लखीमपुर-खीरी। खीरी में गरीबों का राशन हड़प रहे हैं मुनाफाखोर, कट्टे बदलकर पिक-अप से जा रहा पीडीएस का खाद्यान्न।
- जिले में गरीबों के राशन में लग रही सेंध, हजारों क्विंटल सरकारी चावल की हो रही कालाबाजारी!
- गरीबों को बांटे जाने वाले सरकारी राशन यानि पीडीएस राइस पर अब मुनाफाखोरों की पड़ी नजरें!
लखीमपुर-खीरी। केंद्र सरकार की अंत्योदय अन्न योजना के तहत गरीब परिवारों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत दिए जा रहे सरकारी चावल की कालाबाजारी किस तरह से हो रही है, इसकी बानगी लखीमपुर-खीरी जिले में देखने को मिल रही है आरोप लगाए गए हैं कि पीडीएस की दुकानों से खुलेआम गरीबों को दी जाने वाले सरकारी चावल की कालाबाजारी की जा रही है।
पीडीएस दुकान संचालक हितग्राहियों को दिए जाने वाले चावल को उनसे औने-पौने दामों में खरीदकर कालाबाजारी कर इसे राइस मिलो में खपा रहे हैं आरोप है कि राइस मिलर्स और पीडीएस दुकान संचालक सरकारी चावल पर पॉलिश कर इसके दाम बढ़ाकर खुले बाजार में बेच रहे हैं, जिससे पीडीएस दुकान संचालक और राइस मिल मालिकों की लाखों रुपये की कमाई हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक सार्वजनिक वितरण व्यवस्था के खाद्यान्न को काटते बदलकर ले जाती हुई एक पिकअप गाड़ी फ्लाई ओवर लखीमपुर पर जागरूक पत्रकार द्वारा रोंकी गयी जिसके चालक से माल के बाबत पूछा गया तो उसने बताया कि वह माल पलटा करवाकर एक कोटेदार के यहां से ला रहा है और किसी माननीय से फोन पर बात करवाई इसके बाद भाजपा नेता ने अपनी दबंगई दिखाते हुए ड्राईवर को वहां से जाने के आदेश देकर फोन काट दिया।
हालांकि वाहन चालक कस्बा खीरी निवासी बताया और गाड़ी में लोड चावलों के बाबत प्रपत्र मांगे जाने पर वह सार्वजनिक वितरण व्यवस्था से जुड़े प्रपत्र अथवा मंडी समिति के नाइन आर, सिक्स आर बिक्री बिल, ई वे बिल इत्यादि कुछ भी नहीं दिखा सका और गाड़ी लेकर भाग निकला।
क्या बोले जिम्मेदार.....
उक्त प्रकरण के संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी अंजनी मिश्रा से वार्ता करने पर उन्होंने बिना देखे ही उक्त चावल को सार्वजनिक वितरण व्यवस्था के चावल के रूप में स्वीकारने से मना करते हुए जांच करवाने का आश्वासन दिया।
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