Health News: खरीदते हैं ऑनलाइन दवाइयां तो हो जाएं सावधान, आपकी सेहत के साथ हो सकता है बड़ा खिलवाड़.
छले कुछ सालों में ऐसी कई एप्स आई हैं, जो आपके घर तक दवाइयां पहुंचाने का काम करती हैं। खासतौर पर कोरोना महामारी के समय इन....

Fake Medicine plateforms and apps. पिछले कुछ सालों में ऐसी कई एप्स आई हैं, जो आपके घर तक दवाइयां पहुंचाने का काम करती हैं। खासतौर पर कोरोना महामारी के समय इन ऑनलाइन एप्स का इस्तेमाल खूब हुआ है। इसमें कोई कोई शक नहीं कि ऑनलाइन फारमसी और मेडिकेशन ने हमारी ज़िंदगी को काफी आसान बना दिया है, अब आपको एक दवा को ढूंढने के लिए कई दुकानों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते। लेकिन फिर भी ऑनलाइन दवाइयां खरीदते वक्त कुछ बाते हैं जिनका ख्याल रखना चाहिए। अगर आप ऑनलाइन दवाएं मंगाते हैं, तो सावधान हो जाएं।
दरअसल, हाल ही में एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि भारत समेत दुनिया के कई हिस्से में ऑनलाइन सेल के नाम पर लोगों को फेक मेडिसिन(Fake Online Pharmacy) दी जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में ऑनलाइन दवा मुहैया कराने वाले करीब 35,000 फार्मेसी अवैध रूप से चल (Fake Medicine) रहे हैं। ऐसे में इन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले कंज्यूमर्स को नकली-खतरनाक दवाएं मिलने का खतरा है। दुनियाभर में ऑनलाइन दवा मुहैया कराने वाले करीब 35,000 प्लेटफॉर्म (फार्मेसी) अवैध रूप से चल रहे हैं जिससे इनका इस्तेमाल करने वाले कंज्यूमर्स को बेकार या खतरनाक दवाएं मिलने का खतरा है। अमेरिकी ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव की ‘कुख्यात बाजारों’ (Notorious Markets) पर सालाना रिपोर्ट में नकली प्रोडक्ट्स के बारे में चिंताओं को लेकर 19 देशों की पहचान की गई। इस रिपोर्ट में करीब 36 ऑनलाइन रिटेलर्स के नाम भी दिए गए हैं, जिनमें से कुछ चीन या एशिया के दूसरे जगहों पर बेस्ड हैं।
कथित तौर पर ये नकली उत्पाद बेचने या अन्य अवैध गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं। फेडरल प्रॉसिक्यूटर ने रिपोर्ट दिया कि अमेरिका, डोमिनिकन रिपब्लिक और भारत में स्थित अवैध दवा विक्रेताओं के एक नेटवर्क ने संभावित रूप से जानलेवा ‘सिंथेटिक ओपिओइड’ को गोलियों की तरह पैक कर उन्हें सामान्य चिकित्सकीय सलाह पर दी जाने वाली दवाओं के तौर पर पेश किया। साथ ही इन्हें ऑनलाइन चलाई जाने वाली नकली दवा दुकानों के माध्यम से लाखों की तादाद में बेचा। कहा जा रहा है कि ऑनलाइन दवा मुहैया कराने वाले 96 फीसदी फार्मेसी कानून तोड़ते हुए पाए गए और इनमें से कई बिना लाइसेंस के काम कर रहे थे, या बिना मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन और सेफ्टी वॉर्निंग के दवाएं बेच रहे थे।
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बीते बुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी वेबसाइट अक्सर वैध ई-कॉमर्स मंचों की तरह दिखती हैं। इनपर अक्सर झूठे दावे किए जाने हैं कि वे फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा अप्रूव्ड हैं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) और यूएस ड्रग इंफोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेश दोनों ने ऐसे सोर्सेज से चिकित्सकीय सलाह पर दवाएं खरीदने के जोखिमों के बारे में चेतावनी जारी की है। ये वेबसाइट वैध ई-कॉमर्स मंचों की तरह दिखती हैं और झूठे दावे किए है कि वे फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा अप्रूव्ड हैं। FDA और यूएस ड्रग इंफोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेश दोनों ने ऐसे सोर्सेज से चिकित्सकीय सलाह पर दवाएं खरीदने के जोखिमों के बारे में चेतावनी जारी की है।
रिपोर्ट में ‘अलायंस फॉर सेफ ऑनलाइन फार्मेसीज ग्लोबल फाउंडेशन’ द्वारा किए गए सर्वे का हवाला दिया गया है, जिसमें पाया गया था कि ऑनलाइन दवा विक्रेताओं से दवा लेने वाले करीब 4 में से एक अमेरिकी ने घटिया, नकली या हानिकारक दवाइयां मिलने की बात कही है। रिपोर्ट में नकली दवा की बिक्री के लिए कुख्यात वास्तविक स्थानों पर भी प्रकाश डाला गया है, जिनमें तुर्किये (Turkiye) के बाजार, यूएई (UAE) के बाजार और वियतनाम (Vietnam) के हो ची मिन्ह सिटी (Ho Chi Minh City) में साइगॉन स्क्वायर शॉपिंग मॉल (Saigon Square Shopping Mall) शामिल हैं।
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