ननद और भाभी के बीच प्रेम संबंध बनने पर दोनों घर से फरार, व्हाट्सएप चैट से खुला अनोखा प्रेम संबंध, पति की शिकायत पर पुलिस तलाश में जुटी
आशुतोष बंसल और संध्या की शादी करीब सात साल पहले प्रेम विवाह से हुई थी। दोनों का एक छोटा बेटा भी है, जो अभी चार वर्ष का है। आशुतोष मैहर के अमरपाटन में एक
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जो न केवल परिवारिक संबंधों की जटिलताओं को उजागर करता है, बल्कि समाज में छिपे उन रिश्तों को भी सामने लाता है, जो कभी-कभी अप्रत्याशित मोड़ ले लेते हैं। मैहर के अमरपाटन थाना क्षेत्र के निवासी आशुतोष बंसल ने अपनी पत्नी संध्या बंसल और ममेरी बहन मानसी के फरार होने की शिकायत दर्ज कराई है। आशुतोष के अनुसार, संध्या और मानसी, जो ननद-भाभी का रिश्ता साझा करती थीं, के बीच दोस्ती से कहीं आगे बढ़कर गहरा भावनात्मक और प्रेम संबंध विकसित हो गया। यह राज तब खुला, जब आशुतोष ने संध्या के मोबाइल फोन की जांच की। व्हाट्सएप चैट में दोनों महिलाओं की बातचीत से साफ पता चला कि वे एक-दूसरे के साथ जीवन बिताने की योजना बना रही थीं। संध्या एक महीने से लापता हैं, जबकि मानसी घर लौट आई, लेकिन उसने कोई जानकारी नहीं दी। आशुतोष ने अमरपाटन और घमापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर मोबाइल लोकेशन और चैट रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है। जबलपुर और मैहर पुलिस संयुक्त रूप से दोनों महिलाओं की तलाश में जुटी हुई है। यह घटना न केवल एक पारिवारिक त्रासदी है, बल्कि समाज में समलैंगिक संबंधों और परिवारिक गोपनीयता के मुद्दों पर भी बहस छेड़ रही है।
आशुतोष बंसल और संध्या की शादी करीब सात साल पहले प्रेम विवाह से हुई थी। दोनों का एक छोटा बेटा भी है, जो अभी चार वर्ष का है। आशुतोष मैहर के अमरपाटन में एक छोटे व्यवसाय से जुड़े हैं, जबकि संध्या घरेलू महिला हैं। मानसी आशुतोष की ममेरी बहन हैं, जो संध्या के लिए ननद की भूमिका निभाती थीं। शुरू में सब कुछ सामान्य लग रहा था। संध्या और मानसी के बीच बहन जैसा स्नेह था। वे अक्सर एक-दूसरे से फोन पर बातें करतीं, साथ में बाजार जातीं और परिवारिक कार्यक्रमों में एक साथ नजर आतीं। आशुतोष को कभी शक नहीं हुआ कि उनके बीच कुछ और चल रहा है। लेकिन धीरे-धीरे संध्या का व्यवहार बदलने लगा। वह अक्सर मानसी के साथ घंटों बातें करने लगीं, और घरेलू जिम्मेदारियों से भी ध्यान हट गया। आशुतोष ने इसे सामान्य बहन का प्यार समझा। लेकिन एक महीने पहले, यानी अगस्त 2025 के अंत में, संध्या घर से गायब हो गईं। उन्होंने कोई सुसाइड नोट या संदेश नहीं छोड़ा। आशुतोष ने पहले स्थानीय स्तर पर तलाश की, लेकिन कुछ हाथ न लगा।
संद्या की गुमशुदगी के बाद आशुतोष ने उनका मोबाइल फोन चेक किया। स्क्रीन लॉक टूट चुका था, और व्हाट्सएप चैट खोलते ही आशुतोष दंग रह गए। चैट में संध्या और मानसी की बातचीत भावुक और अंतरंग थी। दोनों ने एक-दूसरे को प्यार के शब्दों से संबोधित किया था। चैट से साफ पता चला कि वे परिवारिक बंधनों से तंग आ चुकी थीं और साथ में नया जीवन शुरू करने की योजना बना रही थीं। एक मैसेज में संध्या ने लिखा था, "मैं इस बंधन से मुक्त होना चाहती हूं। हम दोनों साथ रहेंगी, कोई नहीं रोकेगा।" मानसी ने जवाब दिया, "हां, हमारा प्यार सच्चा है। मैं तुम्हारे लिए सब कुछ छोड़ दूंगी।" चैट में यह भी उल्लेख था कि वे जबलपुर या किसी अन्य शहर में जाकर रहेंगी। आशुतोष ने चैट के स्क्रीनशॉट लेकर पुलिस को सौंप दिए। उन्होंने बताया कि चैट जून 2025 से शुरू हो रही है, जब दोनों की नजदीकियां बढ़ीं। आशुतोष ने कहा, "मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरी पत्नी और बहन के बीच ऐसा रिश्ता होगा। यह मेरे लिए सदमा है। मेरा बेटा बिना मां के रह गया।"
आशुतोष ने 25 सितंबर 2025 को मैहर के अमरपाटन थाने में शिकायत दर्ज कराई। बाद में वे जबलपुर के घमापुर थाने भी पहुंचे, क्योंकि संध्या का मोबाइल लोकेशन जबलपुर की ओर इशारा कर रहा था। पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 (अपहरण) और 366 (भाग जाना) के तहत मामला दर्ज किया। हालांकि, चूंकि दोनों वयस्क हैं, इसलिए अपहरण की धारा सीमित रूप से लगाई गई है। जबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि मामला संवेदनशील है। पुलिस ने संध्या का मोबाइल लोकेशन ट्रैक किया, लेकिन स्विच ऑफ होने से कुछ पता नहीं चला। मानसी से पूछताछ की गई, लेकिन उसने कहा कि संध्या खुद गई हैं और वह कुछ नहीं जानती। मानसी घर लौट आई थी, लेकिन उसके व्यवहार में बदलाव नजर आ रहा है। पुलिस ने चैट रिकॉर्ड जब्त कर लिए हैं और साइबर सेल से मदद ली जा रही है। दोनों महिलाओं की तलाश में जबलपुर, मैहर और आसपास के जिलों में टीमें लगाई गई हैं। एसपी ने कहा, "हम महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। अगर वे सुरक्षित हैं, तो बयान लेंगे।"
यह मामला मैहर और जबलपुर में चर्चा का विषय बन गया है। स्थानीय लोग इसे अनोखी लव स्टोरी बता रहे हैं। एक पड़ोसी ने कहा, "दोनों महिलाएं हमेशा साथ नजर आती थीं। कभी सोचा नहीं था कि उनका रिश्ता इतना गहरा हो जाएगा।" परिवारिक सदस्य स्तब्ध हैं। आशुतोष के माता-पिता बेटे का साथ दे रहे हैं, लेकिन बेटे की परवरिश की चिंता सता रही है। आशुतोष ने कहा, "मैं सिर्फ संध्या को वापस चाहता हूं। अगर वे खुश हैं, तो कोई दिक्कत नहीं, लेकिन बेटे का भविष्य सोचें।" मानसी के परिवार ने भी चुप्पी साध रखी है। वे इसे पारिवारिक मामला बता रहे हैं।
यह घटना समाज में समलैंगिक संबंधों पर बहस छेड़ रही है। भारत में समलैंगिकता को 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने अपराधमुक्त घोषित किया, लेकिन परिवारिक स्तर पर अभी भी कलंक है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे रिश्ते छिपे रहते हैं, क्योंकि समाज की स्वीकृति कम है। एक काउंसलर ने कहा, "महिलाओं के बीच भावनात्मक बंधन मजबूत होता है, लेकिन जब यह प्रेम बन जाता है, तो परिवार टूट जाता है।" सोशल मीडिया पर वीडियो और चैट के स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं, लेकिन पुलिस ने गोपनीयता बनाए रखने की अपील की है। कई यूजर्स ने इसे प्राइवेसी का उल्लंघन बताया।
पुलिस जांच में यह सामने आया कि संध्या और मानसी की उम्र क्रमशः 28 और 25 वर्ष है। दोनों शिक्षित हैं और शहर के कॉलेज से पास हुईं। शादी के बाद संध्या घर संभालती थीं, जबकि मानसी नौकरी करती हैं। चैट से पता चला कि वे एक-दूसरे को सपोर्ट करती थीं। संध्या ने लिखा था कि शादी का दबाव उन्हें तोड़ रहा है। मानसी ने सांत्वना दी। पुलिस को शक है कि वे किसी अन्य शहर में छिपी हैं। मोबाइल लोकेशन जबलपुर के पास आखिरी बार पिंग हुई थी। अगर दोनों मिलीं, तो बयान दर्ज होगा। आशुतोष ने कहा कि वह तलाक नहीं चाहते, बस समझौता।
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