Shravasti News: झोलाछाप डॉक्टरो का ऐसा कारनामा, आप जानकर हो जाएगे हैरान- मां के पेट में बच्चे की मौत फिर भी पैसो के लिए तीन दिनों तक इलाज करते रहे।
श्रावस्ती में झोलाछाप डॉक्टरो ने प्रसव पीड़िता का ऐसा इलाज किया कि मां के पेट में बच्चे की मौत हो गई और पीड़िता महिला का तीन दिन ....

Report:-सर्वजीत सिंह
श्रावस्ती में दिन प्रतिदिन बढ़ती अवैध अस्पतालों की संख्या और वहां पर मौजूद अनट्रेंड डॉक्टरो के इलाज से मौतो की संख्या मे लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है, श्रावस्ती में झोलाछाप डॉक्टरो ने प्रसव पीड़िता का ऐसा इलाज किया कि मां के पेट में बच्चे की मौत हो गई और पीड़िता महिला का तीन दिन तक इलाज करते रहे और परिवार वालों से पैसा ठूसते रहे लेकिन किसी को मां के पेट में नवजात शिशु के मरने की भनक तक नहीं लगने दी, जब माँ के पेट में इन्फेक्शन होना शुरू हुआ तो परिजनों ने उसे सरकारी अस्पताल ले गए जहाँ पता चला कि उसका बच्चा जो उसके पेट में पल रहा है उसकी मौत दो-तीन दिन पहले हो चुकी है, और मां के पेट में इंफेक्शन फैल रहा हैं जिससे उसकी भी जान जा सकती है।
मामला श्रावस्ती जिले के गिलौला कस्बे में मौजूद संतोष पॉलीक्लिनिक से जुड़ा हुआ हैं जिसे करीब 3 महीने पहले एसडीएम इकौना ने अवैध कार्य में लिप्त डिलीवरी और डीएनसी कराने के मामले में सील कर दिया था, लेकिन साठ गांठ कर उसे कुछ समय बाद खोल दिया गया जहां से इस तरह चौंकाने वाली खबर सामने आई है, बहराइच जिले के प्यागपुर थाना क्षेत्र के सेवढ़ा गांव के रहने वाले पीड़ित धर्मेंद्र यादव अपनी पीड़ा को बताते हुए संतोष पॉलीक्लिनिक पर गंभीर आरोप लगाया कि उसकी पत्नी गर्भवती थी उसके प्रसव का समय पूरा हो चुका था वह अपनी पत्नी को गिलौला में मौजूद संतोष पॉलीक्लिनिक पर 30 दिसंबर को ले गया जहां पर मौजूद डॉक्टरो ने पत्नी का 5 दिन में नॉर्मल प्रसव कराने की बात कही गई जिनके बहकावे मे पीड़ित परिवार आ गया जिसके बाद प्रसव पीड़िता का पालिक्लिनिक पर मौजूद डॉक्टरो द्वारा दवा इलाज शुरू कर दिया गया, पति के अनुसार जब उसकी पत्नी का 30 दिसंबर को संतोष पॉलीक्लिनिक पर मौजूद अनट्रेंड डॉक्टरो के द्वारा इलाज किया गया तो उसी समय उसकी पत्नी की पेट में बच्चे का मोमेंट होना खत्म हो गया था।
लेकिन उसके बावजूद तीन दिनों तक संतोष पॉलीक्लिनिक पर मौजूद डॉक्टरो द्वारा उसका इलाज किया गया और इलाज के नाम पर थोड़ा-थोड़ा करके 25 हजार रूपये से ऊपर ले लिया गया, जब 2 तारीख को उसकी पत्नी का हालात बिल्कुल खराब हो गई तो वह फिर संतोष पॉलीक्लिनिक पर अपनी पत्नी को लेकर पहुंचा और वहां पर मौजूद डॉक्टरो को हो रही समस्या के बारे मे बताया, तो फिर से डॉक्टरो ने उसे गुमराह किया और उसकी पत्नी की फिर इलाज करने की बात कही तो पति को कुछ गड़बड़ लगा तो पति अपनी पत्नी का इलाज संतोष पॉलीक्लिनिक पर नहीं कराया और उसे सीधा गिलौला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया जहां पर डॉक्टरो ने धर्मेंद्र यादव को बताया कि उसकी पत्नी के पेट में पल रहे नवजात शिशु की मौत ही चुकी है उसकी पत्नी के पेट में इंफेक्शन फैल रहा है उसे तत्काल जिलाअस्पताल ले जाए और उसका इलाज वहां कराया जाए नहीं तो उसकी पत्नी को कुछ भी हो सकता है, जिसके बाद पीड़ित पति अपनी पत्नी को श्रावस्ती मुख्यालय स्थित जिलाअस्पताल ले गया जहां पर उसकी पत्नी को मरी हुई बेटी पैदा हुई, जिसके बाद पत्नी की जान बची पीड़ित पति धर्मराज यादव ने अपनी मरी हुई बच्ची को न्याय दिलाने के लिए मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा कर न्याय की गुहार लगाई है।
अब बड़ा सवाल यह उठ रहा कि संतोष पॉलीक्लिनिक को अवैध पाते हुए पूर्व मे इकौना के एसडीएम के द्वारा सील कर दिया गाय था तो इस अस्पताल को दोबारा से कैसे खोला गया किसके आदेश पर खोला गया की जाओ फिर किसी की जान से खिलवाड़ करो।
हालाकी इस पूरे मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ए.के. सिंह ने जांच कराकर कार्यवाई करने की बात कही है लेकिन सवाल यह है की ये जांच कब तक पूरी होगी और इस तरह के जिले मे मौजूद सैकड़ो अस्पतालो पर जो प्रतिदिन किसी ना किसी मरीज के जान से खिलवाड़ करते रहते है ऐसे अवैध अस्पतालो पर कब कार्यवाई होगी, अवैध अस्पतालों पर कार्रवाई न करने के आरोप में पूर्व में CMO निलंबित भी हो चुके है लेकिन नए CMO भी अवैध अस्पतालों पर कार्रवाई करने से कतराते नजर आरहे है।
#श्रावस्ती में झोलाछाप डॉक्टरो का ऐसा कारनामा उजागर हुआ है की आप माथा पीट लेंगे आरोप है कि इलाज के नाम पर पहले तो प्रसव पीड़िता के पेट में पल रहे 9 महीने के नवजात शिशु को मार डाला और फिर उसके बाद पैसो के लिए तीन दिनों तक इलाज करते रहे।@dmshravasti pic.twitter.com/b0g2ev2Zy9 — INA NEWS (Initiate News) (@ina24news) January 9, 2025
डॉक्टर ए.के. सिंह CMO श्रावस्ती
धर्मेन्द्र यादव पीड़ित
What's Your Reaction?






