Shahjahanpur : वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल को सेवानिवृत्ति पर भावुक विदाई
विनोबा सेवा आश्रम में भी उनका स्वागत हुआ। आश्रम की संरक्षक विमला ने उनके कार्यों की तारीफ की। कहा कि उन्होंने जनता में समाज सेवा के बीज बोए हैं, जिनकी फस
शाहजहांपुर : जिला कारागार में तैनात वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने 34 वर्षों की सेवा पूरी कर सेवानिवृत्ति ली। उनके सम्मान में जेल परिसर के बहुद्देशीय हॉल में विदाई समारोह हुआ। कार्यक्रम में जेल अधिकारी, कर्मचारी और कैदी मौजूद रहे। कैदियों ने रोते हुए उन्हें विदाई दी।
मिजाजी लाल ने अपने कार्यकाल के संस्मरण साझा किए। उन्होंने बताया कि एक 103 वर्षीय बुजुर्ग कैदी की मदद की। परिवार के कारण वह जेल पहुंचे थे। उनके केस लड़े, जमानतदार ढूंढा और जमानत दिलाई। बुजुर्ग को सिखों की कुटिया में रखा, जहां वे भगवान की भक्ति करते हैं। एक महिला कैदी का इलाज कराया। स्वस्थ होने पर उनकी बच्ची के जन्मदिन पर जिले के सभी अधिकारी आशीर्वाद देने आए। त्योहारों पर घर में जो भोजन बनता, वही कैदियों को खिलाया। अब वे बंधन मुक्त होकर समाज सेवा करेंगे।
विनोबा सेवा आश्रम में भी उनका स्वागत हुआ। आश्रम की संरक्षक विमला ने उनके कार्यों की तारीफ की। कहा कि उन्होंने जनता में समाज सेवा के बीज बोए हैं, जिनकी फसल आगे दिखेगी। हर व्यक्ति को जेल से ही सेवा की प्रेरणा मिली है। वे जहां जाएंगे, वहां सेवा का दीप जलाएंगे। विनोबा विचार प्रवाह के सूत्रधार रमेश ने कहा कि बाबा विनोबा का जीवन जेल से जुड़ा रहा। उन्होंने जेल में ही कई पुस्तकें लिखीं। गीता प्रवचन उनका प्रमुख प्रवचन है। मिजाजी लाल का आश्रम आकर उद्गार व्यक्त करना वृद्धाश्रम के बुजुर्गों को प्रेरणा दे रहा है। बाबा कहते थे कि लोग जिसकी जाने के बाद याद करें, वही सच्चा असरकारक होता है।
कार्यक्रम का संचालन कमला सिंह ने किया। स्वागत मुदित कुमार ने और धन्यवाद दिव्या ने दिया। अर्पण पांडे को भी उनकी सेवाओं के लिए आश्रम ने सम्मानित किया। सहयोग संस्था ने भी मिजाजी लाल को सम्मान दिया। तिलहर में ब्लॉक प्रमुख के घर पर अलग विदाई समारोह हुआ।
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