Hardoi Police: हरदोई पुलिस ने वाहन चोरी और डीजल तस्करी गिरोह का किया भंडाफोड़, चोरी की इनोवा और 2360 लीटर डीजल बरामद।
हरदोई के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर इस घटना में शामिल अपराधियों की त्वरित गिरफ्तारी के लिए एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई...
By INA News Hardoi.
बीते 17 जून 2025 को मोहम्मद आदिल, पुत्र मोहम्मद आशिक अली, निवासी सैनिक कॉलोनी, थाना कोतवाली शहर, शाहजहांपुर ने संडीला थाने में शिकायत दर्ज की कि वह अपनी इनोवा गाड़ी से लखनऊ से शाहजहांपुर जा रहे थे। संडीला थाना क्षेत्र में विकास नामक व्यक्ति और उसके कुछ साथियों ने उन्हें रोककर उनकी इनोवा गाड़ी छीन ली। इस शिकायत के आधार पर संडीला थाने में मुकदमा संख्या 219/25, धारा 309(4) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।
हरदोई के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर इस घटना में शामिल अपराधियों की त्वरित गिरफ्तारी के लिए एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई। संडीला पुलिस ने त्वरित और समन्वित कार्रवाई करते हुए पांच मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जो वाहन चोरी और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पते इस प्रकार हैं: विशाल उर्फ मटरू उर्फ शिवकुमार, पुत्र रामासरे, निवासी धनसुआ, थाना फतेहगढ़, जनपद फर्रुखाबाद; अशरफ अली, पुत्र तजीर शाह, निवासी जेहदीपुर, थाना माधौगंज, जनपद हरदोई; इशरत अली, पुत्र अशरफ अली, निवासी जेहदीपुर, थाना माधौगंज, जनपद हरदोई; अरशद अली, पुत्र अशरफ अली, निवासी जेहदीपुर, थाना माधौगंज, जनपद हरदोई; और आलम अली, पुत्र अशरफ अली, निवासी जेहदीपुर, थाना माधौगंज, जनपद हरदोई।
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी की गई इनोवा गाड़ी (यूपी 31एम 4500), एक काले रंग की स्विफ्ट डिजायर, एक सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर (घटना में प्रयुक्त), एक बोलेरो (घटना में प्रयुक्त), एक मोटरसाइकिल (घटना में प्रयुक्त), 2360 लीटर चोरी का डीजल, 1,10,720 रुपये नकद, और तीन तमंचों के साथ चार जिंदा 315 बोर कारतूस बरामद किए। बाकी बचे हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें सक्रिय रूप से प्रयास कर रही हैं, और कानूनी कार्रवाई जारी है।
पूछताछ में पता चला कि मुख्य आरोपी विशाल अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर हरदोई जिले के विभिन्न स्थानों पर डीजल चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है। विशाल और उसके साथी फर्रुखाबाद से माधौगंज थाना क्षेत्र में अशरफ अली के घर आकर ठहरते थे, जहां वे कपड़े बदलते और अपनी आपराधिक योजनाएं बनाते थे। अशरफ अली और उसके तीन बेटों—इशरत अली, अरशद अली, और आलम अली—ने उन्हें डीजल चोरी के लिए जरूरी उपकरण और वाहन उपलब्ध कराए। विशाल और उसके साथी रात के समय सड़क किनारे खड़े वाहनों की टोह लेते और उनसे डीजल चुराते थे। चोरी किया गया डीजल अशरफ को कम कीमत पर बेचा जाता था, जो इसे आगे बेचता था। संडीला क्षेत्र में इनोवा गाड़ी छीनने का मकसद इसे अन्य चोरी की घटनाओं के लिए उपयोग करना था। इस गिरोह ने संडीला के अलावा बिलग्राम, बघौली, और कछौना थाना क्षेत्रों में भी चोरी की वारदातें कीं। गिरफ्तार आरोपी इशरत अली माधौगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है।
इस जांच से निम्नलिखित मामले भी सुलझाए गए: मुकदमा संख्या 166/25, धारा 305सी/317(2) बीएनएस, थाना संडीला, जनपद हरदोई; मुकदमा संख्या 277/25, धारा 303/317(2) बीएनएस, थाना बिलग्राम, जनपद हरदोई; मुकदमा संख्या 170/25, धारा 303(2)/317(2) बीएनएस, थाना बघौली, जनपद हरदोई; और मुकदमा संख्या 222/25, धारा 303(2)/317(2) बीएनएस, थाना कछौना, जनपद हरदोई।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास इस प्रकार है: विशाल उर्फ मटरू उर्फ शिवकुमार के खिलाफ फर्रुखाबाद और हरदोई में कई मामले दर्ज हैं, जिनमें आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, और चोरी से संबंधित मामले शामिल हैं। अशरफ अली के खिलाफ एक मामला धारा 3/7 ईसी एक्ट के तहत माधौगंज में दर्ज है। इशरत अली के खिलाफ गोवध अधिनियम और सीतापुर के मिश्रिख थाने में गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं। अरशद अली के खिलाफ भी माधौगंज में दो मामले दर्ज हैं।
इस ऑपरेशन को संडीला थाने की पुलिस टीम और पूर्वी जोन की विशेष टीम ने अंजाम दिया। संडीला थाने की टीम में निरीक्षक विजय कुमार, वरिष्ठ उपनिरीक्षक सुनील मिश्रा, उपनिरीक्षक नीरज कुमार, उपनिरीक्षक अमित कुमार सिंह, उपनिरीक्षक अनुज कुमार, उपनिरीक्षक अमरेश कुमार, उपनिरीक्षक मोहित चौहान, हेड कांस्टेबल दिवाकर मिश्रा, कांस्टेबल देवानंद, कांस्टेबल कृष्णमूर्ति, और कांस्टेबल राजेश यादव शामिल थे। पूर्वी जोन की टीम में कांस्टेबल जितेंद्र सिंह (पुलिस लाइन), कांस्टेबल त्रिवेश कुमार (थाना कोतवाली देहात), कांस्टेबल मंजेश कुमार (थाना कोतवाली शहर), कांस्टेबल बृजनंदन (थाना कोतवाली शहर), और कांस्टेबल प्रदीप कुमार (विशेष टीम पूर्वी जोन) शामिल थे।
इस सफल ऑपरेशन के लिए पुलिस अधीक्षक, हरदोई ने पुलिस टीम को 25,000 रुपये का पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया। यह कार्रवाई हरदोई पुलिस की संगठित अपराध से निपटने, जनसुरक्षा सुनिश्चित करने, और चोरी की संपत्ति की बरामदगी के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं।
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