूरे इलाके में हो रही है। जानकारी के मुताबिक, युवक और युवती ने सगाई में एक दूसरे को हेलमेट देकर सड़क हादसों से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने की कोशिश की है।

ग्राम जरवाही निवासी ग्राम सचिव वीरेंद्र साहू की सगाई ग्राम करियाटोला निवासी ज्योति साहू से हुई। सगाई समारोह में रिंग पहनाने की परंपरा निभाने के साथ-साथ वीरेंद्र और ज्योति ने एक-दूसरे को हेलमेट पहनाकर यह अनूठी रस्म पूरी की। इस मौके पर उन्होंने बाइक चलाते समय हमेशा हेलमेट पहनने की अपील की। सड़क हादसों को रोकने के लिए युवा अलग-अलग अंदाज में समाज को जागरूक करने की कोशिश करते नजर आते हैं। कोई सड़कों पर रेडियम पॉइंट लगाता है तो कोई जानवरों को सड़कों से हटाता है, कोई समाज सेवक फ्री एंबुलेंस सर्विस, तो कोई फ्री दवाई उपलब्ध कराता है।

रक्तदान में राजनंदगांव की एक अलग ही पहचान है। बीरेन्द्र साहू नगर डोंगरगांव के समाज सेवक हेलमेट संगवारी धर्मेन्द्र साहू के छोटे भाई हैं जो अपने पिता के सड़क दुर्घटना में निधन के बाद से सड़कों पर लोगों को हेलमेट पहनने के लिए जागरूक करने के साथ लोगों को हेलमेट भी देते हैं। धर्मेन्द्र साहू से ने बताया कि पिता जी का निधन सिर में चोट लगने की वजह से हुई थी और उस समय पिता जी हेलमेट नहीं पहने थे।

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तब से लोगों को हेलमेट पहनने और हेलमेट दान करने का काम कर रहे हैं। वहीं उन्होंने बताया कि मेरे साथ मेरा पूरा परिवार पत्नी त्रिवेणी, भाई मोहित साहू, बहू सरिता, भाई बीरेंद्र तथा मां कुमारी साहू भी लोगों को प्रेरित करने में सहयोग कर रहे हैं।

साहू परिवार सड़क सुरक्षा को लेकर लगातार जागरूकता फैला रहा है। अब तक यह परिवार 1 हजार से अधिक हेलमेट निशुल्क बांट चुका है। इस पहल की स्थानीय लोगों ने खूब सराहना की है। वीरेंद्र ने कहा, हम चाहते हैं कि कोई और परिवार सड़क हादसे में अपनों को न खोए। हेलमेट पहनना सिर्फ एक नियम नहीं, बल्कि जीवन बचाने का साधन है।

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