यौन उत्पीड़न: दो स्कूली बच्चियों के साथ दरिंदगी की करतूत खुली, SIT करेगी जांच
मुंबई।
ठाणे जिले के बदलापुर में दो स्कूली बच्चियों के यौन उत्पीड़न की घटना सामने आई है। यौन उत्पीड़न का आरोप स्कूल के सफाईकर्मी पर लगा है। परिजन की शिकायत पर 17 अगस्त को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। घटना सामने आने के बाद स्थानीय लोग विरोध पर उतर आए हैं। मंगलवार को बदलापुर रेलवे स्टेशन पर उग्र प्रदर्शन देखने को मिला। सरकार ने अब घटना की गहन जांच एसआईटी का गठन किया है। राज्य के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आरोपी अक्षय शिंदे को 1 अगस्त, 2024 को टॉयलेट साफ करने के लिए अनुबंध के आधार पर स्कूल में भर्ती किया गया था। स्कूल ने लड़कियों के शौचालयों की सफाई के लिए कोई महिला कर्मचारी नियुक्त नहीं की थी। इसका फायदा उठाते हुए आरोपी ने 12 और 13 अगस्त की कक्षाओं के दौरान बच्चों के साथ बदसलूकी की। 14 अगस्त को एक बच्ची ने स्कूल से घर लौटने के बाद अपने माता-पिता से गुप्तांगों में दर्द की शिकायत की। बच्ची लगातार अपने माता-पिता से शिकायत करती रही तो माता-पिता को शक हुआ। उन्होंने लड़की से पूछताछ की तो घटना का पूरा सच पता चला। जब वह टॉयलेट गई तो पता चला कि अक्षय शिंदे नाम के 23 वर्षीय सफाईकर्मी ने उसके प्राइवेट पार्ट को छुआ था। चिंतित माता-पिता ने उसी कक्षा की एक अन्य लड़की के माता-पिता से संपर्क किया तो उन्होंने भी कहा कि उनकी बेटी कुछ दिनों से स्कूल जाने से डर रही है। दोनों बच्चियों की हालत संदिग्ध होने पर माता-पिता ने तुरंत स्थानीय डॉक्टर से जांच कराया। उसमें बाद पता चला कि आरोपी ने बच्चियों के साथ बदसलूकी की थी।
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इसके बाद दोनों के परिजन ने 16-17 अगस्त की आधी रात करीब 12:30 बजे स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने गए। हालांकि, अभिभावकों का आरोप है कि तत्कालीन थाना प्रभारी शुभदा शितोले ने उनकी शिकायत दर्ज करने के बजाय उन्हें कुछ घंटों तक बैठाए रखा और कहा कि वे सभी घटनाओं की जांच कर रहे हैं। इस बीच, जिला महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने 17 अगस्त की सुबह पॉक्सो के तहत मामला दर्ज किया और सरकारी अस्पताल में लड़कियों की मेडिकल जांच कराई। कुछ ही देर में आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई। घटना को लेकर मंगलवार को बदलापुर में बंद का आह्वान किया गया और हजारों अभिभावकों, राजनीतिक समूहों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्कूल के सामने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी को फांसी देने की मांग को लेकर सुबह साढ़े छह बजे से प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी सुबह 10 बजे बदलापुर रेलवे स्टेशन पहुंच गए और रेल रोकना शुरू कर दिया.. मध्य रेलवे की कुछ रेल सेवाएं बंद कर दी गईं। दोपहर में प्रदर्शनकारी स्कूल पहुंचे और तोड़फोड़ की। इसके बाद करीब दोपहर 12.15 बजे स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले में की गई कार्रवाई की जानकारी दी।
12.40 बजे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया जिसके बाद पुलिस ने रेलवे ट्रैक खाली कराया। दोपहर एक बजे प्रदर्शनकारी वापस रेलवे ट्रैक पर आ गए। पुलिस ने फिर प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। दोपहर 1.10 बजे उस वक्त तनाव बढ़ गया जब पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। दोपहर 1.20 बजे गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने पुलिस महानिरीक्षक स्तर की वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी के गठन का आदेश दिया। करीब 2.30 बजे मंत्री गिरीश महाजन प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए रवाना हुए। महाजन ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हुए।
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प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को आज ही फांसी देने की मांग करते हुए पीछे हटने से इनकार कर दिया। दोपहर 2.45 बजे से प्रदर्शनकारियों ने बदलापुर स्टेशन पर दोबारा बवाल किया, उस वक्त रेलवे पुलिस कमिश्नर रवींद्र शिसवे उनसे अपील कर रहे थे। आखिरकार शाम करीब छह बजे पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करना पड़ा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव भी किया। हालांकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रेलवे ट्रैक से हटा दिया है और स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। खबर है कि प्रदर्शन में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने महाराष्ट्र के बदलापुर में दो नाबालिग छात्राओं पर कथित यौन उत्पीड़न का स्वत संज्ञान लिया है। इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों से दो सप्ताह के अंदर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एनएचआरसी के अनुसार विस्तृत रिपोर्ट में एफआईआर दर्ज करने में देरी के पीछे का कारण इसकी स्थिति और पीड़ित लड़कियों का स्वास्थ्य शामिल होने की उम्मीद है। दूसरी ओर स्कूल प्रबंधन ने भी स्कूल के प्राचार्य, क्लास टीचर एवं एक महिला सहायक को निलंबित कर दिया है। मामले को बढ़ता देख मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आरोपित पर दुष्कर्म के प्रयास की धाराएं लगाने का आदेश देते हुए मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने की घोषणा की।
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले की जांच के लिए एक महिला अधिकारी की अध्यक्षता में विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया है। सरकार ने प्रदर्शकारियों को इसकी जानकारी देने के लिए अपने मंत्री गिरीश महाजन को बदलापुर रेलवे स्टेशन भेजा। महाजन ने वहां पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। मंत्री ने उन्हें जानकारी दी कि घटना की रिपोर्ट पाक्सो की धाराओं के तहत दर्ज की गई है। जांच के लिए आइजी आरती सिंह के नेतृत्व में एसआइटी का गठन कर दिया गया है। यह मामला ठाणे के बदलापुर शहर का है। पिछले सप्ताह वहां के आदर्श विद्यालय के किंडर गार्टेन में पढ़ने वाली तीन और चार वर्ष की दो बच्चियों का उसी विद्यालय के एक सफाईकर्मी ने शारीरिक शोषण किया था। बच्चियों ने यह बात घर जाकर अपने परिवार को बताई तो उनके अभिभावक शिकायत लेकर बदलापुर थाने पहुंचे। लेकिन, उन्हें काफी देर थाने में बैठाने के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई।रिपोर्ट दर्ज होने के कुछ ही देर बाद पुलिस ने आरोपित सफाईकर्मी को हिरासत में ले लिया था।लेकिन, मंगलवार को उसकी गिरफ्तारी के तीसरे दिन यह मामला तब तूल पकड़ गया, जब बड़ी संख्या में उस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक स्कूल के सामने इकट्ठा होकर प्रदर्शन करने लगे। अभिभावकों ने स्कूल पर पथराव किया और स्कूल का गेट भी तोड़ दिया। इसके बाद अभिभावकों के साथ आम नागरिक भी आ गए और सभी ने बदलापुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर वहां रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
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