Pilibhit News: अब जल्द ही विश्व पटल पर गोमती उद्गम तीर्थ स्थल माधोटांडा की होगी पहचान, गंगा की सहायक नदी है गोमती
गोमती उद्गम तीर्थ स्थल के प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन को देखा सांसद एवं केंद्रीय मंत्री ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल के साथ।

कुँवर निर्भय सिंह, आईएनए पीलीभीत
पीलीभीत। ऋग्वेद में वर्णित गोमती नदी का अब केंद्रीय सरकार करेगी पुनरुद्धार एवं गोमती नदी के उद्गम तीर्थ स्थल माधोटांडा को पर्यटन के रूप में होगा समग्र विकास इसको लेकर पीलीभीत के सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल के साथ गोमती उद्गम तीर्थ स्थल को विकसित करने के लिए बनाए गए प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन दिल्ली में देखा। जल्द ही अब पीलीभीत की शान गोमती उद्गम तीर्थ स्थल माधोटांडा की विश्व पटल होगी पहचान। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने कहा कि गोमती नदी के संरक्षण एवं उद्गम स्थल के समग्र विकास के लिए कार्य योजना पर विचार किया जा रहा है केंद्र हर संभव मदद करेगा।
लखनऊ की लाइफ लाइन अवध की शान आदि गंगा माँ गोमती उद्गम तीर्थ माधोटांडा के सौन्दर्यीकरण नदी के पुनरुद्धार,जल संरक्षण और पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए पीलीभीत के सांसद एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने दिल्ली में गुरुवार को केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल के साथ जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार की टीम द्वारा बनाए गए प्रोजेक्ट के प्रेजेंटेशन को देखा।
ज्ञात हो लखनऊ की लाइफ लाइन अवध की शान आदि गंगा माँ गोमती नदी का उद्गम तीर्थ स्थल जनपद पीलीभीत के माधोटांडा गांव के गाटा संख्या 980 गोमत सरोवर जिसे फुल्हर झील भी कहा जाता है से हुआ है। गोमती नदी गंगा की एक प्रमुख सहायक नदी है और प्रदेश के लाखों लोगों की जीवन रेखा है गोमती नदी के पुनरुद्धार के लिए गोमती भक्त कई वर्षों से प्रयास कर रहे हैं उद्गम तीर्थ स्थल को विकसित कराने के लिए इसके लिए शासन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा चुके हैं इसी क्रम में गोमती भक्तों ने जब सांसद एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद से गोमती नदी एवं उद्गम तीर्थ स्थल का दुखड़ा सुनाया तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए।
भारत सरकार के जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल को गोमती उद्गम तीर्थ स्थल माधोटांडा को विकसित कराने के लिए पत्र लिखा जिसमें उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के माधोटांडा गांव में गोमती उद्गम स्थल है जहां से गोमती उद्गमित होती है गोमती गंगा की एक प्रमुख सहायक नदी है और प्रदेश के लाखों लोगों की जीवन रेखा है ।यह स्थल केवल धार्मिक और एतिहासिक से ही महत्वपूर्ण नहीं बल्कि पर्यावरणीय दृष्टि से इसका महत्व है। वर्तमान में यहां स्वच्छता हरियाली,जल संरक्षण उपायों और पर्यटन सुविधाओं का अभाव है यदि इस स्थल का समुचित सौन्दर्यीकरण, पुनरुद्धार एवं संरक्षण किया जाये तो पर्यटक और श्रद्धालुओं के लिए एक आकर्षण केन्द्र बन सकता है जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। गोमती उद्गम स्थल के सौंदर्य करण, पुनरुद्धार जल संरक्षण और पर्यटन विकास के लिए आवश्यक कदम उठाने की कृपा करें जिससे यह स्थल प्रदेश और जिले को सांस्कृतिक धरोहर के रूप में उभर सकें।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने गंगा की सहायक नदी गोमती के पुनरुद्धार एवं गोमती उद्गम तीर्थ स्थल माधोटांडा को पर्यटन के रूप में विकसित कराने की संभावनाओं को ढूंढने के लिए जल शक्ति मंत्रालय की तीन सदस्यीय टीम को जनपद में गोमती नदी के उद्गम स्थल माधोटांडा का बारीकी से अध्ययन कर उद्गम तीर्थ स्थल पर जल संरक्षण, गोमती नदी के पुनरुद्धार, पर्यटन के रूप विकसित करने और पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को समुचित सुविधाएं मिल सकें इसके लिए भेजा था। जल शक्ति मंत्रालय की नेशनल मिशन क्लीन गंगा की तीन सदस्यीय विशेष टीम ने यहां तीन से पांच मार्च तक उद्गम तीर्थ स्थल का गोमती भक्तों के साथ बारीकी से अध्ययन किया था। साथ ही टीम ने संबंधित विभाग के अधिकारियों संग बैठक भी की थी।
संबंधित विभाग ने गोमती और उद्गम स्थल के विकास के लिए कार्य योजना बनाकर जिलाधिकारी के माध्यम से शासन स्तर पर भेजा था। गुरुवार को दिल्ली में पीलीभीत के सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल से मुलाकात कर गोमती प्रोजेक्ट के प्रेजेंटेशन को देखा और उन्होंने गोमती नदी के पवित्र उद्गम तीर्थ स्थल के एतिहासिक, धार्मिक,महत्व पर प्रकाश डालते हुए वहां आवश्यक बुनियादी ढांचे, हरित क्षेत्र पर्यटन सुविधाओं जल संरक्षण योजनाओं एवं सौंदर्यकरण के लिए केंद्र सरकार से सहयोग की मांग इस पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने उन्हें आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार हर संभव इस दिशा में सहयोग देने को तत्पर है और गोमती नदी के संरक्षण एवं उद्गम स्थल के समग्र विकास के लिए कार्य योजना पर विचार किया जा रहा।
जल्द ही गोमती उद्गम स्थल के संरक्षण, सौंदर्य करण एवं विकास की अन्य परियोजनाओं पर काम किया जाएगा। केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद के इस महत्वपूर्ण कदम से गोमती उद्गम तीर्थ स्थल का विकास ही नहीं होगा बल्कि क्षेत्रीय पर्यटन और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान होंगे। सांसद एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद की इस पहल से गोमती भक्तों में गोमती नदी एवं उद्गम तीर्थ स्थल माधोटांडा के पुनरुद्धार एकबार फिर आशा जाग गई।
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