Lakhimpur Kheri- लव जिहाद मामले में पुलिस की ढिलाई से भड़का गुस्सा, कोतवाली में हंगामा, विहिप ने दी आंदोलन की चेतावनी
मामले की शुरुआत तब हुई, जब शहर की एक युवती को थरवरनगंज निवासी समीर अहमद द्वारा बहला-फुसलाकर भगा ले जाने की शिकायत सामने आई। पीड़िता के प
लखीमपुर खीरी में कथित लव जिहाद के एक मामले ने शहर में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। युवती की बरामदगी में देरी और पुलिस की ओर से शिकायत दर्ज न करने से गुस्साए परिजनों और समर्थकों ने कोतवाली का घेराव कर हंगामा किया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी हुई और माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि कोतवाली दो घंटे तक हंगामे का केंद्र बनी रही। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही और आरोपी पक्ष के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने भी इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाया और जल्द कार्रवाई न होने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी।
मामले की शुरुआत तब हुई, जब शहर की एक युवती को थरवरनगंज निवासी समीर अहमद द्वारा बहला-फुसलाकर भगा ले जाने की शिकायत सामने आई। पीड़िता के परिवार ने तुरंत सदर कोतवाली में तहरीर देकर युवती की बरामदगी और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। परिजनों का आरोप है कि मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के बावजूद पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। न तो शिकायत दर्ज की गई और न ही युवती को ढूंढने के लिए तत्काल कोई कदम उठाया गया। पुलिस की इस ढिलाई से परिजनों का गुस्सा बढ़ता गया, और उन्होंने समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
हंगामे के दौरान कोतवाली के बाहर सैकड़ों लोग जमा हो गए और धरने पर बैठ गए। पीड़िता की मां ने साफ कहा कि अगर पुलिस ने पहले दिन से सक्रियता दिखाई होती, तो उनकी बेटी आज उनके साथ होती। उन्होंने पुलिस पर जानबूझकर देरी करने और आरोपी पक्ष के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने मिश्राना चौकी प्रभारी अजीत कुमार सिंह के साथ तीखी बहस की, जिससे माहौल और गरमा गया। करीब दो घंटे तक कोतवाली के बाहर नारेबाजी और हंगामा जारी रहा। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एसपी संकल्प शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को 24 घंटे के भीतर युवती की बरामदगी का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए।
अगले दिन भी मामला शांत नहीं हुआ। पीड़िता के परिजन और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता एसपी कार्यालय पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया। विहिप के प्रांतीय आचार्य संजय मिश्रा ने कहा कि लखीमपुर में पिछले एक साल में कई हिंदू युवतियां इस तरह के मामलों का शिकार हुई हैं। उन्होंने पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं से समाज में असुरक्षा का माहौल बन रहा है। संजय मिश्रा ने चेतावनी दी कि यदि युवती को जल्द बरामद नहीं किया गया, तो हिंदू समाज सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेगा। प्रदर्शन में विनोद गुप्ता, गीता गुप्ता, देवब्रत पांडे, अरुण सिंह, अमित गुप्ता, विनोद वर्मा, हर्ष चौहान, हर्षित मिश्रा, देवी मिश्रा सहित कई लोग शामिल थे।
इस घटना ने लखीमपुर खीरी में कानून-व्यवस्था और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। परिजनों और विहिप कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस की शुरुआती निष्क्रियता के कारण मामला इतना बढ़ गया। उनका आरोप है कि पुलिस ने न केवल शिकायत दर्ज करने में देरी की, बल्कि मामले की संवेदनशीलता को समझने में भी लापरवाही बरती। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि पुलिस तुरंत युवती को बरामद करे और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
पुलिस ने इस मामले में अब उच्च स्तर पर जांच शुरू कर दी है। एसपी संकल्प शर्मा ने आश्वासन दिया है कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और जल्द ही युवती की बरामदगी के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस निष्पक्ष तरीके से काम कर रही है और किसी भी तरह के दबाव में नहीं है। हालांकि, इस घटना ने जिले में सामुदायिक तनाव को बढ़ा दिया है, और लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
लखीमपुर खीरी में हाल के वर्षों में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, जिन्हें लव जिहाद से जोड़कर देखा गया है। विहिप कार्यकर्ताओं का दावा है कि जिले में ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं, और पुलिस की निष्क्रियता के कारण समाज में गुस्सा बढ़ रहा है। दूसरी ओर, पुलिस का कहना है कि वे हर शिकायत को गंभीरता से लेते हैं और कानून के दायरे में कार्रवाई करते हैं। इस मामले में पुलिस ने अब तक कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, युवती की तलाश के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है।
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