Amroha: तिगरी गंगा धाम में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, 30 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, कुंभ जैसी सुरक्षा व्यवस्था।
अमरोहा जनपद के तिगरी गंगा धाम में कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर आस्था का अभूतपूर्व सैलाब उमड़ पड़ा। करीब 30 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में आस्था की डुबकी
रिपोर्टर: मोहम्मद हारिस
अमरोहा जनपद के तिगरी गंगा धाम में कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर आस्था का अभूतपूर्व सैलाब उमड़ पड़ा। करीब 30 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर मोक्ष की कामना की। तिगरी घाट पर सुबह से ही स्नान करने वालों की लंबी कतारें लगी रहीं, जहां हर कोई गंगा जल में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित करता दिखा। लोक आस्था और परंपरा से जुड़ा यह पर्व महाभारत काल से चला आ रहा माना जाता है। सदियों पुरानी इस परंपरा को निभाने के लिए दूर-दराज़ से श्रद्धालु पहुंचे। पूरे क्षेत्र में धार्मिक गीतों और गंगा आरती की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अमरोहा सांसद चौधरी कंवर सिंह तंवर के निर्देश पर प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं के अभेद इंतज़ाम किए। तिगरी मेला क्षेत्र में 4000 से अधिक पुलिसकर्मी, एटीएस और खुफिया एजेंसियां मुस्तैद रहीं। हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी लगाए गए।पुलिस प्रशासन ने तिगरी मेला स्थल को सुरक्षा के अभेद किले में तब्दील कर दिया है।
- निधि गुप्ता वत्स डीएम अमरोहा ने बताया
मिनी कुंभ तिगरी गंगा पर लगभग 30 लाख श्रद्धालु पहुंचे का अनुमान लगाया जा रहा है, जिसको देखते हुए जगह-जगह मेडिकल कैंप लगाए गए है। मेडिकल कैंपों में डॉक्टर स्टाफ नर्स आदि सपोर्ट स्टाफ हर कैम्प में तैनात किया गया है,तिगरी गंगा में आए श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की स्वाद संबंधित दिक्कत ना हो इसके लिए कुछ ही दूरी पर कई जगह मेडिकल कैंप की व्यवस्था की गई है।और कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। हर प्रकार से कार्तिक पूर्णिमा स्नान करना है श्रद्धालुओं का ख्याल रखा जा रहा है साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
मेला प्रभारी सहित कई मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं कोई भी ए व्यवस्था ना हो पाए
इसके लिए मैं खुद और मेले में बनाए गए मजिस्ट्रेट लगातार निगरानी कर रहे हैं।
- सुरक्षा व्यवस्था पर एसपी अमरोहा अमित कुमार आंनद ने बताया
कार्तिक पूर्णिमा स्नान करने आए लगभग 30 लाख श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धा वालों की सुरक्षा में 4000 पुलिस के जवान के साथ एटीएस डॉग स्क्वायड इंटेलिजेंस को भी लगाया गया है यही नहीं 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे भी चप्पे छपे पर लगाए गए हैं जिससे निगरानी की जा रही है साथ ही पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद भी खुद मेले में डटे हुए हैं और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हर वक्त पैदल ग्रस्त कर रहे हैं। जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगातार नजर रखी जा रही है।
त्रेता युग से शुरू हुई मेले की परंपरा आज के युग में संसाधनों के साथ अर्ध कुंभ का रूप ले रही है पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लगने वाले इस मेले को उत्तर प्रदेश सरकार ने राज किया मेला भी घोषित कर दिया है क्योंकि कुंभ के बाद एक यही ऐसा मिला है जिसको कुंभ की तर्ज पर लगाया जाता है और सैकड़ो हेक्टर जमीन पर 15 दिन के लिए लगने वाले इस मेले में बाकायदा तंबुओं का शहर बसाया जाता है और यहां लोग परिवार सहित तंबू में इन आसियानों में रहते हैं यहीं सोते हैं और गंगा में स्नान कर काली दाल की खिचड़ी का सेवन भी करते हैं।
महाभारत काल से इसी मेले में दीपदान की प्रथा भी शुरू हुई थी बताया जाता है कि महाभारत के दौरान युद्ध में मारे गए कल के लोगों और सैनिकों की आत्मा की शांति को पांडवों ने भगवान श्री कृष्ण ने गंगा घाट पर दीपदान कराया था जिससे युद्ध में मारे गए सभी लोगों की आत्मा को शांति मिल सके तब से इस प्रथा को आमजन ने भी अपने जीवन का एक कर्तव्य बना लिया और आमजन भी कार्तिक पूर्णिमा स्नान से एक दिन पहले परिवार में करने वाले सदस्यों की आत्मा शांति के लिए दीपदान करने लगे।
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर गंगा तिगरी पर परिवार के साथ 15 दिन तक रहने वाले श्रद्धालु खाने में ज़्यादा तर काली दाल की खिचड़ी का सेवन करते हैं। आज भारी संख्या लगभग 30 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर श्रद्धालु भक्ति भाव से डुबकी लगाते हुए “हर हर गंगे” के जयकारे लगाते नजर आए। अमरोहा के तिगरी गंगा धाम में इस बार का कार्तिक पूर्णिमा स्नान आस्था, भक्ति और सुरक्षा व्यवस्थाओं के दृष्टिकोण से ऐतिहासिक बन गया।
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