Lucknow News: महाकुम्भ को जिसने जिस रूप में देखा उसे वैसा ही दिखा, CM योगी ने कहा- महाकुम्भ (Maha Kumbh) के सबक भी बहुत हैं...

योगी (Yogi) आदित्यनाथ ने कहा था कि महाकुम्भ (Maha Kumbh) में जिसे भी जिस चीज की तलाश थी, उसे मिला ही. योगी (Yogi) आदित्यनाथ का कहना था कि भक्तों को भगवान तक मिल ....

Mar 3, 2025 - 23:26
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Lucknow News: महाकुम्भ को जिसने जिस रूप में देखा उसे वैसा ही दिखा, CM योगी ने कहा- महाकुम्भ (Maha Kumbh) के सबक भी बहुत हैं...

By INA News Lucknow.

महाकुम्भ (Maha Kumbh) मेले का समापन 26 फरवरी को हो गया। महाकुम्भ (Maha Kumbh) मेले में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। महाकुम्भ (Maha Kumbh) मेले ने अपने नाम कई रिकॉर्ड भी दर्ज किए हैं। वहीं, अब CM योगी (Yogi) ने कहा कि महाकुम्भ (Maha Kumbh) के सबक भी बहुत हैं। CM योगी (Yogi) ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, 'श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा जो मुझे जिस रूप में देखता है, जिस रूप में भजता है। मैं उसको उसी रूप में दिखाई देता हूं।इसी तरह प्रयागराज महाकुम्भ (Maha Kumbh) को जिसने जिस रूप में देखा उसे वैसा ही दिखा।' योगी (Yogi) आदित्यनाथ ने कहा था कि महाकुम्भ (Maha Kumbh) में जिसे भी जिस चीज की तलाश थी, उसे मिला ही। योगी (Yogi) आदित्यनाथ का कहना था कि भक्तों को भगवान तक मिल गये, लेकिन 'गिद्धों को लाश', और 'सूअरों को गंदगी' ही मिली। समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव महाकुम्भ (Maha Kumbh) को लेकर शुरू से ही, बल्कि आयोजन के बहुत पहले से ही योगी (Yogi) आदित्यनाथ पर हमलावर थे। खासकर, योगी (Yogi) आदित्यनाथ की तरफ से महाकुम्भ (Maha Kumbh) का न्योता दिया जाना अखिलेश यादव को बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रहा था। वो योगी (Yogi) आदित्यनाथ पर वैसे ही हमलावर थे जैसे जनवरी, 2024 में अयोध्या के राम मंदिर उद्घाटन के दौरान।सफाईकर्मियों के साथ का एक वीडियो शेयर करते हुए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी (Yogi) आदित्यनाथ को नये सिरे से कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की। सोशल साइट एक्स पर उनकी ही बात 'जिसने जो तलाशा उसको वही मिला...' शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है, ये है साक्षात् प्रमाण… पहले तो कह रहे थे गंदगी है ही नहीं... अब ये सब कूड़ा-करकट कहां से आया? जनता पूछ रही है कि स्वच्छ जल के सेवन का वीडियो आज आयेगा या उसकी शूटिंग बाद में होगी?महाकुम्भ (Maha Kumbh) को लेकर यूनेस्को के डायरेक्टर टिम कर्टिस ने कहा, ‘यूनेस्को ने 2019 में कुंभ मेले को मानवता के अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी। 2023 से इस आयोजन को लेकर सामाजिक, आर्थिक व पर्यावरणीय प्रभावों की निगरानी की जा रही थी। कुंभ मेला प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में विश्व को एक नई दृष्टि प्रदान करता है।’सितंबर, 2024 में अखिलेश यादव ने सोशल साइट X पर लिखा था, 'भाषा से पहचानिये असली संत महंत, साधु वेष में घूमते जग में धूर्त अनंत.'और हाल ही में, अखिलेश यादव ने बिल्कुल उसी अंदाज में सवाल उठाया है कि क्या भगवा वस्त्र धारण करने से कोई योगी (Yogi) हो जाता है? साधु के रूप में अखिलेश यादव ने रावण का भी उदाहरण दिया है। आपको याद होगा एक चुनावी रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात करते करते रावण की मिसाल दिये जाने के बाद काफी बवाल मचा था।अखिलेश यादव का कहना था, क्या भगवा कपड़े पहनने से कोई योगी (Yogi) हो जाता है? भारत के लोग, खासकर गांव के लोग जो रामायण देखते हैं... जानते हैं... माता सीता का जब अपहरण हुआ था तो रावण भी साधु के भेष में आया था... ये पूरा प्रदेश जानता है, हिंदू समाज के लोग जानते हैं... जब रावण को सीता मां का हरण करना था तो रावण साधु के भेष में आया था, इसलिए हमको और आपको सावधान रहना पड़ेगा... ऐसे लोगों से हमें सावधान रहना पड़ेगा, जिनका व्यवहार और भाषा खराब हो गये हैं।

  • वर्ल्ड मीडिया ने क्या कहा CM योगी (Yogi) ने बताया

महाकुम्भ (Maha Kumbh) की कवरेज को लेकर CM योगी (Yogi) ने कई मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला दिया।इसमें CM योगी (Yogi) ने बताया कि देश की ही नहीं दुनिया की मीडिया भी महाकुम्भ (Maha Kumbh) की भव्यता देखकर अचंभित रह गई।

  • द वॉल स्ट्रीट जनरल ने कहा- ‘यह अमेरिका की कुल आबादी से ज्यादा का आयोजन था।
  • बीबीसी ने कहा- ‘महाकुम्भ (Maha Kumbh) मानवता का सबसे बड़ा समागम था।
  • एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कहा- ‘यह विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समारोह था।
  • द न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा- ‘इस आयोजन में न सिर्फ श्रद्धालु पर्यटक ही नहीं, नेता व हस्तियां भी पहुंचीं।
  • द रॉयटर्स ने कहा- यह डिजिटल कुंभ था, जिसमें व्यवस्था बनाने के लिए तकनीकी का बेहतर इस्तेमाल किया गया।’
  • द गर्ज़ियन ने लिखा- यह पर्वों का पर्व था, लोगों की उमंग व उत्साह चरम पर रहा।
  • CNN ने लिखा- ‘दुनिया के सबसे बड़े समागम में 60 करोड़ से ज्यादा लोग शामिल हुए, यह आस्था की अभिव्यक्ति का शानदार नजारा था।

महाकुम्भ (Maha Kumbh) में भगदड़ की घटना के वक्त अखिलेश यादव के संजीदगी भरे बयान की तारीफ भी हुई थी. अखिलेश यादव के बयान को राजनीतिक रूप से ही नहीं नैतिक तौर पर भी सही माना गया - और संसद में उनके भाषण को भी सही तरीके से देखा गया. देखा जाये, तो महाकुम्भ (Maha Kumbh) की मौतों पर सवाल सिर्फ अखिलेश यादव ने ही उठाया, लेकिन पूरा विपक्ष योगी (Yogi) आदित्यनाथ और बीजेपी को घेरने का बड़ा मौका चूक गया। योगी (Yogi) आदित्यनाथ पर अखिलेश यादव का ये अंदाज तो ठीक वैसा ही है, जैसे राहुल गांधी बात बात पर भी, और कई बार तो बिना बात के भी, प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी पर हमले करते हैं, और सीनियर कांग्रेस नेताओं के मना करने के बावजूद अपनी मनवाली ही करते हैं, भले भी उसका राजनीतिक नुकसान ही क्यों न हो - आखिर अखिलेश यादव को ये बात क्यों नहीं समझ में आ रही है?

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