Hathras News: फसल में समस्या तो फोन करों 48 घण्टे में मिलेगा सुझाव, कृषि विभाग ने जारी किया समस्या के लिए फोन नम्बर
फाल आर्मी वर्म का लार्वा भूरा धूसर रंग का होता है तथा इसके पार्श्व में तीन पतली सफेद धारियॉ और सिर पर उल्टा अंग्रेजी अक्षर का (ल) वाई दिखता है। शरीर के दूसरे अंतिम खण्ड पर वर्गाकार चार गहरे वि...

हाथरस: जिला कृषि रक्षा अधिकारी राम किशन सिंह ने अवगत कराया है कि विकासखण्ड सासनी, हाथरस, मुरसान एवं हसायन के क्षेत्र में मक्का एवं अन्य फसलों में फाल आर्मी वर्म का प्रकोप पाया गया। जिसका नियंत्रण समय से करने हेतु किसान भाईयों को सलाह दी है कि वो कीट की पहचान के लिए देखें इस कीट की मादा ज्यादातर पत्तियों की निचली सतह पर अण्डे देती है, कभी-कभी पत्तियों की ऊपरी सतह एवं तनों पर भी अण्डे दे देती है। इसकी मादा एकबार में 50-200 अण्डे एक से ज्यादा परत में अडें देकर सफेद झाग से ढक देती है। अण्डे हल्के पीले (क्रीम कलर ) या भूरे रंग के होतेे है।
फाल आर्मी वर्म का लार्वा भूरा धूसर रंग का होता है तथा इसके पार्श्व में तीन पतली सफेद धारियॉ और सिर पर उल्टा अंग्रेजी अक्षर का (ल) वाई दिखता है। शरीर के दूसरे अंतिम खण्ड पर वर्गाकार चार गहरे विन्दु दिखाई देते है। इससे बचाव के लिए 5 प्रतिशत पौधे तथा 10 प्रतिशत गोभ क्षति की अवस्था में कीट नियंत्रण हेतु एन0पी0वी0 250 एल0ई0 अथवा मेटाराइजियम एनिसोप्ली 5 ग्रा0प्रति ली0 अथवा वैसिलस थुरिनजैनिसिस 2 ग्रा0 प्रति ली0 की दर से प्रयोग करना लाभकारी होता है।
इस अवस्था में नीम ऑयल(एजाडीरैक्टिंन 0.15 प्रति0 ई0सी0) 5 मिली0 प्रति लीटर पानी मंे घोल बनाकर छिड़काव करने से भी कीटों की संख्या पर नियंत्रण किया जा सकता। कृषक भाई किसी भी कीट, रोग व खरपतवार की समस्या के निवारण के लिए व्हाट्सएप नं0 9452247111 अथवा 9452257111 पर प्रभावित पौधों की फोटो सहित अपनी समस्या व पता लिखकर मैसेज भेजकर 48 घण्टे के अन्दर निदान हेतु सुझाव प्राप्त कर सकते है। इसके साथ वह निकटतम विकास खण्ड स्तर पर प्रभारी राजकीय कृषि रक्षा इकाई अथवा जनपद स्तर पर कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय से सम्पर्क कर जानकारी, सुझाव ले सकते हैं।
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