अयोध्या न्यूज़: रामपथ पर गड्ढों के मामले में गुजराती कंपनी की हो रही जांच।
- उत्तर प्रदेश की आर एंड सी इंफ्राइंजीनियर प्राइवेट लिमिटेड बरी
अयोध्या। जब से बारिश शुरू हुई है अयोध्या देश भर में अपने गड्ढों और जल जमाव को लेकर सुर्खियों में है। बारिश के साथ ही अयोध्या की सबसे चर्चित सड़क रामपथ पर गड्ढे ही गड्ढे बन गए हैं। आनन फानन में इन गड्ढों को भर तो दिया गया, लेकिन हर बारिश के साथ नए गड्ढे निकल जा रहे हैं। रामपथ पर बने इन गड्ढों के कारण अयोध्या में विकास के काम काज पर सवाल उठने लगे हैं।
अयोध्या में सरयू नदी से राम मंदिर तक पहुंचने के लिए राम पथ का निर्माण किया गया है। करीब 13 किलोमीटर लंबी इस सड़क में बारिश के कारण करीब दर्जन भर गड्ढे बन गए हैं। संसद परिसर से लेकर सड़क तक इस पर सवाल उठने लगे। तो अब जांच पर जांच शुरू हो गई है। अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल और डीएम नीतीश कुमार ने मौके पर जाकर गड्डों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद कमिश्नर ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके लिए एक्सपर्ट्स और अफसरों को मिला कर एक कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी को 15 दिनों में अपनी जांच पूरी करने को कहा गया है।
रामपथ में गड्डे क्यों बने?
अयोध्या प्रशासन का दावा है कि सड़क बनाने में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। कमिश्नर गौरव दयाल बताते हैं कि रामपथ का निर्माण मानकों के अनुसार और गुणवत्ता के साथ किया गया है। कमिश्नर दयाल कहते हैं कि रामपथ में एक ऐसा एरिया है जहां सीवर लाइन बिछाई गई थी। ऐसे ही कुछ स्पॉट पर गड्ढे बन गए हैं।
कमिश्नर गौरव दयाल का दावा है कि पूरे अयोध्या में करीब 5500 सीवर बनाए गए हैं पर कुछ ही जगहों पर बारिश के कारण गड्ढे वाली समस्या आई है। राम पथ में सीवर बनाने का काम गुजरात की भुवन इंफ्राकॉम प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। यूपी सरकार के मुताबिक ये ठेका 844 करोड़ रुपए का था। गड्ढे बनने के बाद जल निगम के तीन और लोक निर्माण विभाग के 6 इंजीनियर सस्पेंड कर दिए गए हैं।
राम पथ बनाने वाली कंपनी को क्लीन चिट
प्रशासन के दावे के मुताबिक, राम पथ बनाने वाली कंपनी को क्लीन चिट मिल गई है। तो ऐसे में सवाल ये है कि फिर किस कारण लोक निर्माण विभाग के तीन इंजीनियर निलंबित किए गए। राम पथ बनाने का ठेका आर एंड सी इंफ्राइंजीनियर प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। ये कंपनी यूपी की है।
What's Your Reaction?