Shahjahanpur : शाहजहांपुर के सिमरई में मीना दिवस मनाया गया, एनीमिया मुक्ति और बालिका सशक्तीकरण पर जोर
प्रधानाध्यापक कौशल कुमार, जिन्होंने गांधी और विनोबा के विचारों को अपनाकर सरैया जैसे हिंसाग्रस्त गांव में बच्चों के जरिए समन्वय स्थापित किया, ने इस स्कूल में भी सामाजिक ब
शाहजहांपुर के सिमरई गांव में 24 सितंबर 2025 को पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मीना दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। यह विद्यालय, जो बरतारा से तीन किलोमीटर दूर सात गांवों के लगभग 250 बच्चों को शिक्षा देता है, अपनी स्वच्छता, सादगी और सुंदर व्यवस्था के लिए जाना जाता है। गांव की पुरानी छवि को तोड़ते हुए, यह स्कूल प्रेम, अनुशासन और स्नेह का प्रतीक बन गया है।
प्रधानाध्यापक कौशल कुमार, जिन्होंने गांधी और विनोबा के विचारों को अपनाकर सरैया जैसे हिंसाग्रस्त गांव में बच्चों के जरिए समन्वय स्थापित किया, ने इस स्कूल में भी सामाजिक बदलाव की मिसाल कायम की। उनके साथ शिक्षक वेदपाल, नंदिनी, सईम, परवीन और बृजदीप ने योगदान दिया।
कार्यक्रम में सभी कक्षाओं की छात्राओं ने मीना मंच के तहत केक काटा और बाल विवाह व दहेज प्रथा के खिलाफ नाटक प्रस्तुत किया। रसोइया वर्षा ने स्वादिष्ट रोटियां बनाकर सभी का मन मोह लिया।
विनोबा सेवा आश्रम की संरक्षक विमला ने एनीमिया मुक्ति पर व्याख्यान दिया। विनोबा इंटर कॉलेज के प्रबंधक मुदित कुमार ने स्कूल को आदर्श बताया और विनोबा के जीवन पर पुस्तकें देने की घोषणा की। शिक्षाविद् दिव्या, मोरवेल प्रभारी मोहित, पिंकी सक्सेना ने मूर्तिकला और शिव ने स्वावलंबन पर विचार साझा किए। अहिंसा पुस्तकालय की प्रभारी सीना ने बच्चों को अपने माता-पिता को साक्षर करने के लिए प्रेरित किया। सईम ने एनीमिया के वैज्ञानिक दृष्टिकोण को समझाया।
विनोबा विचार प्रवाह के सूत्रधार रमेश ने शिक्षकों को उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया। बच्चों के चेहरों पर खुशी और बिना बोझ की पढ़ाई का उत्साह दिखा। सभी अतिथियों ने बच्चों के कार्यक्रमों की सराहना की।
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