बाराबंकी। रामनगर थाना क्षेत्र में मल्लापुर गॉव के पास सुमली नदी में बीती 14 अप्रैल को एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फ़ैल गई थी। बाद में शव की शिनाख्त हुई और भाई विजय कुमार ने पुलिस को हत्या की आशंका जताई गई। जिसके बाद शुरू हुई छानबीन में पुलिस ने दो हत्यारो को दबोच कर वारदात का पर्दाफाश किया।
अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी चिरंजीवी नाथ सिन्हा ने प्रेसवार्ता में अवधेश हत्याकाण्ड का चौकाने वाला खुलासा किया। जिसमें मृतक अवधेश कुमार मिश्रा पुत्र मंगू लाल जनपद खीरी के थाना मितौली क्षेत्र के ग्राम जमुनहिया का निवासी था। जिसका साँढू पारसनाथ मिश्रा देवा थाना क्षेत्र के ग्राम सिसवारा का निवासी था। पारसनाथ के घर दो वर्ष पहले रज्जन रहा करता था, जिससे अवधेश का परिचय होने के चलते उससे अपनी शादी कराने की पेशकश रखी। उसके बुलाने पर महादेवा जाकर शादी के लिए फोटो बनवाई।
लेकिन उम्र अधिक होने की वजह से विवाह में अड़चन अ रही थी। रज्जन ने शादी कराने का इरादा बदल दिया और अपने दोस्त गौस मोहम्मद पुत्र अली जान जो रामनगर थाना क्षेत्र के ग्राम चंदनापुर का निवासी था उसके साथ ठगी की योजना बना डाली। गौस मोहम्मद ने पूर्व में रज्जन से उधार दिए गए जो वापस नहीं होने की दशा में रुपयों के बदले उसके इस काम में साथ देने व उसे और रुपयों का लालच देकर अपनी योजना में शामिल कर लिया।
बीती 13 अप्रैल को रज्जन ने मृतक अवधेश को शादी कराने के लिए फोन करके गणेशपुर बुलाया और रूपये भी लाने को कहा। गौस और रज्जन से अवधेश आकर बताई हुए स्थान पर गणेशपुर आकर मिला। यहां उसने रज्जन को 45 हजार रूपये दिए। फिर तीनो ने एक ही बाइक पर बैठकर मंगलसूत्र, पायल, साड़ी, चुनरी हुए सैंडल आदि की खरीदारी की और बाइक से इधर-उधर घूमते रहे। अपर पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि फिर उन्होंने शराब और बियर पी।
लेकिन मृतक अवधेश को शक हुआ तो उसने शादी कराने का दबाव बनाया और नहीं कराने की दशा में रूपये वापस मांगने लगा तब उसे बाइक पर बिठाकर रामनगर थाना क्षेत्र के मल्लापुर स्थित सुमली नदी के तट ले गए। पेशाब करने के बहाने बाइक रोकी और पास के खेत से डंडा लाकर दोनों ने बारी बारी से उसके सिर पर कई प्रहार करके मौत के घाट उतार दिया और शव को छिपाने के लिए सुमली नदी में फेंक दिया। मृतक और रज्जन मिश्र के बीच कई दिनों से छल रही बातो की अवधेश के साँढू को जानकारी थी। इसलिए हत्या आरोपियों ने उसकी भी हत्या करने की योजना बनाई थी।