बाराबंकी। उत्तर प्रदेश बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के बेहतर परिणाम आने के बाद जिले के विद्यार्थियों ने प्रदेश में अपनी योग्यता का परचम लहराया। दो दर्जन से अधिक छात्र-छात्राओं ने जिले को गौरवान्वित करते हुए अपने माता-पिता और गुरुजनो का नाम रोशन करके प्रदेश की टॉप टेन सूची में अपना नाम अंकित किया।
प्रदेश की लिस्ट में दो दशकों से अपना नाम दर्ज कराने वाले शिक्षक संस्थानों में श्री साई इंटर कॉलेज की लखपेड़ाबाग, बड़ेल और जैदपुर शाखा से लेकर जैदपुर मार्ग स्थित आवासीय शिवराम सिंह इंटर कॉलेज का नाम प्रदेश स्तर तक प्रसिद्ध हुआ। जो दर्शाता है कि शिक्षा के प्रति शिक्षकों की गंभीरता छात्रों काे प्रदेश में प्रत्येक वर्ष निरंतर टॉप सूची में स्थान प्राप्त हो रहा है।
प्रबंधक डी. के. वर्मा के जैदपुर शाखा की श्री साई इंटर कॉलेज की मेधावी छात्रा नाईला उबैद ने हाईस्कूल की परीक्षा में प्रदेश में पांचवा स्थान प्राप्त किया, आगे न्यूरोलॉजिस्ट बनना चाहती है। आवासीय शिवराम सिंह इंटर कॉलेज के गणित इंटरमीडिएट के छात्र अनुराग यादव ने प्रदेश में आंठवा स्थान प्राप्त किया।
वही इसी कॉलेज की हाईस्कूल की छात्रा आयुषी ने भी 96 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। श्री साई इंटर कॉलेज लखपेड़ाबाग और बड़ेल ब्रांच के अनेक मेधावी छात्र-छात्राओं ने प्रदेश की टॉप टेन सूची में आकर अपने विद्यालय का गौरव बढ़ाया। इंटर में 97 प्रतिशत अंक लाकर प्रदेश में पाँचवा स्थान व जिले में टॉप पर रहे सत्यम तिवारी शहर के पिता अतीश तिवारी कपड़ा व्यवसाई है, जो इंजीनियर बनने का सपना सजोए है।
वही चंदन यादव भी प्रदेश की पाँचवी रैंक पर है, उनके स्व. पिता सेना में थे, जो आईएएस बनना चाहते है। वही प्रदेश में सातवें स्थान बनाने वाले शाश्वत गुप्ता व हर्षित राज अपनी सफलता का श्रेय माता पिता और गुरुजनो को देते है। इंटर में आठवीं रैंक पाने वाली भव्या वर्मा, दसवें स्थान पर हर्ष विक्रम सिंह, अभिषेक कुमार, और नितिन वर्मा और हाईस्कूल में कीर्ति मौर्या ने प्रदेश में 10वां स्थान प्राप्त किया। प्रदेश की टॉप टेन सूची में नाम आने के बाद सभी के परिवार में ख़ुशी का माहौल है। कॉलेज प्रबंधक नवनीत तिवारी का कहना है कि बच्चो की कड़ी लगन ही उनकी सफलता की कुंजी है।
परीक्षा परिणाम, खुशी कही गम
पूरी लगन और परिश्रम के साथ हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा देने के बाद शनिवार को आए यूपी बोर्ड परीक्षा के परिणामो से कही खुशी कही गम का माहौल व्याप्त देखा गया। अनेक छात्र-छात्राएं अपने रिजल्ट से संतुष्ट तो कई खुश वही कुछ ऐसे भी थे जो परिणाम को लेकर दुखी नजर आए। श्री साई इंटर कॉलेज जैदपुर की छात्रा नाईल उबैद ने हाईस्कूल परीक्षा में प्रदेश में पंचावा स्थान प्राप्त किया, लेकिन उनके कॉलेज प्रबंधक डी. के. वर्मा का मानना है की परिणाम संतोषजनक नहीं है। नाईला उबैद को सभी सवालों का सही जवाब मालूम रहता है, उसका कोई उत्तर आज तक गलत नहीं हुआ है। कही कोई चूक हुई है यूपी बोर्ड में उसकी कॉपियों कि स्कूडनी कराने की बात कही।
परेशान छात्र ना हो उदास, परिजन रखे ध्यान – मनोचिकित्सक
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परीक्षाफल किसी भी छात्र-छात्र की योग्यता का पूरा परिणाम नहीं है। अगर किसी के उम्मीद से नंबर कम आए है या बहुत से ऐसे विद्यार्थी है जो फेल हो गए है। जीवन में आगे बढ़ने के लिए दोबारा से एड़ी चोटी का जोरदार लगाकर मेहनत करेंगे तो कामयाबी मिलेगी।
हार मानकर अपने को नुकसान करने से माता-पिता, भाई-बहन और अपने तमाम शुभचिंतको को तकलीफ देना कायरतापूर्ण कार्य है। अगर ऐसे बच्चे दुखी और दुख से उबर नहीं पर रहे है तो घर के लोग उनका मनोबल बढ़ाये उन्हें अकेला नहीं छोड़े और ज्यादा परेशानी होने की दशा में जिला अस्पताल स्थित मनोकक्ष में मनोचिकित्सक से कॉउंसलिंग कराएं। क्योंकि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट से की पारिक्षा का परिणाम किसी की पूर्ण योग्यता का प्रमाण नहीं है।
50 वर्ष पूर्व इतनी योग्यता काफ़ी होती थी। आज का दौर प्रतिस्पर्धा का दौर है। असली तैयारी तो इंटर के बाद शुरू होती है। तब कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच बड़े संस्थानो में छात्र सीटे पाने के लिए कई वर्ष तक प्रयास करना पड़ता है।