Politics: पहले 1 रुपए से 15 पैसा पहुंचता था, आज 10 हजार तक पहुंच रहा है, पीएम मोदी का बिहार जनसभा को संबोधन।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के विकास और जन-कल्याण योजनाओं की उपलब्धियों पर जोर देते हुए एक महत्वपूर्ण बयान दिया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वे बिहार में आयोजित जनसभा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के विकास और जन-कल्याण योजनाओं की उपलब्धियों पर जोर देते हुए एक महत्वपूर्ण बयान दिया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वे बिहार में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, पहले जब दिल्ली से 1 रुपया भेजा जाता था तो मात्र 15 पैसा ही जरूरतमंद तक पहुंचता था, लेकिन आजादी के बाद 10 सालों में यह व्यवस्था इतनी मजबूत हो गई है कि 10 हजार रुपए तक सीधे लाभार्थी के खाते में पहुंच रहे हैं। यह बयान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) योजना की सफलता को दर्शाता है, जो भ्रष्टाचार रोकने और गरीबों तक लाभ पहुंचाने का माध्यम बनी है। पीएम मोदी ने बिहार के लोगों से कहा कि यह बदलाव उनके ही प्रयासों का नतीजा है और आने वाले समय में बिहार को और मजबूत बनाया जाएगा।
यह संबोधन 25 सितंबर 2025 को हुआ, जो बिहार विधानसभा चुनावों से पहले एक बड़ा राजनीतिक कार्यक्रम था। बिहार में एनडीए की रैली को वर्चुअल तरीके से जोड़ा गया था, जहां पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे जिलों से हजारों लोग जुड़े। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ते हुए सबसे पहले बिहारवासियों को नवरात्रि की बधाई दी। फिर उन्होंने विकास की बात की। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले की सरकारों में पैसे का बंटवारा गलत तरीके से होता था, लेकिन अब डिजिटल इंडिया और जन धन योजना से हर व्यक्ति का खाता जुड़ गया है। इस बयान से सभा में जोरदार तालियां बजीं। विपक्ष ने इसे राजनीतिक बयानबाजी बताया, लेकिन एनडीए समर्थकों ने इसे विकास का प्रमाण माना।
पीएम मोदी का यह बयान डीबीटी की वास्तविक सफलता पर आधारित है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2014 से अब तक डीबीटी के जरिए 34 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा सीधे लाभार्थियों के खातों में पहुंच चुके हैं। पहले सब्सिडी और योजनाओं के पैसे बिचौलियों की जेब में चले जाते थे। उदाहरण के लिए, रसोई गैस सब्सिडी में 80 प्रतिशत तक कमी आ गई क्योंकि अब यह सीधे बैंक खाते में आती है। पीएम ने बिहार के संदर्भ में कहा कि यहां की गरीबी और बेरोजगारी को कम करने के लिए योजनाएं तेजी से लागू हो रही हैं। जन धन खातों की संख्या बिहार में 4 करोड़ से ज्यादा हो गई है। आधार कार्ड से लिंक होने से फर्जी लाभार्थी खत्म हो गए।
सभा में पीएम ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तरुण चहरे की तारीफ की। उन्होंने कहा कि बिहार में सड़कें, बिजली और पानी की व्यवस्था पहले से बेहतर हो गई है। गंगा सफाई परियोजना से नदियां स्वच्छ हो रही हैं। पीएम ने याद दिलाया कि 2015 के बाढ़ में बिहार को कितनी मुश्किल हुई थी, लेकिन अब बाढ़ प्रबंधन के लिए नई योजनाएं चल रही हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि स्टार्टअप इंडिया और मुद्रा योजना का लाभ लें। बिहार में 50 लाख से ज्यादा मुद्रा लोन वितरित हो चुके हैं। यह बयान बिहार के आर्थिक विकास को रफ्तार देने का संदेश देता है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का इस्तेमाल पीएम ने कई बार किया है, लेकिन बिहार में यह पहली बड़ी सभा थी। तकनीक से लाखों लोग जुड़े। सभा का आयोजन एनडीए के चुनाव प्रचार का हिस्सा था। पीएम ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पुरानी है, लेकिन केंद्र सरकार पैकेज दे रही है। 2025-26 के बजट में बिहार के लिए 5000 करोड़ रुपये अतिरिक्त आवंटित हुए। पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधा कि वे सिर्फ आलोचना करते हैं, लेकिन काम नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-राजद गठबंधन बिहार को फिर पिछड़ा बनाएगा। एनडीए ही बिहार का भविष्य है।
यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। ट्विटर पर PMModiBihar और DBTRevolution ट्रेंड करने लगे। लोगों ने पीएम की तारीफ की कि उन्होंने सरल शब्दों में विकास बताया। एक यूजर ने लिखा कि पहले 15 पैसा पहुंचना मजाक था, आज 10 हजार पहुंचना सच्चाई है। लेकिन विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में बेरोजगारी अभी भी 20 प्रतिशत है, डीबीटी से पेट नहीं भरता। आरजेडी ने कहा कि पीएम आंकड़े गिनाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत अलग है। फिर भी, सरकारी रिपोर्ट्स डीबीटी की सफलता दिखाती हैं। विश्व बैंक ने भी भारत की डिजिटल पेमेंट सिस्टम की सराहना की है।
पीएम मोदी का यह संदेश बिहार के ग्रामीण इलाकों तक पहुंचा। बिहार 80 प्रतिशत ग्रामीण आबादी वाला राज्य है, जहां डीबीटी ने किसानों और महिलाओं को सबसे ज्यादा फायदा दिया। पीएम किसान सम्मान निधि से 6000 रुपये सालाना सीधे खाते में आ रहे हैं। बिहार में 1.5 करोड़ किसान लाभ ले रहे हैं। उज्ज्वला योजना से 50 लाख गैस कनेक्शन बने। पीएम ने कहा कि पहले महिलाओं को चूल्हे की धुंए से तकलीफ होती थी, अब सिलेंडर से राहत मिली। यह बदलाव 10 सालों का नहीं, बल्कि निरंतर प्रयास का नतीजा है।
सभा के दौरान पीएम ने बिहार की सांस्कृतिक विरासत का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बिहार रामायण और महाभारत की भूमि है, जहां से देश को प्रेरणा मिलती है। नवरात्रि पर उन्होंने मां दुर्गा की पूजा की कामना की। सभा में स्थानीय नेता जैसे सम्राट चौधरी ने पीएम का स्वागत किया। आयोजन पटना के गांधी मैदान से लाइव प्रसारित हुआ। तकनीकी खराबी न होने से सब सुचारू रहा। पीएम ने अंत में बिहारवासियों से एकजुट रहने को कहा।
यह बयान भारत की डिजिटल क्रांति का प्रतीक है। 2014 में लॉन्च हुई डीबीटी अब 300 से ज्यादा योजनाओं से जुड़ी है। आधार, जन धन और मोबाइल कनेक्टिविटी ने इसे संभव बनाया। बिहार जैसे राज्य में जहां साक्षरता दर कम है, वहां भी 90 प्रतिशत खाते सक्रिय हैं। पीएम ने कहा कि भविष्य में डिजिटल करेंसी से और सुधार होगा। बिहार सरकार ने भी डीबीटी पोर्टल लॉन्च किया। इससे ग्रामीण बैंकिंग मजबूत हुई।
राजनीतिक नजरिए से यह संबोधन चुनावी रणनीति का हिस्सा था। बिहार चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2025 में हैं। एनडीए 200 सीटें जीतने का लक्ष्य रखे हुए है। पीएम का बयान विकास कार्ड खेलता है। विपक्ष ने जवाब में कहा कि बेरोजगारी भत्ता और शिक्षा पर ध्यान दें। लेकिन पीएम ने युवाओं को नौकरियों के लिए स्किल इंडिया का जिक्र किया। बिहार में 10 आईटीआई नए बने।
पीएम मोदी के भाषण हमेशा सरल और प्रभावी होते हैं। इस बार भी उन्होंने आंकड़ों से बात की। पहले 1 रुपए से 15 पैसा पहुंचना भ्रष्टाचार का प्रतीक था। आज 10 हजार पहुंचना पारदर्शिता का। यह बयान जनता को जोड़ता है। सभा के बाद एनडीए कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ा। मीडिया ने इसे प्रमुखता से दिखाया। न्यूज चैनलों पर डिबेट हुई।
बिहार का विकास पीएम के लिए प्राथमिकता है। 2005 में जब वे गुजरात के सीएम थे, तब बिहार की मदद की थी। अब केंद्र से पैकेज आ रहे हैं। सुपरफास्ट ट्रेनें, एयरपोर्ट और हाईवे बन रहे हैं। पीएम ने कहा कि बिहार अब बिम्बिसार और चंद्रगुप्त की तरह मजबूत बनेगा। यह ऐतिहासिक संदर्भ लोगों को पसंद आया।
सभा ने बिहार की एकता दिखाई। हिंदू-मुस्लिम, ऊंच-नीच सब एक मंच पर। पीएम ने कहा कि बिहार सबका है। नवरात्रि के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ने दूरी मिटाई। भविष्य में ऐसे और आयोजन होंगे।
यह बयान डीबीटी की सफलता को रेखांकित करता है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट देश है। यूपीआई से रोज करोड़ों लेन-देन होते हैं। बिहार में भी 50 प्रतिशत ट्रांजेक्शन डिजिटल हैं। पीएम ने कहा कि गरीबी मिटाने का सफर जारी है। 2030 तक भारत विकसित बनेगा।
"पहले दिल्ली से 1 रुपए भेजने पर 15 पैसा पहुंचता था, आज 10 हजार पहुंच रहे हैं"
◆ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार में जनसभा को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा @narendramodi | #NarendraModi | Narendra Modi pic.twitter.com/JovTKhovCs — News24 (@news24tvchannel) September 26, 2025
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