Lucknow News: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजा नोटिस, सच्चाई जानकर अधिकारियों में मचा हड़कंप।
राजधानी लखनऊ में वरासत के एक मुकदमे में शरारती युवक ने राज्यपाल को पक्षकार बनाते हुए फर्जी तरीके से नोटिस राजभवन भेज दिया। मामला तब ...
By INA News Lucknow.
राजधानी लखनऊ में वरासत के एक मुकदमे में शरारती युवक ने राज्यपाल को पक्षकार बनाते हुए फर्जी तरीके से नोटिस राजभवन भेज दिया। मामला तब सामने आया जब फाइल राजभवन से कलेक्ट्रेट पहुंची। राज्यपाल ने नाराजगी जताते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया तो हड़कंप मच गया। हैरान कर देने वाला यह मामला मलिहाबाद तहसील का है। तहसील कोर्ट में मीरा पाल बनाम ग्राम सभा का वरासत प्रकरण विचाराधीन हैं। 11 नवंबर को किसी शरारती तत्व ने मामले में राज्यपाल को पक्षकार बनाते हुए राज्यपाल के नाम नोटिस जारी कर दिया। यह नोटिस राजभवन पहुंचा तो हड़कंप मच गया।
तहसीलदार विकास सिंह ने इस नोटिस को फर्जी बताया है। कहा, वरासत के मुकदमे में राज्यपाल पक्षकार हो ही नहीं सकते। किसी शरारती व्यक्ति ने कोर्ट की मुहर लगाकर और पेशकार के फर्जी हस्ताक्षर कर यह नोटिस जारी किया है। 29 अक्तूबर को जारी इस नोटिस में 8 नवंबर को पेशी तिथि दर्ज है। राजभवन यह नोटिस 11 नवंबर को स्पीड पोस्ट से पहुंचा है। जानकारी मिली कि न्यायालय की फर्जी मोहर व हस्ताक्षर बनाकर किसी अज्ञात व्यक्ति ने जाली नोटिस तैयार कर लखनऊ से स्पीड पोस्ट किया है।
ताकि तहसील की छवि धूमिल हो सके। राजभवन से कलेक्ट्रेट आया लेटर अभी मलिहाबाद नहीं आया है। जांच कराई जा रही है। ऐसा कार्य करने वाले व्यक्ति पर र्कारवाई की जाएगी। राजस्व संहिता 2006 लागू होने के बाद धारा-34 के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद कंप्यूटराइज्ड नोटिस पक्षकारों को जाता है। तहसीलदार का कहना है कि यह नहीं पता चल सका है कि यह हरकत किसने की है।एसडीएम, मलिहाबाद सौरभ सिंह के अनुसार तहसील से इस प्रकार का नोटिस नहीं भेजा गया है।
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