Lucknow : CM योगी ने 'पुलिस मंथन-2025' के समापन पर 16 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पदक अलंकरण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में वर्ष 2022 से 2025 तक उत्कृष्ट कार्य करने वाले 16 पुलिस अधिका
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस मुख्यालय में आयोजित दो दिवसीय वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन 'पुलिस मंथन-2025' का समापन 28 दिसंबर 2025 को हुआ। इस समापन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने पुलिस बल की भूमिका की सराहना की और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में उनके योगदान को महत्वपूर्ण बताया।
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पदक अलंकरण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में वर्ष 2022 से 2025 तक उत्कृष्ट कार्य करने वाले 16 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। ये सम्मान बेहतर पुलिसिंग, पेशेवर उत्कृष्टता और विभिन्न रैंक तथा इकाइयों में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किए गए।
वर्ष 2022 के लिए सम्मानित किए गए अधिकारियों और कर्मचारियों में शामिल हैं प्रभाकर चौधरी, जो उस समय डीआईजी अलीगढ़ परिक्षेत्र थे। विनय चंद्रा, अपर पुलिस अधीक्षक, अभिसूचना मुख्यालय उत्तर प्रदेश। रविंद्र प्रताप सिंह, निरीक्षक, मुरादाबाद। दिनेश कुमार डांडियाल, निरीक्षक, अधिसूचना विभाग। मनु चौधरी, निरीक्षक, यूपीपीसीएल गाजियाबाद।
वर्ष 2023 के सम्मानित व्यक्तियों में शैलेश कुमार पांडेय, डीआईजी, आगरा परिक्षेत्र। विशाल विक्रम सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ। विशाल संगारी, निरीक्षक, सीतापुर। मनोज चिकारा, मुख्य आरक्षी, गौतमबुद्धनगर। सुश्री शैलेष कुंतल, महिला आरक्षी शामिल हैं।
वर्ष 2024 के लिए अनुराग आर्य, एसएसपी, बरेली। विमल कुमार सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ। अरुण कुमार, मुख्य आरक्षी, एसटीएफ को यह सम्मान प्रदान किया गया।
वर्ष 2025 के सम्मानित अधिकारियों और कर्मचारियों में कृष्ण कुमार, पुलिस अधीक्षक संभल। प्रेम शुक्ला, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ। प्रियांशी प्रजापति, महिला आरक्षी कमिश्नरेट आगरा शामिल हैं।
यह पदक अलंकरण समारोह 'पुलिस मंथन-2025' सम्मेलन का हिस्सा था, जहां पुलिसिंग से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। सम्मेलन में पुलिस बल की उपलब्धियों को रेखांकित किया गया और भविष्य की रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अभिनव प्रयास के लिए पुलिस महानिदेशक और उनकी टीम को बधाई दी।
उत्तर प्रदेश पुलिस बल में लगभग चार लाख सिविल पुलिसकर्मी हैं, जिनके लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। सम्मेलन के दौरान पुलिसिंग, नवाचार, संवाद और समय प्रबंधन जैसे विषयों पर महत्वपूर्ण संदेश दिए गए।
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