नाइजीरिया ने अमेरिकी हवाई हमलों की पुष्टि की: उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में ISIS ठिकानों पर सटीक हमले, कई आतंकवादी मारे गए।
अमेरिकी सेना ने 25 दिसंबर 2025 को नाइजीरिया के उत्तर-पश्चिमी सोकोटो राज्य में इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़े आतंकवादी ठिकानों पर हवाई
अमेरिकी सेना ने 25 दिसंबर 2025 को नाइजीरिया के उत्तर-पश्चिमी सोकोटो राज्य में इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़े आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए। यह कार्रवाई नाइजीरियाई अधिकारियों के साथ समन्वय में की गई और इसमें कई ISIS आतंकवादी मारे गए। अमेरिकी अफ्रीका कमांड (AFRICOM) ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि हमले राष्ट्रपति के निर्देश पर और नाइजीरियाई अधिकारियों के साथ समन्वय में किए गए। शुरुआती आकलन में ISIS कैंपों में कई आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
नाइजीरिया के विदेश मंत्रालय ने हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि नाइजीरियाई अधिकारी अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ संरचित सुरक्षा सहयोग में लगे हुए हैं, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका भी शामिल है। यह सहयोग आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की लगातार威胁 को संबोधित करने के लिए है। मंत्रालय ने बताया कि सहयोग में खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान, रणनीतिक समन्वय और अन्य समर्थन शामिल हैं, जो अंतरराष्ट्रीय कानून, संप्रभुता के सम्मान और साझा सुरक्षा प्रतिबद्धताओं के अनुरूप हैं। इस सहयोग के परिणामस्वरूप उत्तर-पश्चिम में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए गए। यह हमले ऐसे समय में हुए जब नाइजीरिया में आतंकवादी गतिविधियां जारी हैं। सोकोटो राज्य में ISIS से जुड़े समूह सक्रिय हैं और क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियां बनी हुई हैं। अमेरिकी सेना ने हमलों को सटीक बताया और कहा कि ये नाइजीरियाई अधिकारियों के अनुरोध और समन्वय पर आधारित थे। हमलों में गल्फ ऑफ गिनी से नौसेना जहाज से टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें दागी गईं, जिन्होंने सोकोटो राज्य में दो ISIS कैंपों को निशाना बनाया।
नाइजीरिया सरकार ने कहा कि वह आतंकवादी नेटवर्कों को कमजोर करने, उनकी वित्तीय और लॉजिस्टिक्स व्यवस्था को बाधित करने तथा सीमा पार खतरों को रोकने के लिए साझेदारों के साथ काम जारी रखेगी। विदेश मंत्रालय के बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि आतंकवाद के खिलाफ कोई भी हिंसा अस्वीकार्य है और सभी समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। हमले उत्तर-पश्चिम नाइजीरिया में आतंकवादी लक्ष्यों पर केंद्रित थे। अमेरिकी रक्षा विभाग ने हमलों का वीडियो जारी किया जिसमें युद्धपोत से मिसाइलें दागते और लक्ष्य पर धमाके होते दिखाई दिए। AFRICOM ने प्रेस रिलीज में हमलों की तारीख 25 दिसंबर 2025 बताई और कहा कि ये ISIS आतंकवादियों के खिलाफ थे। नाइजीरियाई पक्ष से सहयोग की पुष्टि होने के बाद हमले की कार्रवाई पूरी हुई। यह घटना नाइजीरिया और अमेरिका के बीच लंबे समय से चल रहे सुरक्षा सहयोग का हिस्सा है। दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ खुफिया और रणनीतिक स्तर पर काम कर रहे हैं। सोकोटो राज्य नाइजर की सीमा से लगा हुआ है और यहां आतंकवादी समूहों की मौजूदगी दर्ज की गई है। हमलों के बाद क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
नाइजीरिया में ISIS से जुड़े समूह जैसे इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस (ISWAP) और अन्य गुट उत्तर-पूर्व और उत्तर-पश्चिम में सक्रिय हैं। इन समूहों ने क्षेत्र में हिंसा की कई घटनाएं की हैं। अमेरिकी हमले इन ठिकानों को निशाना बनाने के लिए थे। नाइजीरियाई विदेश मंत्रालय ने बयान में सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा की प्रतिबद्धता दोहराई, चाहे उनकी धार्मिक या जातीय पृष्ठभूमि कुछ भी हो। हमले क्रिसमस के दिन हुए और अमेरिकी पक्ष से इसे आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई बताया गया। नाइजीरिया ने इसे संयुक्त सुरक्षा प्रयासों का हिस्सा माना। AFRICOM की शुरुआती रिपोर्ट में कई आतंकवादियों के मारे जाने का अनुमान है, हालांकि सटीक संख्या की पुष्टि नहीं हुई। हमले सटीक थे और नागरिक क्षेत्रों से दूर ठिकानों पर केंद्रित रहे। यह सहयोग नाइजीरिया में आतंकवाद की लगातार समस्या को देखते हुए महत्वपूर्ण है। उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में लकुरावा जैसे समूह भी सक्रिय हैं जो जंगलों का उपयोग छिपने के लिए करते हैं। अमेरिकी हमले इन खतरों को कम करने की दिशा में हैं। नाइजीरियाई सरकार ने अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत इस सहयोग को वैध बताया।
What's Your Reaction?